नई दिल्ली (Career in Law, Law Course Fees). हर साल लाखों युवा 12वीं के बाद वकालत की पढ़ाई करते हैं. भारत की नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी या अन्य लॉ कॉलेज से एलएलबी करने के लिए क्लैट परीक्षा पास करना जरूरी है. कई युवा क्लैट में असफल होने पर वकालत के लिए विदेश का रुख करते हैं. भारत के साथ ही कई अन्य देशों में भी वकालत की पढ़ाई काफी सस्ती है. आप इनमें से किसी में भी एडमिशन लेकर वकील बनने का सपना पूरा कर सकते हैं.
जर्मनी, नॉर्वे, फ्रांस और पोलैंड जैसे देशों में न केवल ट्यूशन फीस किफायती या मुफ्त है, बल्कि वहां की लॉ एजुकेशन को ग्लोबल लेवल पर मान्यता भी प्राप्त है. ये देश अंग्रेजी में LLB और LLM जैसे प्रोग्राम ऑफर करते हैं. कम ट्यूशन फीस, स्कॉलरशिप के विकल्प और कुछ जगहों पर मुफ्त शिक्षा से वकील बनना आसान हो सकता है. उसके बाद भारत में वकालत करने के लिए बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) की मान्यता और अखिल भारतीय बार परीक्षा (AIBE) पास करना जरूरी है.
एलएलबी के लिए सबसे सस्ते देश
विदेश से डिग्री हासिल करने के लिए जरूरी योग्यताओं के साथ कम्युनिकेशन स्किल, वीजा नियम और रहने के खर्च पर भी ध्यान देना होगा. जानिए कुछ ऐसे देशों के बारे में, जहां कम बजट में लॉ डिग्री संभव है.
1. जर्मनी में लॉ कॉलेज की फीस
जर्मनी की सरकारी यूनिवर्सिटी में ट्यूशन फीस न के बराबर है, खासकर यूरोपीय आर्थिक क्षेत्र (EEA) और गैर-EEA छात्रों के लिए भी. कई विश्वविद्यालय अंग्रेजी में लॉ प्रोग्राम (विशेष रूप से LLM) ऑफर करते हैं. जर्मनी की डिग्री वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त है.
विश्वविद्यालय:
Humboldt-Universität zu Berlin: अंतरराष्ट्रीय और यूरोपीय लॉ में प्रोग्राम.
Universität Hamburg: किफायती और क्वॉलिटी वाली शिक्षा.
ट्यूशन फीस: सार्वजनिक विश्वविद्यालयों में प्रति सेमेस्टर 150-400 यूरो (लगभग 13,000-35,000 रुपये) का प्रशासनिक शुल्क.
रहने का खर्च: 850-1,200 यूरो (75,000-1,05,000 रुपये) प्रति माह.
लॉ डिग्री: LLB, LLM और अंतरराष्ट्रीय लॉ, ह्यूमन राइट्स लॉ जैसे विशेष क्षेत्रों में प्रोग्राम.
नोट: भारत में प्रैक्टिस के लिए बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) के नियमों के अनुसार अतिरिक्त योग्यता या बार परीक्षा की जरूरत हो सकती है.
2. फ्रांस में लॉ कॉलेज की फीस
फ्रांस की पब्लिक यूनिवर्सिटी में ट्यूशन फीस कम है. यहां अंग्रेजी और फ्रेंच में लॉ प्रोग्राम उपलब्ध हैं. पेरिस जैसे शहर में रहना महंगा है, लेकिन छोटे शहरों में खर्च कम है.
विश्वविद्यालय:
Université Paris 1 Panthéon-Sorbonne: लॉ और ह्यूमन राइट्स के लिए मशहूर.
Sciences Po: अंतरराष्ट्रीय लॉ और नीति में मजबूत.
ट्यूशन फीस: 189-261 यूरो (16,500-23,000 रुपये) प्रति वर्ष स्नातक और स्नातकोत्तर डिग्री के लिए.
रहने का खर्च: 850-1,200 यूरो (75,000-1,05,000 रुपये) प्रति माह.
