Last Updated:November 16, 2025, 13:42 IST
भारतीय वायुसेना गरुड़ सैन्य अभ्यास में भाग लेने फ्रांस पहुंची हुई है. भारतीय सेना की ओर से सुखोई-31 एमकेआई भाग ले रही है. इस सैन्य अभ्यास में दोनों देशों की वायुसेनाओं के द्वारा इंडक्शन और डी-इंडक्शन की प्रक्रिया को फॉलो किया जाएगा.
फ्रांस में गरुड़-25 वायुसेना सैन्य अभियान में भाग लेने भारत की एयरफोर्स पहुंची है. India-France Air Force Excercise: भारत और फ्रांस के बीच वायु सैन्य अभ्यास ‘गरुड़ 25’ आयोजित किया गया है. इस अभ्यास के लिए भारतीय वायु सेना की एक टुकड़ी फ्रांस के मोंट-डे-मार्सन में इसका हिस्सा बनने पहुंची हैं. इसमें भाग लेने भारतीय वायु सेना अपने सुखोई-30MKI फाइटर जेट के साथ शामिल हुई है. यह अभ्यास रविवार 16 नवंबर से शुरू हुआ और 27 नवंबर तक चलेगा.
इस वायुसेना अभ्यास में इंडक्शन और डी-इंडक्शन चरणों के लिए सी-17 ग्लोबमास्टर द्वारा एयरलिफ्ट किया जाएगा. वहीं, फाइटर जेट की रेंज बढ़ाने के लिए हवा में ही ईंधन भरने का अभ्यास भी इस अभियान का हिस्सा है. इसके लिए आईएल-78 हवा से हवा में ईंधन भरने वाले टैंकरों का उपयोग किया जा रहा है. अभ्यास के दौरान, भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान फ्रांस के मल्टीपर्पस लड़ाकू विमानों के साथ जटिल हवाई युद्ध परिदृश्यों जैसे कि हवा से हवा में युद्ध, एयर डिफेंस और संयुक्त हमला करने अभियानों पर फोकस करेंगे.
प्रोफेशनल बातचीत का अवसर
गुरुड़-25 का उद्देश्य एक वास्तविक वातावरण में रणनीति और प्रक्रियाओं को परखना है. साथ ही पारस्परिक दोनों वायुसेनाओं के बीच इंटर-ऑपरेशन क्षमता को बढ़ावा देना है. रक्षा मंत्रालय ने बताया कि गरुड़ 25 अभ्यास दोनों वायु सेनाओं के बीच प्रोफेशनल बातचीत, ऑपरेशनल ज्ञान के आदान-प्रदान और सर्वोत्तम कार्यप्रणालियों को शेयर करने का अवसर दे रहा है.
गरुड़ से पहले शक्ति
यह अभ्यास भारतीय वायु सेना की प्रतिबद्धता को दिखाता है. इससे पहले इसी साल भारत और फ्रांस की सेनाओं ने एक बेहद महत्वपूर्ण युद्धाभ्यास ‘शक्ति’ को अंजाम दिया था. खास बात यह रही कि वह युद्धाभ्यास आधुनिक युद्ध की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए पूरा किया गया था. अभ्यास के दौरान भारत और फ्रांस की सेनाओं ने भविष्य के युद्धों को ध्यान में रखकर इस युद्धाभ्यास में इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली का इनक्लूजन किया.
ड्रोन रोधी ऑपरेशन का ट्रेनिंग
इसके अलावा, ड्रोन रोधी अभियानों जैसे विषयों पर संयुक्त ट्रेनिंग किया. यह पूरा अभ्यास भी फ्रांस में आयोजित किया गया. अभ्यास के दौरान दोनों सेनाओं ने कंबैट शूटिंग, अर्बन वारफेयर, और अवरोध पार प्रशिक्षण भी किया. रक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली व ड्रोन रोधी क्षमता युद्धों का रुख निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है.
26 राफेल-M का सौदा भी हुआ
वहीं, भारत और फ्रांस के बीच राफेल मरीन लड़ाकू विमानों का सौदा भी हो चुका है। राफेल मरीन विमानों की खरीद के लिए यह सरकार-से-सरकार की डील है. इस डील के तहत फ्रांस द्वारा भारतीय नौसेना को मरीन (एम) श्रेणी के 26 राफेल लड़ाकू विमानों की आपूर्ति की जाएगी. तय सौदे के मुताबिक भारतीय नौसेना को फ्रांस द्वारा 26 राफेल मरीन फाइटर जेट की डिलीवरी दी जाएगी. इनमें से 22 फाइटर जेट सिंगल-सीटर होंगे. वहीं, नौसेना को चार ट्विन-सीटर वेरिएंट के ट्रेनिंग राफेल विमानों की डिलीवरी भी की जाएगी.
दीप राज दीपक 2022 में न्यूज़18 से जुड़े. वर्तमान में होम पेज पर कार्यरत. राजनीति और समसामयिक मामलों, सामाजिक, विज्ञान, शोध और वायरल खबरों में रुचि. क्रिकेट और मनोरंजन जगत की खबरों में भी दिलचस्पी. बनारस हिंदू व...और पढ़ें
दीप राज दीपक 2022 में न्यूज़18 से जुड़े. वर्तमान में होम पेज पर कार्यरत. राजनीति और समसामयिक मामलों, सामाजिक, विज्ञान, शोध और वायरल खबरों में रुचि. क्रिकेट और मनोरंजन जगत की खबरों में भी दिलचस्पी. बनारस हिंदू व...
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First Published :
November 16, 2025, 13:42 IST

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