नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने News18 ग्रुप एडिटर-इन-चीफ राहुल जोशी से एक्सक्लूसिव बातचीत में भारत की रक्षा नीति, सैन्य आधुनिकीकरण और आत्मनिर्भरता पर खुलकर चर्चा की. उन्होंने कहा कि भारत अब ‘डिफेंस इम्पोर्टर’ नहीं, बल्कि ‘डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग पावर’ बन चुका है. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में राफेल की सफलता से लेकर AMCA प्रोजेक्ट, ब्रह्मोस एक्सपोर्ट, ड्रोन इंडस्ट्री और S-400 मिसाइल सिस्टम तक – राजनाथ ने हर अहम मुद्दे पर स्पष्ट रुख दिखाया. उनका संदेश सीधा था, ‘भारत अब किसी के दबाव में नहीं, अपनी शर्तों पर चलेगा.’ पढ़ें, राजनाथ सिंह के एक्सक्लूसिव इंटरव्यू की 10 बड़ी बातें
1. राफेल ने ऑपरेशन सिंदूर में दिखाया ‘करिश्मा’
राजनाथ सिंह ने कहा कि ‘राफेल ने अपनी क्षमताओं से करिश्मा किया है.’ उन्होंने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान राफेल ने सटीकता, स्पीड और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर क्षमता से भारतीय वायुसेना की ताकत को साबित किया. उन्होंने कहा कि 114 नए राफेल जेट्स पर बातचीत जारी है. सौदा बड़ा है और बातचीत जटिल, लेकिन प्रगति उम्मीद के मुताबिक हो रही है. उन्होंने कहा, ‘भारत की एयर सुपीरियरिटी अब निर्विवाद है, और राफेल इसका प्रतीक बन चुका है.’
2. मिग-21 रिटायर, तेजस पर पूरा भरोसा
मिग-21 के विदाई के साथ राजनाथ ने साफ कहा कि अब भारत की उम्मीद तेजस पर टिकी है. उन्होंने कहा कि तेजस न सिर्फ मिग का रिप्लेसमेंट है बल्कि अगली पीढ़ी के कॉम्बैट मिशन का आधार बनेगा. तेजस के नए बैच पर काम तेजी से चल रहा है. साथ ही, मार्क-2 और नेवल वर्जन की टेस्टिंग में भी गति लाई गई है. राजनाथ ने कहा, ‘तेजस ने साबित किया है कि भारत खुद अपना फाइटर डिजाइन और बना सकता है.’
3. अब भारत में ही बनेगा फाइटर जेट इंजन
राजनाथ सिंह ने बड़ा ऐलान किया कि भारत अब अपने फाइटर जेट इंजनों का उत्पादन खुद करेगा. उन्होंने कहा कि अगले एक साल में इस दिशा में ठोस प्रगति होगी. उन्होंने कहा, ‘हम चाहते हैं कि हमारे इंजनों की तकनीक, निर्माण और सर्विसिंग, सब भारत में हो. अब यह भारत की जमीन पर और भारतवासियों के हाथों से बनेगा.’
4. GE और Safran के साथ टेक ट्रांसफर की डील लगभग तय!
रक्षा मंत्री ने संकेत दिया कि भारत की फ्रेंच कंपनी Safran और अमेरिकी कंपनी GE Aerospace के साथ बातचीत चल रही है. उन्होंने कहा कि अब कोई डील ‘बिना टेक्नोलॉजी ट्रांसफर के’ नहीं होगी. यानी भारत में जो भी विदेशी कंपनी काम करेगी, उसे अपनी तकनीक साझा करनी होगी. राजनाथ ने कहा, ‘हम किसी से तैयार सामान नहीं लेंगे, हम ज्ञान लेंगे, तकनीक लेंगे, और उसे अपनी जमीन पर इस्तेमाल करेंगे.’
5. AMCA: भारत का फिफ्थ-जेनरेशन कॉम्बैट एयरक्राफ्ट
भारत का Advanced Medium Combat Aircraft (AMCA) प्रोजेक्ट रक्षा मंत्रालय के सबसे अहम कार्यक्रमों में से एक है. राजनाथ ने कहा, ‘डिज़ाइन तैयार है, टेस्टिंग और डेवलपमेंट में प्रगति संतोषजनक है.’ उन्होंने कहा कि विशेषज्ञ जहां 10 साल की टाइमलाइन दे रहे हैं, वहीं उन्हें भरोसा है कि ‘भारत इससे पहले परिणाम देगा.’ AMCA पूरी तरह स्टेल्थ टेक्नोलॉजी, सुपरसोनिक क्षमता और इंडिजेनस एवियोनिक्स सिस्टम से लैस होगा.
