भारत के वो राज्य जो पूरे पाकिस्तान पर भारी, ज्यादा समृद्ध और बड़ी इकोनॉमी

3 hours ago

भारत की इकोनामी और समृद्धि के आगे तो पाकिस्तान कहीं ठहरता ही नहीं. अगर भारत दुनिया की शीर्ष पांच बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में है तो पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था घाटे और ऋण में गोते लगा रही है. क्या आपको मालूम है कि हमारे देश के कुछ राज्यों की अर्थव्यवस्था पूरे पाकिस्तान से कहीं बेहतर और कहीं आगे है. ये राज्य पाकिस्तान से कहीं ज्यादा अमीर और समृद्ध हैं.

अगर हम पाकिस्तान और भारत के राज्यों की GDP यानी सकल घरेलू उत्पाद के लिहाज़ से तुलना करें तो भारत के कई राज्य ऐसे हैं जिनकी अर्थव्यवस्था पाकिस्तान से कहीं बड़ी और समृद्ध हैं.

पाकिस्तान की GDP (2024 के आंकड़े के अनुसार)

पाकिस्तान की जीडीपी करीब $350-380 अरब डॉलर है. इसकी तुलना में भारत की जीडीपी $4,190 अरब डॉलर (4.19 ट्रिलियन USD) है, जिससे यह दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. आप अंतर साफ देख सकते हैं कि भारत की इकोनामी के आगे किस तरह पाकिस्तान की पूरी अर्थव्यवस्था बहुत बौनी है. भारत के सर्विस, कृषि और उद्योग सेक्टर ने उसे दुनिया की एक बड़ी ताकत बना दिया है.

भारत के कौन से राज्य पाकिस्तान से ज्यादा समृद्ध

2023-24 के अनुमानित आंकड़ों के अनुसार भारत के तीन राज्य तो साफ तौर पर इकोनॉमी और समृद्धि में पूरे पाकिस्तान देश पर भारी पड़ते हैं. तो दो राज्य ऐसे हैं जिनकी इकोनॉमी पाकिस्तान के बराबर है, इसमें यूपी भी है.
महाराष्ट्र – $550-600 अरब डॉलर
तमिलनाडु – $370-400 अरब डॉलर
उत्तर प्रदेश – $350-370 अरब डॉलर
कर्नाटक – $320-350 अरब डॉलर
गुजरात – $320-340 अरब डॉलर

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अकेले महाराष्ट्र की समृद्धि और जीडीपी पाकिस्तान से 50 से 60 फीसदी ज्यादा है. (News18 AI)

ये आंकड़े साफ जाहिर कर रहे हैं कि किस तरह भारत के पांच राज्य अकेले पाकिस्तान पर भारी पड़ जाते हैं. महाराष्ट्र अकेला ही पाकिस्तान की पूरी अर्थव्यवस्था से लगभग 50-60% बड़ा है.
केवल GDP ही नहीं, बल्कि इन राज्यों की प्रति व्यक्ति आय, इंफ्रास्ट्रक्चर, ह्यूमन डेवलपमेंट इंडेक्स और उद्योग – सर्विस सेक्टर पाकिस्तान से कहीं बेहतर हैं.

पाकिस्तान पर भारी पड़ने वाले हमारे तीन शहर

– मुंबई (महाराष्ट्र) एशिया का एक बड़ा फाइनेंशियल हब है. पाकिस्तान में इसकी तुलना में कोई शहर है ही नहीं, उसके कई बड़े शहरों को मिला दें तब भी वो आसपास नहीं ठहरते
– बेंगलुरु (कर्नाटक) को “दुनिया की आईटी कैपिटल” कहा जाता है. पाकिस्तान में आईटी की कोई ऐसी संरचना नहीं है. ना कोई ऐसा शहर जो ये शोहरत हासिल कर पाया हो
– चेन्नई (तमिलनाडु) दक्षिण एशिया का बड़ा ऑटोमोबाइल हब है. दुनिया के सारे बड़े आटोमोबाइल निर्माताओं की वहां प्रोडक्शन लाइन है.

क्यों भारत के कुछ राज्य पूरे पाकिस्तान से कहीं ज्यादा समृद्ध

आर्थिक संरचना और विविधता – भारत के राज्यों जैसे महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक और गुजरात में सेवा क्षेत्र (IT, Finance, Tourism), उद्योग (Manufacturing, Automobiles, Pharma) और कृषि तीनों में गहरी विविधता है. पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था में सबसे ज़्यादा निर्भरता कृषि और लो-टेक्स्टाइल इंडस्ट्री पर है. IT, उच्च तकनीकी और फाइनेंशियल हब का वहां अभाव है.

पाकिस्तान में किसी मल्टीनेशनल कंपनी का बड़ा आफिस नहीं

मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई, अहमदाबाद जैसे शहर दुनिया के टॉप इन्वेस्टमेंट डेस्टिनेशन में शामिल हैं. पाकिस्तान में किसी भी बड़े ग्लोबल इन्वेस्टमेंट हब या बहुराष्ट्रीय कंपनियों का ना तो हेडक्वार्टर है और ना ही क्षेत्रीय हेडक्वार्टर. भारत में 600+ फॉर्च्यून 500 कंपनियों की ब्रांच हैं जबकि पाकिस्तान में इस मामले में बहुत सीमित है.

