Last Updated:December 08, 2025, 18:26 IST
Priyanka Gandhi News: प्रियंका गांधी ने लोकसभा में केंद्र सरकार पर वंदे मातरम को विवादित करने, बेरोजगारी, महंगाई और बंगाल चुनाव के लिए राजनीति करने का आरोप लगाया. कांग्रेस नेता ने लोकसभा में नेहरू के योगदान को भी गिनाया.
प्रियंका गांधी ने नेहरू की आलोचना करने को लेकर सत्तापक्ष पर पलटवार किया.नई दिल्ली. कांग्रेस महासचिव और वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को लोकसभा में मोदी सरकार पर अब तक का सबसे तीखा हमला बोला. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी सरकार पर राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ को विवादित बनाने का आरोप लगाते हुए इसे ‘महापाप’ करार दिया. प्रियंका ने सीधे तौर पर कहा कि संसद में इस वक्त वंदे मातरम पर चर्चा कराने का मकसद देशभक्ति नहीं, बल्कि राजनीति है. उन्होंने दावा किया कि कुछ ही महीनों बाद पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, इसलिए भाजपा सरकार राष्ट्रगीत के जरिए सियासी जमीन तैयार कर रही है. इसके साथ ही उन्होंने सरकार पर बेरोजगारी, महंगाई और पेपर लीक जैसे ज्वलंत मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने का आरोप भी लगाया. प्रियंका गांधी के भाषण के दौरान सदन में भारी हंगामा देखने को मिला, लेकिन वह अपने आक्रामक तेवर में अपनी बात रखती रहीं.
पीएम मोदी अच्छे भाषण देते हैं, लेकिन तथ्यों में कमजोर हैं: प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी की भाषण शैली पर कटाक्ष करते हुए उन्हें ‘कलाकार’ बताया. उन्होंने कहा कि मोदी जी भाषण तो बहुत अच्छा देते हैं, लेकिन तथ्यों के मामले में वह अक्सर कमजोर पड़ जाते हैं. प्रियंका ने कहा, ‘प्रधानमंत्री जिस तरह बातों को रखते हैं, उसमें एक कला होती है. वे जानते हैं कि जनता के सामने चीजों को कैसे पेश करना है. लेकिन मैं राजनीति में नयी हूं, मैं जनता की प्रतिनिधि हूं, कोई कलाकार नहीं हूं. इसलिए मैं तथ्यों पर बात करूंगी.’ उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री का आत्मविश्वास अब डगमगाने लगा है और उनकी नीतियां देश को कमजोर कर रही हैं. यहां तक कि भाजपा के अपने लोग भी अब दबी जुबान में कहने लगे हैं कि सत्ता के केंद्रीकरण से देश को नुकसान हो रहा है.
वंदे मातरम को विवादित करना महापाप: प्रियंका गांधी ने वंदे मातरम पर हो रही बहस को अनावश्यक बताया. उन्होंने कहा कि यह गीत भारत की आत्मा है और देश के कण-कण में बसा है. इस पर संसद में बहस करने की कोई जरूरत नहीं होनी चाहिए. उन्होंने सत्तापक्ष की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘अपने देश की आत्मा के इस महामंत्र को विवादित करके आप महापाप कर रहे हैं. कांग्रेस इस पाप में कभी शामिल नहीं होगी.’ उन्होंने कहा कि वंदे मातरम उन उम्मीदों की गुहार है, जिसे मोदी सरकार हर रोज अपने अहंकार तले कुचल रही है. जब हम वंदे मातरम कहते हैं, तो हमें आजादी की लड़ाई याद आती है. लेकिन सरकार इसे सिर्फ एक राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रही है.