6. S-400 और SU-57 पर भारत की रणनीति
राजनाथ सिंह ने साफ कहा कि भारत को S-400 मिसाइल सिस्टम की और जरूरत है और अगर रूस से मिलती है, तो भारत खरीदेगा. उन्होंने कहा, ‘जो भी भारत की सुरक्षा को मजबूत करेगा, उसे लेने में हमें कोई हिचक नहीं.’
SU-57 फाइटर जेट्स पर उन्होंने टिप्पणी से बचते हुए कहा कि ‘बातचीत जारी है, लेकिन घोषणा फिलहाल नहीं करेंगे.’
7. ब्रह्मोस से भारत का डिफेंस एक्सपोर्ट बूम
राजनाथ ने कहा कि ब्रह्मोस मिसाइल ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारत की पहचान बदली है. कई देशों से डील्स पर बातचीत चल रही है. उन्होंने कहा, ‘हमारा लक्ष्य 2030 तक डिफेंस एक्सपोर्ट को 50,000 करोड़ तक पहुंचाना है.’ वर्तमान में भारत का रक्षा निर्यात लगभग 25,000 करोड़ है. उन्होंने कहा कि ‘भारत अब रक्षा आयातक नहीं, बल्कि निर्यातक शक्ति बन रहा है.’
8. स्वदेशी ड्रोन का युग शुरू, ‘अब भारत करेगा ड्रोन युद्ध’
राजनाथ ने कहा कि भारत अब ड्रोन के मामले में आत्मनिर्भर बन रहा है. उन्होंने कहा कि MQ-9 Reaper ड्रोन की डिलिवरी तय समय पर होगी, लेकिन भारत के स्वदेशी ड्रोन भी तेजी से बन रहे हैं. ये ड्रोन न सिर्फ सर्विलांस बल्कि कॉम्बैट ऑपरेशन में भी सक्षम होंगे. उन्होंने कहा, ‘भविष्य के युद्ध ड्रोन और AI से लड़े जाएंगे. भारत इसके लिए तैयार है.’
9. इंडिजेनाइजेशन लिस्ट, 550 हथियार अब केवल भारत में बनेंगे
रक्षा मंत्री ने बताया कि सरकार ने 550 डिफेंस आइटम्स की ‘पॉजिटिव इंडिजेनाइजेशन लिस्ट’ बनाई है. उन्होंने कहा कि इनमें से लगभग 2,500 यूनिट्स का उत्पादन भारत में शुरू हो चुका है. उन्होंने जोड़ा, ‘हमने ठान लिया है कि चाहे जो भी हथियार हो, अब भारत में बनेगा, भारतवासियों के हाथों से बनेगा.’ यह कदम भारत को विदेशी निर्भरता से मुक्त करने की दिशा में ऐतिहासिक है.
10. थिएटराइजेशन यानी तीनों सेनाओं को एकीकृत करने की तैयारी
राजनाथ सिंह ने कहा कि थिएटर कमांड स्ट्रक्चर पर तेजी से काम हो रहा है. उन्होंने कहा, ‘आर्मी, नेवी और एयरफोर्स को एक साथ लेकर चलना ही हमारी रणनीति है. कोई मतभेद नहीं है.’ थिएटराइजेशन का मकसद संसाधनों का एकीकरण और निर्णय क्षमता को तेज बनाना है. उन्होंने कहा कि कोई समयसीमा तय नहीं की गई है, लेकिन प्रगति संतोषजनक है.
सिंह के इंटरव्यू ने साफ किया कि भारत की रक्षा नीति अब आत्मनिर्भरता पर केंद्रित है. राफेल, तेजस, AMCA और ब्रह्मोस भारत की सैन्य ताकत के नए प्रतीक हैं. इंजन मैन्युफैक्चरिंग से लेकर स्वदेशी ड्रोन तक भारत अब अपनी तकनीक से रक्षा तैयारियां कर रहा है. S-400, थिएटराइजेशन और इंडिजेनाइजेशन लिस्ट दिखाती है कि भारत अब ‘डिफेंस बायर’ नहीं, ‘डिफेंस पावर’ बन चुका है.
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1 hour ago
