गोपाल खेमका केस में अबतक क्या हासिल हुआ? जानें पुलिस की थ्योरी के पीछे का सच

7 hours ago

Last Updated:July 06, 2025, 18:46 IST

Gopal Khemka Murder News: पटना के व्यवसायी गोपाल खेमका की हत्या से बिहार की सियासत में उबाल है. नीतीश कुमार सरकार पर कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठे हैं. एसआईटी जांच कर रही है, तीन संदिग्ध हिरासत में हैं.

गोपाल खेमका केस में अबतक क्या हासिल हुआ? जानें पुलिस की थ्योरी के पीछे का सच

गोपाल खेमका मर्डर केस में अबतक क्या हुआ?

हाइलाइट्स

गोपाल खेमका की हत्या से बिहार में सियासी उबाल.नीतीश सरकार पर कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल.एसआईटी जांच में तीन संदिग्ध हिरासत में.

पटना. पटना के मशहूर व्यवसायी गोपाल खेमका की हत्या के 48 घंटे होने को हैं. 4 जुलाई को रात 11.30 बजे के आस-पास गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस घटना से बिहार की सियासत में उबाल आया हुआ है. राजनीति से लेकर समाज के हर तबके में में गुस्सा है. यह घटना सात साल पहले उनके बेटे गुंजन खेमका की हत्या की याद दिलाती है, जो हाजीपुर में इसी तरह की हमले में मारे गए थे. यह हाई-प्रोफाइल हत्याकांड बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से ठीक पहले नीतीश कुमार सरकार के लिए कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर रहा है. आइए इस घटना के बाद अब तक क्या-क्या हुआ है?

गोपाल खेमका मर्डर केस 4 जुलाई 2025, रात 11:40 बजे: गोपाल खेमका, मगध हॉस्पिटल के मालिक और बैंकिपुर क्लब के निदेशक, गांधी मैदान के पास पनाशे होटल के निकट अपने ट्विन टावर अपार्टमेंट के गेट पर पहुंचे. जैसे ही वह कार से उतरे, एक बाइक सवार हमलावर ने उनकी कनपटी पर गोली मार दी. खेमका को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित किया गया.

4 जुलाई 2025, रात 11:40 बजे से 2:30 बजे: खेमका के भाई शंकर ने आरोप लगाया कि पुलिस को सूचना देने के बावजूद वे डेढ़ से तीन घंटे देरी से पहुंची. गांधी मैदान थाना महज 300-500 मीटर दूर होने के बावजूद पुलिस की यह देरी सवालों के घेरे में है.

5 जुलाई 2025, सुबह: बिहार के डीजीपी विनय कुमार ने विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया, जिसकी अगुआई सिटी एसपी (सेंट्रल) दीक्षा कुमारी कर रही हैं.

5 जुलाई 2025, दोपहर: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 1 अणे मार्ग पर आपात बैठक बुलाई, जिसमें डीजीपी और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए.

5 जुलाई 2025, दोपहर 3:05 से 4:35 बजे: पुलिस ने बेउर जेल में छापेमारी की, जहां गैंगस्टर अजय वर्मा से पूछताछ हुई. तीन मोबाइल फोन, सिम कार्ड और अन्य सामग्री बरामद की गई.

6 जुलाई 2025, सुबह: पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया. सूत्रों ने बताया कि हत्या जमीन विवाद या सुपारी किलिंग से जुड़ी हो सकती है.

डीजीपी विनय कुमार ने सिटी एसपी दीक्षा कुमारी की अगुआई में SIT बनाई, जिसमें विशेष टास्क फोर्स (STF) और CID को सहयोग के लिए शामिल किया गया.

पुलिस ने गांधी मैदान क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू की, जिसमें एक नीली शर्ट और काले हेलमेट में हमलावर दिखा, जो गोली चलाने के बाद बाइक से भागा.

पुलिस को शक है कि हत्या की साजिश बेउर जेल में रची गई. 100 से अधिक कैदियों से पूछताछ की गई और तीन मोबाइल फोन बरामद किए गए.

6 जुलाई को तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया गया. पुलिस जमीन विवाद और गैंगस्टर अजय वर्मा के कनेक्शन की जांच कर रही है.

 घटनास्थल से एक गोली और खोखा बरामद किया गया. फोरेंसिक टीम ने सबूत जमा किए, और जांच तेज की गई.

खेमका के छोटे बेटे और परिवार को दो निजी अंगरक्षक दिए गए.

डीजीपी विनय कुमार ने कहा कि सभी कोणों से जांच हो रही है, जिसमें व्यापारिक प्रतिद्वंद्विता और निजी दुश्मनी शामिल हैं. जल्द गिरफ्तारी का दावा किया गया.

गोपाल खेमका की हत्या ने नीतीश सरकार की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं. तेजस्वी यादव से लेकर चिराग पासवान तक बिहार में लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल उठाए हैं. यह हत्याकांड बिहार की सियासत में बड़ा मुद्दा बन गया है. खेमका परिवार की सुरक्षा और बार-बार निशाना बनने की घटनाओं ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं. एसआईटी की जांच और बेउर जेल से मिले सुराग इस केस को सुलझाने में कितने कारगर होंगे, यह देखना बाकी है.

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