Last Updated:November 13, 2025, 17:42 IST
Bihar Chunav Results: बिहार चुनाव 2025 के नतीजे से पहले वाली 'तूफानी रात'. पटना से दिल्ली तक नेताओं के बंद कमरे में शुरू हो गई 'सीक्रेट मुलाकात'! जानें आज की रात नतीजों से पहले की अंतिम रणनीति तैयार करने के लिए बेहद महत्वपूर्ण रात क्यों है?
बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे से पहले आज आखिरी रात है.पटना. बिहार चुनाव के नतीजे आने में अब कुछ ही घंटे बचे हैं. इस बीच सोशल मीडिया पर आई कुछ तस्वीर और वीडियो ने बड़े-बड़े नेताओं की नींद उड़ा दी है.आज यानी नतीजे के पहले की रात बिहार के कई दिग्गजों की नींद गायब होने वाली है. ईवीएम से लेकर सरकार बनाने और बिगाड़ने सभी तरह के प्लान पर काम चल रहा है. रात के अंधेरे में और बंद में कमरे में पटना की सड़कों पर खेल शुरू हो गया है. खासकर कौन-कौन निर्दलीय उम्मीदवारों की जीत की संभावना है, उस कैंडिडेट का पुराना कनेक्शन क्या रहा है, इसकी खोजबीन अभी से ही शुरू हो गई है.
14 नवंबर की सुबह ईवीएम खुलने से पहले 13-14 नवंबर की रात बिहार की सर्द मौसम का राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है. इस तापमान का असर देश की राजधानी दिल्ली तक नजर आ रहा है. एनडीए और महागठबंधन दोनों ही कैंप में बड़ी हलचल है. एग्जिट पोल के आंकड़ों के बाद दोनों गठबंधन अंतिम रणनीति तैयार करने में जुटी है. दोनों गठबंधन संभावित परिणामों को कबूल करने और रिजेक्ट करने के लिए अपने-अपने ‘चाणक्य’ यानी सलाहकारों से बंद कमरे में गुप्त बैठक कर प्लान A, B और C भी तैयार कर रहे हैं.
बिहार चुनाव के नतीजे के बाद की राजनीति.
नतीजे से पहले आखिरी रात और गहमागहमी
राजनीतिक पार्टियों खासकर महागठबंधन और आऱजेडी को मतगणना केंद्रों की सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता है. आरजेडी और अन्य महागठबंधन के नेता खुद और अपने प्रतिनिधियों के साथ मिलकर ईवीएम स्ट्रांग रूम के आस-पास पूरी रात चौकसी बरत रहे हैं. यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोई भी अवांछित व्यक्ति या वस्तु स्ट्रांग रूम के पास न जा सके.
बंद कमरे में मुलाकात का राज
दोनों गठबंधनों के पार्टी दफ्तरों और बड़े-बड़े नेताओं के घरों पर लगातार आंकड़ों का मिलान किया जा रहा है. बूथ लेवल के आंकड़ों को एग्जिट पोल के नतीजों के साथ जोड़कर देखा जा रहा है. महागठबंधन नेताओं को विश्वास है कि एंटी-इनकम्बेंसी के कारण एग्जिट पोल के आंकड़े गलत साबित होंगे. वहीं, दूसरी ओर एग्जिट पोल के नतीजे से उत्साहित एनडीए के नेता सरकार बनाने के लिए गुप्त और बंद कमरे में बैठक कर रहे हैं.
क्या बिहार चुनाव का रुख महिलाएं बदलेंगी?
किस खेमे में उत्साह, कहां छाई मायूसी?
एनडीए के नेता नीतीश कुमार और महागठबंधन के सीएम फेस तेजस्वी यादव दोनों गठबंधनों के शीर्ष नेताओं और करीबी पदाधिकारियों के साथ बंद कमरे में मिलकर हर सीट पर हार-जीत के संभावित कारणों पर चर्चा कर रहे हैं. चूंकि एग्जिट पोल में एनडीए को बढ़त मिली है, इसलिए दिल्ली में भी बीजेपी नेताओं का देर रात तक बैठकों का दौर चलने की संभावना है.
पटना से लेकर दिल्ली तक नींद गायब
महागठबंधन के राष्ट्रीय स्तर के नेता दिल्ली में विपक्षी दलों के अपने समकक्षों के साथ संपर्क में हैं. अगर परिणाम त्रिशंकु यानी Hung आते हैं, तो आगे की रणनीति क्या होगी? कौन-कौन नेता इधर से उधर यानी पाला बदल सकते हैं? ऐसे में दोनों गठबंधनों में इस बात की चर्चा हो रही है कि अगर किंतु-परंतु हुआ तो किस वरिष्ठ नेताओं को ऑब्जर्वर बनाकर बिहार में तैनात किया जाए, जो नतीजों के तुरंत बाद विधायकों को एकजुट करने और पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने का काम करेंगे.
6 और 11 नवंबर को दो चरणों में चुनाव हुए. (फाइल फोटो)
कुलमिलाकर आज की रात बिहार के लिए सिर्फ नतीजों से पहले की रात नहीं है, बल्कि सत्ता के दावेदारों के लिए रणनीति और सत्ता के गणित को अंतिम रूप देने का समय है. कल सुबह 8 बजे ईवीएम खुलने के बाद पता चलेगा कि किसकी रणनीति काम आई और बिहार में अगला मुख्यमंत्री कौन होगा?
रविशंकर सिंहचीफ रिपोर्टर
भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा...और पढ़ें
भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा...
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First Published :
November 13, 2025, 17:42 IST

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