Last Updated:September 11, 2025, 13:26 IST
Mansa Devi Ropeway : हरिद्वार के मनसा देवी रोपवे की सुरक्षा का जिम्मा अब एक काबिल और अनुभवी कंपनी को सौंपा जाएगा. उत्तराखंड हाईकोर्ट की फटकार के बाद नगर निगम ने नियमों में बदलाव कर ज्यादा सख्ती बरती है.

नई दिल्ली. हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर का सफर अब और आसान व सुरक्षित होगा. उत्तराखंड हाईकोर्ट के आदेश के बाद हरिद्वार नगर निगम ने इसके लिए नया टेंडर जारी किया है. निगम ने टेंडर के नियमों में बदलाव कर सिर्फ उन्हीं कंपनियों को सुरक्षा का जिम्मा देने के लिए आमंत्रित किया है, जिनके पास रोपवे का काम संभालने का अनुभव है. इससे पहले नियमों में ढील दिए जाने का टेंडर नगर निगम ने कैंसिल कर दिया था.
उत्तराखंड हाईकोर्ट की ओर से राज्य सरकार को फटकार लगाने तीन महीने बाद ही नगर निगम ने नियमों में बदलाव करते हुए नया टेंडर जारी कर दिया है. जून 2025 में हाईकोर्ट ने स्पष्ट किया था कि रोपवे परियोजनाएं फ्लाईओवर या सड़कों जैसी नहीं हैं. यह यात्रियों के जीवन को सीधे प्रभावित करती हैं. आलोचना से आहत होकर सरकार ने अपना पिछला टेंडर वापस ले लिया और कड़े नियमों का वादा किया. अब नगर निगम का कहना है कि उसने पिछली गलतियों से सीखा है और तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को सर्वोपरि रखने के लिए दृढ़ संकल्पित है.
40 साल से चल रहा रोपवे
40 साल यानी चार दशकों से भी ज्यादा समय से चल रहा यह रोपवे हर साल लाखों श्रद्धालुओं को इस पवित्र पहाड़ी मंदिर तक पहुंचाता है. लेकिन, हाल ही में गुजरात के पावागढ़ में कार्गो रोपवे दुर्घटना सहित अन्य जगहों पर हुई दुर्घटनाओं ने पूरे देश में रोपवे की सुरक्षा को लेकर खतरे की घंटी बजा दी है. अधिकारी मानते हैं कि ऐसी प्रणालियों को गैर-विशेषज्ञों को सौंपना आपदा का कारण बन सकता है.
क्या रखी है नई शर्त
नगर निगम की ओर से 8 सितंबर, 2025 को जारी की गई नई निविदा, बुनियादी ढांचा कंपनियों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाती है और केवल समर्पित रोपवे संचालकों के लिए ही क्षेत्र खोलती है. इनमें कई नई शर्तों को शामिल किया गया है.
क्या-क्या होंगी जिम्मेदारियां
अधिकारियों ने कहा कि चयनित ऑपरेटर यात्रियों की सुरक्षा, कर्मचारियों की तैनाती और सभी वैधानिक सुरक्षा मानदंडों के अनुपालन के लिए पूरी तरह जिम्मेदार होगा. यहां तक कि वर्दी, पहचान पत्र और भीड़ नियंत्रण जैसे रोजमर्रा के काम भी चयनित कंपनी के ही होंगे. 30 सितंबर तक तकनीकी बोलियों के लिए डेडलाइन रखा गया है. नगर निगम के लिए यह सिर्फ एक निविदा से कहीं ज्यादा है. यह वर्षों से संदिग्ध फैसलों के बाद जनता का विश्वास बहाल करने का मामला है. एक अधिकारी ने कहा कि इस बार केवल अनुभवी रोपवे कंपनियों पर ही विचार किया जाएगा.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
September 11, 2025, 13:26 IST