Last Updated:July 06, 2025, 11:09 IST
पटना की सड़कों से दिल्ली की गलियों तक अजय वर्मा का नाम अपराध की दुनिया में दहशत का दूसरा नाम रहा है. बीते 4 जुलाई को बिहार के बड़े कारोबारी गोपाल खेमका की सनसनीखेज हत्या ने जब बेउर जेल में बंद इस कुख्यात गैंगस्...और पढ़ें

गोपाल खेमका मर्डर केस में बेउर जेल में बंद कुख्यात अजय वर्मा से पूछताछ हुई.
हाइलाइट्स
बेउर जेल में रची गई गोपाल खेमका मर्डर की साजिश? बेउर जेल में कुख्यात अजय वर्मा से पूछताछ. गोपाल खेमका हत्याकांड की जांच में बेउर जेल से मोबाइल और सिम कार्ड बरामद, सुपारी किलिंग का शक. अजय वर्मा पर 28 से अधिक संगीन मामले, गुड्डू मुनीर मर्टर और मो. नन्हें पर गोलीबारी शामिल.पटना. बिहार के प्रमुख कारोबारी गोपाल खेमका की शुक्रवार (4 जुलाई) की देर रात को गांधी मैदान इलाके में गोली मारकर हत्या ने बिहार में सनसनी मचा दी. इस हत्याकांड की जांच का दायरा बेउर जेल तक पहुंचा तो इसी जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर अजय वर्मा से पूछताछ ने उसके आपराधिक इतिहास को फिर से सुर्खियों में ला दिया. दरअसल, कुख्यात अजय वर्मा का नाम बिहार और दिल्ली के आपराधिक जगत में दहशत का पर्याय है. इस पर हत्या, रंगदारी, अपहरण, डकैती और आर्म्स एक्ट के तहत 28 से अधिक संगीन मामले दर्ज हैं. गोपाल खेमका की हत्या की साजिश में अजय वर्मा का नाम सामने आने के बाद पुलिस ने बेउर जेल में छापेमारी की गई और मोबाइल समेत कई ऐसे सामान बरामद किये गए हैं जो जेल से रची गई साजिश की ओर संकेत करते हैं. दरअसल, अंतरराज्यीय कुख्यात अपराधी अजय वर्मा का आपराधिक रिकॉर्ड चौंकाने वाला है और यह बेहद खतरनाक है.
बता दें कि बीते 24 जून 2025 को पटना के दीघा में अजय वर्मा और उसके तीन साथियों को हत्या की साजिश रचते हुए गिरफ्तार किया गया था, जहां से जर्मन निर्मित पिस्तौल, 98 कारतूस और एक कार बरामद हुई थी. यह गिरफ्तारी गोपाल खेमका हत्याकांड से ठीक पहले की थी जिसने पुलिस का शक गहरा किया है. एक बार फिर इसका नाम सुर्खियों में है और बेउर जेल में इससे पूछताछ की गई है. इससे पहले बेउर जेल में छापेमारी के दौरान जेल के भीतर से तीन मोबाइल, सिम कार्ड और एक कागज पर लिखा मोबाइल नंबर बरामद हुआ है. पटना पुलिस को शक है कि गोपाल खेमका की हत्या की सुपारी जेल के अंदर से दी गई थी.
पटना से दिल्ली तक अजय के अपराध की दुनिया
पटना के एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने बीते 24 जून को अजय वर्मा और उसके तीन साथियों की गिरफ्तारी के बाद बताया था कि अजय वर्मा का गैंग पटना में जमीन कब्जा, सुपारी किलिंग और रंगदारी वसूली जैसे अपराधों में सक्रिय रहता है और इसका नेटवर्क दिल्ली तक फैला हुआ है. अजय वर्मा बेहद शातिर है और दिल्ली के खजूरी खास थाना क्षेत्र में 2021 में गुड्डू मुनीर की हत्या में उसकी संलिप्तता सामने आई थी. इसके अलावा बीते 17 मई 2025 को पटना के खाजेकला थाना क्षेत्र में मो. नन्हें पर गोलीबारी की घटना में भी उसका नाम सामने आया था. इस मामले में अजय वर्मा की तलाश की जा रही थी, लेकिन वह लगातार फरार चल रहा था.
बीते 24 जून को STF ने अजय वर्मा सहित 4 आरोपियों को दबोचा था.
दिल्ली में कराई हत्या, वीडियो कॉल पर था कुख्यात
बताया जाता है कि नवंबर, 2017 में अजय वर्मा पर भी गुलबी घाट के समीप हमला किया गया था. उसके गर्दन में गोली मारी गई थी. इस मामले में अपराधी गुड्डू मुनीर का नाम सामने आया था. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था. जमानत पर छूटने के बाद वह दिल्ली भाग गया था. एसटीएफ के मुताबिक, उत्तर-पूर्वी दिल्ली के खजुरी खास इलाके में 13 मार्च 2021 को अजय वर्मा ने गुड्डू मुनीर की हत्या करवा दी थी. बताया जाता है कि लाइव हत्या देखने के लिए वह वीडियो काल पर था. इसको लेकर खजुरी खास थाने में कांड संख्या 113/21 दर्ज है. बताया जाता है कि शूटर ने पकड़े जाने के बाद अजय वर्मा का नाम लिया था. इसके बाद दिल्ली पुलिस उसकी तलाश में पटना आती थी, लेकिन अजय फरार मिलता था. बीते 24 जून को उसको गिरफ्तार किया गया था.
पटना एसटीएफ ने अजय वर्मा को गिरफ्तार किया
बता दें कि बिहार एसटीएफ ने बीते 24 जून को पटना के दीघा से अजय वर्मा को तीन साथियों के साथ गिरफ्तार कर बड़ी गैंगवार की साजिश को विफल किया था. अजय वर्मा घग्घा घाट निवासी नागेश्वर प्रसाद वर्मा का बेटा है. इसके साथ जो अपराधी पकड़े गए उनके नाम नंदकिशोर उर्फ पुटन सिंह, अमित कुमार उर्फ पीलिया और साबिर आलम है. इनके पास से भारी मात्रा में अवैध हथियार और कारतूस बरामद किए गए थे. आरोपी अजय पर देश के विभिन्न हिस्सों में कई संगीन केस दर्ज हैं. पटना के सुलतानगंज, खाजेकला, चौक, आलमगंज, पीरबहोर, कदमकुआं, कंकड़बाग, फुलवारी और जीआरपी थानों में उसके खिलाफ कई मामले दर् हैं. इन मामलों में हत्या, अपहरण, रंगदारी और हथियारों की तस्करी जैसे गंभीर अपराध हैं.
गोपाल खेमका हत्याकांड जांच में अब आगे क्या?
एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि अजय वर्मा का गैंग पटना और दिल्ली में सुपारी किलिंग और जमीन कब्जे के धंधे में सक्रिय था. पुलिस अब उसके नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है, जिसमें सीसीटीवी फुटेज, फॉरेंसिक साक्ष्य और जेल में बंद अन्य अपराधियों से पूछताछ शामिल है. खेमका की हत्या ने बिहार में व्यापारियों के बीच डर पैदा कर दिया है और अजय वर्मा जैसे अपराधियों की सक्रियता ने कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं.
पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट...और पढ़ें
पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट...
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