सम्राट चौधरी ताकते ही रह गए... नीतीश ने कर दिया बड़ा खेल, अब क्या करेगी BJP?

16 hours ago

Last Updated:September 08, 2025, 12:54 IST

Bihar Chunav 2025: बिहार चुनाव से पहले क्या एनडीए में सब कुछ ठीक नहीं है? सीट शेयरिंग को लेकर जारी खींचतान के बीच सीएम नीतीश कुमार ने क्यों बक्सर की राजपुर सुरक्षित सीट से जेडीयू उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिय...और पढ़ें

सम्राट चौधरी ताकते ही रह गए... नीतीश ने कर दिया बड़ा खेल, अब क्या करेगी BJP?सीएम नीतीश कुमार ने बक्सर में बड़ा ऐलान क्यों किया?

पटना. बिहार की राजनीतिक गलियारों में रविवार को उस समय हलचल मच गई, जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बक्सर के राजपुर विधानसभा सीट से जनता दल यूनाइटेड के उम्मीदवार के रूप में पूर्व मंत्री संतोष कुमार निराला के नाम का ऐलान कर दिया. यह घोषणा ऐसे समय में हुई है जब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के भीतर सीट बंटवारे को लेकर अभी भी कोई अंतिम सहमति नहीं बन पाई है. नीतीश जब यह ऐलान किया तो उस समय मंच पर बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी भी मौजूद थे.बिहार चुनाव को लेकर सीट बंटवारे पर अभी तक एनडीए के घटक दलों में कोई सहमति नहीं बनी है. ऐसे में बड़ा सवाल यह कि क्या एनडीए में सीट बंटवारे पर फंसे पेंच के बीच जेडीयू ने दबाव बनाना शुरू कर दिया है? क्या आने वाले दिनों में चिराग पासवान, उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी भी अपने दलों के उम्मीदवारों के नामों का ऐलान एकतरफा करेंगे?

नीतीश कुमार का संतोष कुमार निराला से पुराने राजनीतिक संबंध रहे हैं. निराला बिहार की राजनीति का एक जाना-पहचाना नाम हैं. वह लंबे समय से जेडीयू से जुड़े हुए हैं और पूर्व में नीतीश कुमार की सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. बक्सर जिले की राजपुर आरक्षित सीट से संतोष कुमार निराला पहले भी चुनाव लड़ चुके हैं और जीत भी दर्ज कर चुके हैं. लेकिन 2020 केचुनाव में कांग्रेस के विश्वनाथ राम ने उन्हें हराया था. नीतीश कुमार के विश्वासपात्र नेताओं में निराला की गिनती होती है. उनके नाम का ऐलान करके नीतीश कुमार ने एक तरह से पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच एक स्पष्ट संदेश दिया है कि राजपुर सीट पर जेडीयू का ही उम्मीदवार चुनाव लड़ेगा. इस सीट पर बीजेपी अपना दावा ठोक रही थी.

एनडीए में सीटों पर पेंच

बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए में सीटों के बंटवारे पर अभी तक कोई सहमति नहीं बन पाई है. 15 सितंबर के आसपास गृहमंत्री अमित शाह बिहार आने वाले हैं. कहा जा रहा है इस दौरान सीटों के बंटवारे पर अंतिम फैसला हो जाएगा. एनडीए में बीजेपी की जेडीयू, जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा, चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा के साथ सीटों के बंटवारे का पेंच फंसा हुआ है. प्रत्येक दल अधिक से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ना चाहता है. ऐसे में नीतीश कुमार का यह कदम एक तरह से बीजेपी पर दबाव बनाने की रणनीति मानी जा रही है.

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अब क्या करेगी बीजेपी?

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि नीतीश कुमार यह दिखाना चाहते हैं कि जेडीयू अपनी शर्तों पर चुनाव लड़ेगी और कुछ सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान करके वह बीजेपी को एक तरह से अल्टीमेटम दे रहे हैं. नीतीश कुमार के इस ऐलान के बाद बीजेपी के सामने एक बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है. बीजेपी के नेता अभी तक इस मामले पर खुलकर कुछ भी कहने से बच रहे हैं. हालांकि, पार्टी के अंदरखाने में इस बात को लेकर नाराजगी है कि नीतीश कुमार ने बिना किसी सहमति के उम्मीदवार का नाम कैसे घोषित कर दिया. बीजेपी के कुछ नेता यह भी मानते हैं कि अगर जेडीयू इसी तरह अन्य सीटों पर भी अपने उम्मीदवारों का ऐलान करना शुरू कर देगी तो सीट बंटवारे की प्रक्रिया और भी जटिल हो जाएगी.

कार्यकर्ताओं और चुनाव पर क्या प्रभाव पड़ेगा?

एसे में सवाल यह है कि क्या बीजेपी भी इसी तरह अपनी सीटों पर उम्मीदवारों का नाम घोषित करेगी? क्या बीजेपी और जेडीयू के बीच सीट बंटवारे को लेकर कोई बड़ा विवाद खड़ा हो जाएगा? यह देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है. क्या वह नीतीश कुमार के इस कदम का विरोध करेगी या फिर शांत रहकर आगे की रणनीति बनाएगी? नीतीश कुमार के इस कदम का आगामी विधानसभा चुनाव पर गहरा असर पड़ सकता है. अगर बीजेपी और जेडीयू के बीच सीट बंटवारे पर कोई सहमति नहीं बन पाई तो इससे एनडीए गठबंधन में फूट पड़ सकती है, जिसका सीधा फायदा विपक्षी महागठबंधन को मिलेगा. दूसरी ओर, अगर बीजेपी नीतीश कुमार के इस फैसले का सम्मान करती है तो इससे यह संदेश जाएगा कि एनडीए एकजुट है और नीतीश कुमार ही गठबंधन का चेहरा हैं.

रविशंकर सिंहचीफ रिपोर्टर

भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा...और पढ़ें

भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा...

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First Published :

September 08, 2025, 12:54 IST

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