सिखों को क्‍यों टारगेट कर रहा असीम मुनीर? पंजाब रेजिमेंट ही काफी है...

4 hours ago

Last Updated:May 08, 2025, 15:26 IST

Punjab Regiment : बेहतरीन भौगोलिक युद्ध कौशल रखने वाली यह रेजिमेंट मैदानी से लेकर रेगिस्तानी और पर्वतीय इलाकों में लड़ाई का गहरा अनुभव रखती है. जंग में पाकिस्‍तान को कई मोर्चों पर यह धूल चटाने में अहम भूमिका नि...और पढ़ें

सिखों को क्‍यों टारगेट कर रहा असीम मुनीर? पंजाब रेजिमेंट ही काफी है...

पाकिस्‍तान से युद्ध जैसे किसी भी मोर्चे पर पंजाब रेजिमेंट उस पर भारी पड़ सकती है.

हाइलाइट्स

पाकिस्तान ने पुंछ सेक्टर में गुरुद्वारा पर हमला किया.पंजाब रेजिमेंट पाक को कई मोर्चों पर धूल चटा सकती है.सिख समुदाय में पाक के हमले से नाराजगी है.

आतंकवाद के खिलाफ भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से बौखलाया पाकिस्‍तान अपनी खिसियाहट में लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) पर गोलाबारी कर रहा है. उसने अंतरराष्‍ट्रीय कानूनों का उल्‍लंघन करते हुए जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में नियंत्रण रेखा के नजदीक एक गुरुद्वारा साहिब पर हमला किया. पाकिस्‍तान के इस हमले में अमरीक सिंह (गुरुद्वारे में रागी भाई) समेत 3 लोग मारे गए. पाकिस्‍तानी सेना के इस कदम से साफ हो गया है कि अब वह भारतीयों को टारगेट कर रहा है, जिसके तहत उसने टारगेट कर गुरुद्वारे पर यह हमला किया.

सिखों को टागरेट करने के पाकिस्‍तानी सेना जनरल असीम मुनीर का यह फैसला उन पर काफी भारी पड़ सकता है. सिख समुदाय में इसको लेकर काफी नाराजगी है. बताया जा रहा है कि भारतीय सेना की पंजाब रेजिमेंट तो इससे खासी खफा है. यह रेजिमेंट इतनी सशक्‍त है कि कई मोर्चों पर पाकिस्‍तान को धूल चटा सकती है. युद्ध कौशल में बेहद माहिर यह रेजिमेंट कैसे पाकिस्‍तान पर भारी पड़ सकती है, चलिए जानते हैं…

दरअसल, पंजाब रेजिमेंट (The Punjab Regiment) भारतीय थल सेना की सबसे पुरानी और गौरवशाली रेजिमेंटों में से एक है. रणनीतिक और सैन्य दृष्टिकोण से पंजाब रेजिमेंट अकेले ही पाकिस्तान पर कई मोर्चों पर भारी पड़ सकती है. इसका इतिहास 18वीं सदी से शुरू होता है.

यह रेजिमेंट अनेक युद्धों, अभियानों और सैन्य अभियानों में अपनी वीरता को दिखा चुकी है. इसकी नींव 1761 में पड़ी, जब Madras Army (ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना) में पहली बटालियन बनाई गई थी. पंजाब रेजिमेंट दोनों विश्व युद्ध, 1947, 1965, 1971 और कारगिल युद्ध तक में शामिल रही है.

बेहतरीन भौगोलिक युद्ध कौशल रखने वाली यह रेजिमेंट मैदानी से लेकर रेगिस्तानी और पर्वतीय इलाकों में लड़ाई का गहरा अनुभव रखती है. इसके सैनिक सीमा क्षेत्रों खास तौर पर LoC जम्मू-कश्मीर में सालों से तैनात रहे हैं और पाकिस्तानी सेना से लगातार आमना-सामना करते रहे हैं.

रणनीतिक, लॉजिस्टिक्स, आर्टिलरी और टेक्नोलॉजी के मोर्चे पर बेहद मजबूतर सेना की यह रेजिमेंट पाकिस्‍तान से युद्ध जैसे हालातों में निर्णायक प्रभाव डाल सकती है.. जम्‍मू-कश्‍मीर LOC पर.. सियाचिन में, पंजाब-राजस्थान सीमा पर यह पाकिस्‍तान को धूल चटा सकती है.

सीमाओं पर तेजी से जवाब देने में साथ ही आकस्मिक हमलों को विफल करने, दुश्मन की चौकियों पर कब्जा करने और टेक्निकल ऑपरेशन जैसे Surgical Strikes में हिस्सा लेने में यह अव्‍वल है.

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Sandeep KumarSenior Assistant Editor

Senior Assistant Editor in News18 Hindi with the responsibility of Regional Head (Uttar Pradesh, Uttarakhand, Bihar, Jharkhand, Rajasthan, Madhya Pradesh, Chhattisgarh, Himachal Pradesh, Haryana). Active in jou...और पढ़ें

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