यहां खुला है गरीबों का सुपर-30, 800 बच्चों की बदल चुका है किस्मत!

5 hours ago

Last Updated:May 22, 2025, 12:10 IST

जयपुर के झालाना डूंगरी में श्री‌विद्या ज्योति फाउंडेशन सोसायटी का अनोखा कोचिंग सेंटर चर्चा में है. यहां सरकारी पदों पर कार्य करते हुए लोग शिक्षक की भूमिका अदा कर रहे हैं और गरीब बच्चों को निशुल्क शिक्षा दे रहे ...और पढ़ें

यहां खुला है गरीबों का सुपर-30, 800 बच्चों की बदल चुका है किस्मत!

बिहार के तर्ज पर यहां भी चल रहा है सुपर-30 (इमेज- फाइल फोटो)

जयपुर में बच्चों की शिक्षा को लेकर लोग पूरी तरह समर्पित हैं. जिस तरह बिहार का सुपर-30 कोचिंग दुनियाभर में मशहूर है, उसी तरह जयपुर में भी एक ऐसा ही अनोखा निःशुल्क कोचिंग हैं, जो सुपर-30 को टक्कर देता है. जयपुर के झालाना डूंगरी में श्री‌विद्या ज्योति फाउंडेशन सोसायटी का अनोखा कोचिंग सेंटर चर्चा में है. यहां सरकारी पदों पर कार्य करते हुए लोग शिक्षक की भूमिका अदा कर रहे हैं और ग़रीब बच्चों को निशुल्क शिक्षा दे रहे हैं. आपको बता दें यह अनोखा कोचिंग सेंटर 10 साल से कच्ची बस्ती के बच्चों को निशुल्क शिक्षा दे रहा है, जहां के स्टूडेंट्स सफलता की नई-नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं.

लोकल-18 ने इस अनोखे कोचिंग सेंटर पहुंच कर यहां वर्षों से बच्चों को पढ़ा रहें शिक्षकों से बात की. जयपुर मेट्रो के पूर्व डायरेक्टर मुकेश सिंघल बताते हैं हमने स्कूल के बाद कोचिंग करने वाले स्टूडेंट्स के लिए ऐसा मॉडल तैयार किया हैं, जिसमें आसपास के इलाकों के बच्चे निशुल्क कोचिंग ले सकते हैं. यहां विशेष रूप से कक्षा 6 से 12वीं तक के स्टूडेंट्स पढ़ने के लिए आते हैं. अभी कुल 275 स्टूडेंट्स यहां शाम के समय पढ़ने आते हैं. मुकेश सिंघल का कहना की यहां पढ़कर बच्चे लगातार सफलता प्राप्त कर रहे हैं. अब तक कोचिंग सेंटर से 7 स्टूडेंट नर्सिंग, 2 आईआईटी खड़गपुर, 3 एमएनआईटी जयपुर, 5 स्किल यूनिवर्सिटी से बी-वॉक और प्राइवेट कॉलेज से ग्रेजुएशन कर रहे हैं. साथ ही आरयूएचएस और प्रदेश के अन्य सरकारी मेडिकल कॉलेजों 4 स्टूडेंट्स एमबीबीएस कर रहे हैं. इसके अलावा हाल ही में यहां की स्टूडेंट सविता का टाटा मोटर्स में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर सलेक्शन हुआ है.

अपनी नौकरी से समय निकालकर यहां पढ़ाने आते हैं अधिकारी
आपको बता दें यह कोचिंग अनोखा है, जहां बड़े-बड़े सरकारी पदों पर कार्य कर रहे लोग बच्चों को अपनी नौकरी से समय निकालकर शाम के समय पढ़ाने आते हैं. देशराज वर्मा जो पीडब्ल्यूडी में एक्सईएन के पद पर हैं, यहां 10 सालों से समय निकालकर बच्चों को पढ़ाने आ रहे हैं. साथ ही इस कोचिंग सेंटर की सबसे खास बात यह हैं कि यहां लड़किया पढ़ने के लिए सबसे ज्यादा आती हैं. यहां बच्चों के लिए 8 क्लास रूम हैं, जहां शाम 5 बजे से 7:30 बजे तक कक्षाएं चलती हैं. इसमें आर्ट्स, कॉमर्स और विज्ञान के टॉपर स्टूडेंट्स भी यहां बच्चों को पढ़ाते हैं. मुकेश सिंगल बताते हैं कि 10 साल में करीब 800 से अधिक बच्चों को 12वीं तक अपने खर्चे पर पढ़ाया है. यहां से पढ़कर कई बच्चों ने दसवीं और बारहवीं की परीक्षा टॉप की है. मुकेश बताते हैं कि यह कोचिंग उन सभी बच्चों के लिए समर्पित हैं जो शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं और महंगी फीस के कारण कोचिंग में पढ़ नहीं सकते. उनके लिए यहां पूरी तरह निशुल्क शिक्षा मौजूद है.

10 साल पहले शुरू हुई था कोचिंग का कारवां
आपको बता दें इस अनोखे कोचिंग सेंटर की शुरुआत 10 साल पहले एक्सईएन देशराज वर्मा ने की थी, जिन्होंने अपने खर्चे पर जरूरतमंद बच्चों को पढ़ाना शुरू किया था. जिसमें ख़ासतौर पर कारपेंटर, बस और ट्रक ड्राइवर्स, बेलदार-सफाई कर्मचारियों से लेकर गांवों से पलायन कर झुग्गी-झोपड़ी में रहने वालों के बच्चे पढ़ने आते थे. इसके बाद यहां पढ़ने वाले स्टूडेंट्स जिन्होंने 12वीं पास की, वो अपने कॉलेज की पढ़ाई बाद समय निकालकर यहां शाम को पढ़ाने आने लगे. मुकेश सिंगल बताते हैं कि शिक्षा के साथ हमारा पहला उद्देश्य रहता हैं कि बच्चें अच्छे नागरिक बने और देश की सेवा करें. अब तक यहां पढ़कर निकले बच्चों ने अलग-अलग क्षेत्रों में सफलता प्राप्त की जिससे हमें भी खुशी होती है.

authorimg

Sandhya Kumari

न्यूज 18 में बतौर सीनियर सब एडिटर काम कर रही हूं. रीजनल सेक्शन के तहत राज्यों में हो रही उन घटनाओं से आपको रूबरू करवाना मकसद है, जिसे सोशल मीडिया पर पसंद किया जा रहा है. ताकि कोई वायरल कंटेंट आपसे छूट ना जाए.

न्यूज 18 में बतौर सीनियर सब एडिटर काम कर रही हूं. रीजनल सेक्शन के तहत राज्यों में हो रही उन घटनाओं से आपको रूबरू करवाना मकसद है, जिसे सोशल मीडिया पर पसंद किया जा रहा है. ताकि कोई वायरल कंटेंट आपसे छूट ना जाए.

भारत पाकिस्तान की ताज़ा खबरें News18 India पर देखें

homerajasthan

यहां खुला है गरीबों का सुपर-30, 800 बच्चों की बदल चुका है किस्मत!

Read Full Article at Source