Last Updated:May 08, 2025, 19:16 IST
Vikram Misri Operation Sindoor Briefing: विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान के हमले में मारे गए जुड़वां बच्चों ज़ोया और जेन की तस्वीर दिखाकर पाकिस्तान की नापाक हरकतों को उजागर किया.

विदेश सचिव ने कहा कि पाकिस्तान राज्य प्रायोजित आतंकवाद का सबसे बड़ा उदाहरण है. (फोटो PTI)
हाइलाइट्स
पाकिस्तान के हमले में जुड़वां बच्चों की मौतविदेश सचिव ने पाकिस्तान की नापाक हरकतें उजागर कींभारत UNSC में TRF की असलियत उजागर करेगाVikram Misri Operation Sindoor Briefing: ऑपरेशन सिंदूर के बाद बौखलाए पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ में निहत्थे नागरिकों पर हमला किया. इस हमले में 12 साल के जुड़वां भाई-बहन ज़ोया और जेन की मौत हो गई. आज विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने मासूम जेन की तस्वीर दिखाकर पाकिस्तान के चेहरे से नकाब हटा दिया.
बता दें कि 7 मई की सुबह पुंछ में सीमा रेखा के पास एक घर के पास पाकिस्तानी शेल गिरा. उसी घर में ज़ोया और जेन खेल रहे थे. दोनों मासूम जुड़वां बच्चे थे. दोनों की मौके पर ही मौत हो गई. मां अरूसा खान को अब भी यकीन नहीं हो रहा कि उनके बच्चे लौटकर नहीं आएंगे. उनके पति भी इस हमले में गंभीर रूप से घायल हैं.
पाकिस्तान खेल रहा नापाक खेल
विदेश सचिव ने कहा कि पाकिस्तान राज्य प्रायोजित आतंकवाद का सबसे बड़ा उदाहरण है. ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाक सेना और आतंकी संगठनों ने नागरिकों को टारगेट करना शुरू कर दिया. उन्होंने कहा, “पाकिस्तान में शायद आतंकियों को झंडे में लपेटकर दफनाना आम बात हो, लेकिन भारत मासूमों को खो रहा है. ज़ोया और जेन जैसे बच्चों की मौत का जवाब चाहिए.”
#WATCH | Delhi: Foreign Secretary Vikram Misri says, “… It’s also odd that funerals of civilians are being carried out with coffins wrapped in their national flag, and state honours are being accorded. The individuals eliminated at these facilities were terrorists. Giving state… pic.twitter.com/HxN233NFaO
— ANI (@ANI) May 8, 2025
पुंछ में हाल के हमलों में कुल 16 नागरिक मारे गए, जिनमें कई महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. एक गुरुद्वारा पर भी हमला हुआ, इसमें सिख समुदाय के लोगों को निशाना बनाया गया. भारत अब इस पूरे मामले को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की 1267 कमेटी के सामने रखेगा. भारत TRF जैसे संगठनों की असलियत उजागर करेगा और बताएगा कि यह सब पाकिस्तान की जमीन से ही ऑपरेट हो रहा है.
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस ब्रीफिंग में इन मासूमों की तस्वीर के साथ-साथ आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के चीफ मसूद अजहर के भाई रऊफ असगर की तस्वीर भी दिखाई. विदेश सचिव ने यह तस्वीर ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान में मची खलबली और संभावित मारे गए आतंकियों की पहचान के सिलसिले में दिखाई. यह तस्वीर उन आतंकियों की सूची का हिस्सा थी जो भारत के निशाने पर थे. रऊफ असगर को भारत लंबे समय से आतंकवादियों की सूची में शामिल करता रहा है.
क्या रऊफ असगर मारा गया?
विदेश सचिव ने कहा, “हम उन सभी लोगों को बेनकाब करेंगे जो भारत के खिलाफ साजिशें रचते हैं, चाहे वो किसी भी पद या संगठन से जुड़े हों.” हमले के बाद सोशल मीडिया और कुछ खुफिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि ऑपरेशन सिंदूर में रऊफ असगर मारा गया हो सकता है. लेकिन भारत सरकार ने अब तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है. विदेश सचिव ने भी अपनी ब्रीफिंग में केवल उसकी पहचान और भूमिका को उजागर किया, उसकी मौत की पुष्टि नहीं की.
कौन है राऊफ असगर?
रऊफ असगर जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर का भाई है. वह जैश का ऑपरेशनल हेड माना जाता है और कई आतंकी हमलों की साजिश रच चुका है. इनमें पुलवामा और उरी हमले भी शामिल हैं. भारत ने उसे UNSC 1267 कमेटी में कई बार नामित करने की कोशिश की है. लेकिन चीन की वीटो नीति के चलते उसे अब तक अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित नहीं किया जा सका.