Last Updated:November 10, 2025, 12:44 IST
CM Yogi Rally in Bihar Chunav 2025: बिहार चुनाव 2025 में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की सभाओं ने चुनावी माहौल को पूरी तरह से बदल दिया है. सीएम योगी ने पहले और दूसरे चरण में कुल 31 रैलियां और 1 रोड शो किया. उनकी सभाओं के केंद्र में 'बुलडोजर पॉलिटिक्स', सुरक्षा, घुसपैठ और राम मंदिर जैसे मुद्दे रहे.
बिहार चुनाव 2025 में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने 31 रैलियां कीं.पटना. बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण के लिए प्रचार का शोर थम चुका है. लेकिन इस बार बिहार चुनाव में अगर किसी स्टार प्रचारक की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है, तो वह हैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ. पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के बाद योगी आदित्यनाथ एनडीए के तीसरे सबसे बड़े स्टार प्रचारक थे, जिनकी बिहार में जबरदस्त मांग देखी गई. सीएम योगी ने बिहार के चुनावी समर में कुल 31 रैलियां और 1 रोड शो किया, जिसने खासकर युवाओं और बहुसंख्यक वोटरों के बीच एक अलग तरह का माहौल बनाने का काम किया है.
सीएम योगी की बिहार में जहां-जहां रैलियां हुईं, वहां पर बुलडोजर की दर्जनों गाड़ियां भी रहती थीं. भीड़ से ‘बुलडोजर बाबा’ की गूंज सुनते ही सीएम योगी अपने को रोक नहीं पाते. उनके चेहरे पर मंद-मंद मुस्कान बता रहा था कि क्यों उनकी बिहार में इतनी डिमांड है. सीएम योगी न केवल बीजेपी प्रत्याशियों के लिए बल्कि जेडीयू, राष्ट्रीय लोक मोर्चा और एलजेपी (रामविलास) के उम्मीदवारों के लिए भी सभाएं कीं. सीएम योगी बीजेपी के पहले बड़े स्टार प्रचारक थे, जिन्होंने दानापुर में बीजेपी उम्मीदवार रामकृपाल यादव के लिए पहली सभा की. उसी दिन उनकी दूसरी सभा सीमांचल में भी हुई.
‘बाबा बुलडोजर’ की बिहार में धूम
सीएम योगी ने सीमांचल और मिथिलांचल के कई संवेदनशील इलाकों में लगातार चुनावी सभाएं करते रहे. दूसरे चरण की वोटिंग से पहले उनकी रैलियां सीमांचल के अररिया, किशनगंज, छातापुर पर केंद्रित रहीं. योगी की रैलियों में सबसे चर्चित तथ्य उनके भाषण नहीं, बल्कि सभा स्थल पर दर्जनों बुलडोजर गाड़ियों की उपस्थिति थी. यह सीधे तौर पर उत्तर प्रदेश की ‘बुलडोजर पॉलिटिक्स’ से प्रेरित थी. उनके भाषणों के मुख्य बिंदु कानून-व्यवस्था रहा. योगी ने आरजेडी के ‘जंगलराज’ की बात उठाई और कहा कि ‘जो अपराध करेगा, उसका टिकट यमलोक तक पक्का है’. उन्होंने दावा किया कि यूपी में माफिया के खिलाफ बुलडोजर चलता है और बिहार में एनडीए की सरकार बनने पर यहां भी यही होगा.
सीएम योगी ने की 31 सभाएं
सीमांचल में योगी ने खुलेआम घुसपैठियों का मुद्दा उठाया. उन्होंने आरोप लगाया कि महागठबंधन बांग्लादेश की तरह सीमावर्ती इलाकों को घुसपैठ का केंद्र बनाना चाहता है. उन्होंने ध्रुवीकरण का सीधा प्रयास करते हुए कहा कि ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ और ‘एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे’. हर रैली में सीएम योगी ने भगवान राम और अयोध्या में बन रहे मंदिर का जिक्र किया. सीतामढ़ी में माता सीता के लिए बन रहे मंदिर का भी जिक्र करना वह नहीं भूलते. उन्होंने महागठबंधन को ‘धर्म विरोधी’ और ‘राम विरोधी’ बताकर सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को मजबूत करने की कोशिश की.
योगी की सभाओं में जुटी भीड़ और उनके आक्रामक भाषणों का असर जमीनी स्तर पर देता है.
योगी आदित्यनाथ की सभाओं में जुटी भीड़ और उनके आक्रामक भाषणों का असर जमीनी स्तर पर स्पष्ट दिखाई देता है. राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार उनके प्रचार से बिहार में एनडीए का माहौल बना. योगी ने खासकर युवाओं और बहुसंख्यक वोटर के बीच कानून-व्यवस्था और घुसपैठ के मुद्दे को स्थापित किया. यह मुद्दा आरजेडी के तेजस्वी यादव के विकास और नौकरी के एजेंडे को काटने में कुछ हद तक सफल रहा है, खासकर सीमांचल जैसी सीटों पर जहां ध्रुवीकरण होने पर एनडीए को सीधा फायदा होता है. सीएम योगी के खुल्लमखुल्ला आरोप और ‘जंगलराज’ की याद दिलाने से महागठबंधन को कुछ सीटों पर रक्षात्मक होना पड़ा. आरजेडी को बार-बार यह स्पष्ट करना पड़ा कि उनका चुनाव विकास के एजेंडे पर है, लेकिन योगी के भाषणों ने जातिगत समीकरणों के अलावा धार्मिक मुद्दे को भी प्रमुखता दी.
First Published :
November 10, 2025, 12:44 IST

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