El Chapo: दुनिया में एक से बढ़कर एक डॉन और गैंगस्टर हुए हैं, जिनकी दहशत ऐसी होती थी कि नाम सुनकर पूरा शहर दहशत से कांपता था. इसी भूमिका में फिल्म 'शोले' में गब्बर यानी अमजद खान का वो कालजई डॉयलाग याद आता है कि यहां से पचास-पचास कोस दूर जब बच्चा रात को रोता है तो मां कहती है सो जा बेटे नहीं तो गब्बर आ जाएगा. गब्बर ऐसा डाकू या डॉन तो एक बानगी भर था, यहां जिस डॉन का किस्सा आपको बताने जा रहे हैं, उसे 11 नहीं बल्कि 190 देशों की पुलिस ढूंढ रही थी. इस डॉन का नाम एल चापो था, जिसे पकड़ पाना मुश्किल नहीं, नामुमकिन है.
190 देशों की पुलिस तलाश रही थी
कहा जाता है कि 'जब लोग तुम्हारा नाम दबी जुबान से लेने लगें, तो समझ लेना तेरे अंदर दम है. वरना तुम्हारी हैसियत ‘एक कटिंग चाय- पानी कम’ है. जी हां इस डॉन का नाम था जोआक्विन आर्चीवाल्डो गुज़्मान लोएरा. जिसे 11 नहीं पूरे 190 देशों की पुलिस ढूंढ रही थी. 5 फुट 6 ईंच कद के इस शख्स को दुनिया एल चापो के नाम से जानती है. एल चापो का मतलब होता है- ‘छोटू’ लेकिन उससे बड़ा ड्रग माफिया और गैंगस्टर दुनिया में कहीं पैदा नहीं हुआ. उसे पकड़ने और एनकाउंटर करने की तमाम कोशिशें हुईं लेकिन सब नाकाम रहीं.
वो कहा करता था, जिस आदमी का कोई दुश्मन नहीं है...समझ लेना, उस आदमी में कोई दम नहीं है. एल चापो की तलाश 190 मुल्कों की पुलिस को थी. जिसके सिर पर 5 मिलियन डॉलर का इनाम था. जिसे पकड़ने में FBI, DEA और पूरी अमेरिकी सरकार हार चुकी थी.
दाउद ने जिंदगीभर जितना कमाया उतना एल चापो के 'हाथ का मैल' था
एल चापो की हैसियत की बात करें तो दाऊद ने जिंदगीभर में जो दौलत कमाई है, एल चापो की सालभर की कमाई उससे कई गुना ज्यादा बैठती थी. एक अनुमान के मुताबिक दाऊद इब्राहिम की संपत्ति 6.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर यानी करीब 55,000 करोड़ बताई जाती है. वहीं एल चापो अपने ड्रग कारोबार से हर साल 3 से लेकर 39 बिलियन अमेरिकी डॉलर की रकम कमा लेता था.
कहां है कोई नहीं जानता
2017 में जब एल चापो को अमेरिका भेजा गया तो ADX फ्लोरेंस जेल में उसकी बॉडी डुप्लीकेट भेजी गई थी. असली चापो आज भी मेक्सिको के पहाड़ों में है. ये बात 2024 में एक लीक हुई DEA फाइल में सामने आई थी. जिसमें लिखा था- ‘Subject Guzman possibly replaced with surgical double.’
घोस्ट किंग और गॉडफादर
गरीबी में जो ख्वाब पनपते हैं ना... वो या तो फकीर बनाते हैं, या फिर... ख़तरनाक मुजरिम. रिपोर्ट्स के मुताबिक 15 साल का होते-होते चापो मारिजुआना उगाने लगा था. पहाड़ों में, जहां कानून की पहुंच नहीं, वहां चापो अपनी नई दुनिया बसाने लगा. 20 की उम्र में वो गुआदालहारा ड्रग कार्टेल से जुड़ा जहां उसे अपना उस्ताद मिला- मिगुएल एंजेल फेलिक्स गाल्लार्दो...जिसे लोग 'एल पाद्रिनो' - यानी गॉडफादर कहते हैं.

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