लॉ डिग्री: LLB, LLM और यूरोपीय लॉ, बिजनेस लॉ जैसे विशेष प्रोग्राम.
नोट: फ्रेंच भाषा का बेसिक ज्ञान से मदद मिल सकती है.
विश्वविद्यालय:
University of Oslo: पब्लिक इंटरनेशनल लॉ, मैरीटाइम लॉ और ह्यूमन राइट्स में मास्टर प्रोग्राम.
University of Bergen: किफायती और मजबूत लॉ कोर्स.
ट्यूशन फीस: कोई ट्यूशन फीस नहीं, बस 50-100 यूरो (4,500-9,000 रुपये) प्रति सेमेस्टर का मामूली शुल्क.
रहने का खर्च: 1,000-1,500 यूरो (88,000-1,32,000 रुपये) प्रति माह.
लॉ डिग्री: मुख्य रूप से LLM, कुछ स्नातक प्रोग्राम अंग्रेजी में.
नोट: रहने का खर्च अधिक है, लेकिन ट्यूशन फ्री होने से कुल लागत कम हो सकती है.
4. पोलैंड में लॉ कॉलेज की फीस
पोलैंड में ट्यूशन फीस और रहने का खर्च कम है. यहां अंग्रेजी में लॉ प्रोग्राम उपलब्ध हैं. यूरोपीय संघ का हिस्सा होने से डिग्री की मान्यता मजबूत.
विश्वविद्यालय:
University of Warsaw: इंटरनेशनल लॉ और बिजनेस लॉ में प्रोग्राम.
Jagiellonian University: किफायती और प्रतिष्ठित.
ट्यूशन फीस: 2,000-5,000 यूरो (1,75,000-4,40,000 रुपये) प्रति वर्ष.
रहने का खर्च: 600-1,200 यूरो (53,000-1,05,000 रुपये) प्रति माह.
लॉ डिग्री: LLB, LLM और बिजनेस, ह्यूमन राइट्स जैसे क्षेत्रों में विभिन्न कोर्स.
5. भारत में लॉ कॉलेज की फीस
अगर आप भारत में रहकर ही वकालत करना चाहते हैं तो यह सबसे किफायती और व्यावहारिक विकल्प है. नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी की डिग्री को बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) से मान्यता प्राप्त है. यहां रहने का खर्च और ट्यूशन फीस कम है.
विश्वविद्यालय:
Law Universities (NLUs): NLU Delhi, NLSIU Bangalore, NALSAR Hyderabad.
Government Law Colleges: GLC Mumbai, ILS Law College Pune.
ट्यूशन फीस: 50,000-2,50,000 रुपये प्रति वर्ष (NLUs में अधिक, सरकारी कॉलेजों में कम).
रहने का खर्च: 10,000-30,000 रुपये प्रति माह.
लॉ डिग्री: 5-वर्षीय BA LLB, 3-वर्षीय LLB और LLM.
काम की बात
पात्रता: ज्यादातर देशों में LLB के लिए 12वीं पास और LLM के लिए लॉ में स्नातक डिग्री जरूरी है. अंग्रेजी में दक्ष होना भी जरूरी हो सकता है (TOEFL/IELTS).
स्कॉलरशिप: कई लॉ कॉलेज मेरिट-आधारित या जरूरत-आधारित स्कॉलरशिप देते हैं. फुलब्राइट, DAAD (जर्मनी) और अन्य सरकारी स्कॉलरशिप देख सकते हैं.
भारत में प्रैक्टिस: विदेशी लॉ डिग्री के साथ भारत में वकील बनने के लिए बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) के नियमों के अनुसार अखिल भारतीय बार परीक्षा (AIBE) पास करनी होगी. विदेशी डिग्री की मान्यता के लिए BCI से संपर्क करना जरूरी है. कुछ देशों की डिग्री को अतिरिक्त योग्यता या समकक्षता की जरूरत हो सकती है.
भाषा: अंग्रेजी में प्रोग्राम चुनें या स्थानीय भाषा सीखने की तैयारी करें.