Last Updated:November 07, 2025, 18:10 IST
Cyber Fraud with MP : पश्चिम बंगाल के सांसद कल्याण बनर्जी के साथ 55 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. एसबीआई में स्थित उनके खाते में इस धोखाधड़ी के बाद बैंक ने मामला दर्ज कराया है.
तृणमूल कांग्रेस के खाते से साइबर ठगों ने 55 लाख रुपये उड़ा दिए. नई दिल्ली. अभी तक आम आदमी को निशाना बना रहे साइबर ठगों ने इस बार माननीय के खाते में सेंध लगा दी. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सांसद कल्याण बनर्जी के साथ साइबर ठगी का मामला सामने आया है. यह पूरी घटना एसबीआई के ब्रांच मैनेजर की नाक के नीचे हुई और सांसद के खाते से 55 लाख रुपये ठगों ने उड़ा दिए. इस घटना के बाद एसबीआई ने साइबर पुलिस के पास मामला दर्ज कराया है.
आनंदबाजार न्यूज पोर्टल के मुताबिक, ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी साइबर धोखाधड़ी का शिकार बन गए हैं. खबरों के मुताबिक, सांसद के एसबीआई में खोले गए विधानसभा बैंक खाते से 55 लाख रुपये की हेराफेरी का मामाल सामने आया है. साइबर ठगी के बाद एसबीआई के अधिकारियों ने साइबर क्राइम विभाग में आधिकारिक शिकायत की और मामला दर्ज कराया है.
मैनेजर ने फोन करके बताई धोखाधड़ी
न्यूज पोर्टल की मानें तो तृणमूल सांसद कल्याण बनर्जी का दावा है कि उन्हें हाईकोर्ट शाखा के एसबीआई ब्रांच मैनेजर ने खुद इस धोखाधड़ी की जानकारी दी है. बकौल सांसद, ब्रांच मैनेजर ने 6 नवंबर को फोन करके उन्हें बताया कि उनके खाते में 55 लाख रुपये की धोखाधड़ी हुई है. पश्चिम बंगाल के सेरामपुर संसदीय सीट से लोकसभा सदस्य कल्याण बनर्जी ने धोखाधड़ी की इस घटना में निराशा जताई है. हालांकि, बैंक की शिकायत के बाद कोलकाता पुलिस की साइबर क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू कर दी है.
कैसे हुआ फर्जीवाड़ा
न्यूज पोर्टल के अनुसार, इस फर्जीवाड़े को ठगों ने सांसद की फोटो और मोबाइल नंबर का उपयोग करके इंजाम दिया है. साइबर ठगों ने पहले सांसद की कोलाकाता के कालीघाट शाखा स्थित एसबीआई के मुख्य बैंक खाते से 55 लाख रुपये उनके असेंबली स्थित एसबीआई सब-ब्रांच के निष्क्रिय खाते में ट्रांसफर किए. फंड ट्रांसफर होने के बाद ठगों ने सारा पैसा खाते से निकाल लिए. इसकी जानकारी होने पर एसबीआई के ब्रांच मैनेजर ने सांसद को इसकी जानकारी और साइबर पुलिस के पास मामला दर्ज कराया.
क्यों निष्क्रिय हुआ सांसद का बैंक खाता
कल्याण बनर्जी ने एसबीआई के असेंबली सब-ब्रांच में यह खाता तब खुलवाया था, जब वह साल 2001 से 2006 तक विधायक थे. यह सब ब्रांच एसबीआई की हाईकोर्ट ब्रांच के अंतर्गत ही आती है. बनर्जी का खाता भी अन्य विधायकों के साथ खोला गया था, क्योंकि एमएलए रहने के दौरान सभी अलाउंस इसी खाते में आते थे. बनर्जी ने बताया कि काफी लंबे समय से सांसद ने इस खाते से कोई लेनदेन नहीं किया, यही कारण है कि इस खाते को निष्क्रिय अकाउंट में बदल दिया गया. हालांकि, नियमों के तहत बैंकों को भी ऐसे अकाउंट इनएक्टिव घोषित करने पड़ते हैं.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
November 07, 2025, 18:05 IST

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