बंगाल चुनाव और ध्यान भटकाने की साजिश: कांग्रेस महासचिव ने इस बहस के समय पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि हम आज इस पर बहस क्यों कर रहे हैं? इसके पीछे दो मुख्य कारण हैं. पहला और सबसे बड़ा कारण यह है कि पश्चिम बंगाल में चुनाव आने वाले हैं. प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा वहां अपनी भूमिका बनाना चाहते हैं, इसलिए राष्ट्रवाद का मुद्दा हवा में उछाला जा रहा है. दूसरा कारण यह है कि सरकार उन स्वतंत्रता सेनानियों पर नए आरोप लगाना चाहती है जिन्होंने देश के लिए कुर्बानियां दीं. प्रियंका ने कहा कि सरकार की मंशा साफ है. वे चाहते हैं कि देश का युवा बेरोजगारी पर सवाल न पूछे, पेपर लीक पर बात न हो और महंगाई पर चर्चा न हो. इसलिए जनता का ध्यान भटकाने के लिए यह ‘इवेंट’ आयोजित किया गया है.
नेहरू ने देश बनाया, आपने क्या किया? भाषण के दौरान जब सत्तापक्ष के कुछ सदस्यों ने पंडित जवाहरलाल नेहरू पर टीका-टिप्पणी की, तो प्रियंका गांधी ने पलटवार किया. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को नेहरू पर बार-बार आरोप लगाने के बजाय एक बार संसद में पूरी चर्चा करा लेनी चाहिए, ताकि यह अध्याय हमेशा के लिए खत्म हो सके. उन्होंने एक तुलना करते हुए कहा, ‘जितने साल से नरेन्द्र मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं, जवाहरलाल नेहरू जी लगभग उतने साल देश की आजादी के लिए जेल में रहे हैं.’ प्रियंका ने नेहरू के योगदान को गिनाते हुए कहा कि अगर नेहरू ने इसरो नहीं बनाया होता तो आज मंगलयान नहीं होता. अगर डीआरडीओ नहीं होता तो तेजस फाइटर जेट नहीं बनता. उन्होंने कहा कि आईआईटी और आईआईएम जैसे संस्थान नेहरू की देन हैं, जिसकी वजह से आज हम आईटी सेक्टर में दुनिया में आगे हैं. अगर एम्स नहीं होता तो कोरोना महामारी का सामना कैसे होता? उन्होंने कहा कि नेहरू जी देश के लिए जिए और देश की सेवा करते हुए ही दम तोड़ा.
अधिवेशन और टैगोर का सच: प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री के भाषण में एक ऐतिहासिक तथ्य को छिपाने का भी दावा किया. उन्होंने कहा कि वंदे मातरम की सालगिरह पर पीएम मोदी ने कहा कि 1896 में गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर ने पहली बार यह गीत ‘एक अधिवेशन’ में गाया था. लेकिन प्रधानमंत्री जी यह बताना भूल गए कि वह ‘कांग्रेस का अधिवेशन’ था. प्रियंका ने सवाल किया कि आखिर मोदी जी इस सच को बताने से क्यों कतरा रहे थे? उन्होंने कहा कि कांग्रेस के हर अधिवेशन में आज भी सामूहिक रूप से वंदे मातरम गाया जाता है. उन्होंने भाजपा को चुनौती देते हुए कहा कि वे बताएं कि क्या उनके अधिवेशनों में ऐसा होता है.
कांग्रेस देश के लिए, भाजपा चुनाव के लिए: अपने भाषण के अंत में प्रियंका गांधी ने भाजपा और कांग्रेस की विचारधारा में अंतर स्पष्ट किया. उन्होंने कहा कि भाजपा की राजनीति सिर्फ चुनाव से चुनाव तक सीमित है. यह ‘इवेंट मैनेजमेंट’ और दिखावे की राजनीति है. वहीं, कांग्रेस देश के लिए है. उन्होंने सत्तापक्ष को चेतावनी देते हुए कहा, ‘हम इस मिट्टी के लिए आपसे और आपकी विचारधारा से लड़ते रहेंगे. आप हमें रोक नहीं सकते.’ उन्होंने कहा कि प्रदूषण, महंगाई और बेरोजगारी असली समस्याएं हैं. सरकार को अतीत में झांकने के बजाय वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों पर बात करनी चाहिए. प्रियंका ने साफ कर दिया कि कांग्रेस सरकार की ध्यान भटकाने वाली चालों को कामयाब नहीं होने देगी.
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राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...और पढ़ें
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New Delhi,Delhi
First Published :
December 08, 2025, 17:52 IST

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