श्रीनगर में ड्रोन अटैक के बीच कैसे थे हालात? हिमाचल की छात्रा ने बताया

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Last Updated:May 13, 2025, 12:15 IST

Pakistan Drone Attack: हिमाचल प्रदेश के बच्चे श्रीनगर में पढ़ाई के लिए गए थे. इस दौरान ड्रोन अटैक से ये सभी डर गए थे. लेकिन बाद में इनके घर लौटने का इंतजाम किया.

श्रीनगर में ड्रोन अटैक के बीच कैसे थे हालात? हिमाचल की छात्रा ने बताया

अवंतिका सिंह ने बताया कि वह श्रीनगर की यूनिवर्सिटी में सेकंड ईयर की छात्रा है.

नूरपुर (कांगड़ा). 10 मई की तारीख थी. सब बच्चे काफी डरे हुए थे और यूनिवर्सिटी में छात्रों में दहशत का माहौल था. लेकिन बाद में हमें पता चला कि सभी को घर भेजा जा रहा है. ऐसा कहना है कि अवंतिका सिंह का, जो कि पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन अटैक के बीच अपने घर लौटी हैं. अवंतिका को उमर उब्दुल्ला सरकार के बाद सुक्खू सरकार ने घर लाने में अहम रोल निभाया. अवंतिका ने भी घर पहुंचकर राहत की सांस ली है. हालांकि, अब सीजफायर हो चुका है और बच्चे अब फिर से यूनिवर्सिटी लौटने की तैयारी में हैं.

दरअसल, भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के चलते श्रीनगर के शालीमार में हॉल्ट्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी में भी बच्चे डर गए थे. क्योंकि पाकिस्तान की तरफ से लगातार कश्मीर में ड्रोन अटैक किए जा रहे थे. इसी यूनिविर्सिटी में हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा के नुरपूर की छात्रा अवंतिका सिंह भी पढ़ाई कर रही थी. वह रविवार को नूरपुर की पंचायत सुखार में अपने घर पहुंची.

अवंतिका सिंह ने बताया कि वह श्रीनगर की यूनिवर्सिटी में सेकंड ईयर की छात्रा है. भारत पाकिस्तान तनाव बढ़ गया था. 20 साल की अवंतिका सिंह ने बताया कि जब ऑपरेशन सिंदूर चलाया गया, तब श्रीनगर में यूनिवर्सिटी के छात्रों में भय का माहौल था. हालांकि,  यूनिवर्सिटी के स्टाफ ने इस सिचुएशन में सभी बच्चों की बहुत मदद की. 10 मई को हमें जेएंडकेआरटीसी राज्य की बस में बैठा कर जम्मू तक भेजा गया. फिर यहां पर हिमाचल सरकार ने हमारी मदद की और रहने और खाने-पीने का इंतजाम किया.

हम सरकार का धन्यावाद करते हैं-अवंतिका

अवंतिका ने बताया कि अगले दिन सुबह हिमाचल सरकार ने हमारे लिए एचआरटीसी की बसें अरेंज की और फिर इन बसों के जरिये ही सब बच्चे घर तक पहुंचे. अवंतिका ने इसके लिए सुक्खू सरकार का धन्यावाद करते हुए कहा कि सरकार की वजह से आज हम सभी बच्चे सुरक्षित अपने-अपने घरों पर तक पहुंच पाए हैं. गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश के करीब 103 बच्चे श्रीनगर में पढ़ाई के सिलसिले में गए थे. इन बच्चों की सुरक्षा को लेकर सुक्खू सरकार ने पहल की और फिर इन्हें वापस लाने के लिए इंतजाम किया था.

एचआरटीसी की बस में घर पहुंचे बच्चे.

मंत्री बोले- जो लौटना चाहते थे, उन्हें लेकर आए

परिवहन मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि  HRTC हमेशा राज्य वासियों की सेवा में तत्पर रहती है. जम्मू- कश्मीर से जो छात्र घर लौटना चाहते थे, उन 40 लोगों को परिवहन निगम ने कांगड़ा पहुँचा दिया है. इससे पहले कोरोना काल और डिजास्टर में भी निगम की सेवाएं बेहतरीन रही है.

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Vinod Kumar Katwal

13 Years Experience in Print and Digital Journalism. Earlier used to Work With Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesar and Amar Ujala . Currently, handling Haryana and Himachal Pradesh Region as a Bureau chief from ...और पढ़ें

13 Years Experience in Print and Digital Journalism. Earlier used to Work With Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesar and Amar Ujala . Currently, handling Haryana and Himachal Pradesh Region as a Bureau chief from ...

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Location :

Nurpur,Kangra,Himachal Pradesh

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