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भारत का बेंगलुरु शहर एशिया की आईटी कैपिटल कहलाती है. ये शहर दुनिया की कई बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियों का रीजनल हेडक्वार्टर भी है. ( News18 AI)

आर्थिक उदारीकरण और नीतियां

भारत ने 1991 में आर्थिक उदारीकरण किया, जिसने एफडीआई (FDI), प्राइवेट सेक्टर, और मल्टीनेशनल कंपनियों के लिए दरवाज़े खोले. देखते ही देखते इसने पूरे भारत की तस्वीर बदल दी और समृद्धि के दरवाजे खोले. पाकिस्तान इस स्तर पर उदारीकरण नहीं कर सका. अब भी भारी सैन्य-राजनीतिक दखल के कारण आर्थिक सुधारों में पीछे है.

सुरक्षा और राजनीतिक स्थिरता

भारत के अधिकांश राज्यों में राजनीतिक स्थिरता और सुरक्षित इन्वेस्टमेंट माहौल है. पाकिस्तान में अस्थिर सरकारें, सैन्य तख्तापलट, और आतंकी गतिविधियों ने निवेशकों का भरोसा कम किया.

भौगोलिक और सामरिक लाभ

भारत के राज्यों के पास अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह (मुंबई, चेन्नई, मुंद्रा और कोच्चि) हैं, जो अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए फायदे का सौदा है. पाकिस्तान के पास कराची के अलावा कोई प्रमुख समुद्री हब नहीं है. इस वजह से उसकी निर्भरता ईरान-चीन पर ज्यादा है.

सेवा क्षेत्र का परचम

भारत का सेवा क्षेत्र (आईटी, हेल्थकेयर, बैंकिंग और फाइनेंस) दुनिया के टॉप देशों में है. अकेले बेंगलुरु का IT एक्सपोर्ट पाकिस्तान की पूरी IT इंडस्ट्री से 10 गुना ज़्यादा है.

शिक्षा और मानव संसाधन

भारत में IIT, IIM, AIIMS, NIT जैसे विश्व स्तरीय संस्थान हैं. पाकिस्तान की उच्च शिक्षा का स्तर कमज़ोर है और टैलेंट माइग्रेशन ज़्यादा है.

युवा शक्ति

भारत की 60% आबादी 35 साल से कम उम्र की है. इन राज्यों ने इसे प्रोडक्टिव वर्कफोर्स में बदल दिया. पाकिस्तान में भी युवा आबादी है, मगर रोजगार, स्किलिंग और अवसर की भारी कमी है.

इन्हीं कारणों से भारत के 4-5 राज्यों की स्थिति पाकिस्तान की पूरी अर्थव्यवस्था से कई गुना ज़्यादा बड़ी और समृद्ध है. आने वाले दशकों में ये स्थिति और बदलेगी, बेहतर होगी.

भारत के चार सबसे समृद्ध राज्यों का जीवनस्तर

महाराष्ट्र – महाराष्ट्र में मुंबई और पुणे विश्व स्तरीय जिले हैं.

मुंबई
भारत की सबसे अमीर और ग्लोबल सिटी
वर्ल्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर
मल्टीनेशनल कंपनियों का हब
बॉलीवुड, फाइनेंस, स्टार्टअप कैपिटल
Per Capita Income: ₹2.8 लाख+

पुणे
आईटी और ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री का गढ़, शानदार पब्लिक सुविधाएं और शिक्षा केंद्र
हाई राइज बिल्डिंग्स, मल्टीप्लेक्स, इंटरनेशनल स्कूल्स, एडवांस्ड हेल्थकेयर और कॉस्मोपॉलिटन कल्चर

तमिलनाडु
चेन्नई – ऑटोमोबाइल और IT हब, मरीन पोर्ट वर्ल्ड क्लास हॉस्पिटल्स

कोयंबटूर –टेक्सटाइल, एजुकेशन और हेल्थकेयर सेंटर
दोनों शहरों का जीवन स्तर: हाई पर्सनल इनकम, सफाई व्यवस्था बेहतर, कम क्राइम रेट , शानदार मेडिकल फैसिलिटीज़,

कर्नाटक
कर्नाटक में बेंगलुरु और मैसूर विश्व स्तरीय शहर हैं
बेंगलुरु
भारत की सिलिकॉन सिटी, हजारों IT कंपनियां और स्टार्टअप्स
हाईक्वलिटी मॉल्स, विश्वस्तरीय रेस्तरां, नाइट लाइफ
सही मायनों में कास्मोपॉलिटन सिटी और आबादी (हर राज्य और देश के लोग)
जीवन स्तर – हाई टेकनोलॉजी बेस्ड लाइफ, दुनिया की टॉप IT सिटी में शुमार, एडवांस हेल्थकेयर, मेट्रो सिस्टम, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट

गुजरात
गुजरात में अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा विश्वस्तरीय शहर हैं. ये देश का औद्योगिक और कारोबारी राज्य है

सूरत – डायमंड इंडस्ट्री का ग्लोबल हब
अहमदाबाद – शानदार इंफ्रास्ट्रक्चर, एक्सप्रेसवे, स्मार्ट सिटी मॉडल
जीवन स्तर – बेहतर रोड नेटवर्क, बिज़नेस फ्रेंडली माहौल, इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट, हेल्थ और एजुकेशन इंफ्रास्ट्रक्चर टॉप क्लास

इन चारों के जीवनस्तर की खास बातें
– इन चारों राज्यों में Per Capita Income राष्ट्रीय औसत से 1.5x से 2x ज्यादा है.
– बेसिक सुविधाएं (बिजली, पानी, हेल्थकेयर और शिक्षा) हर जगह बेहतर और सुलभ
– इंटरनेशनल एयरपोर्ट्स, मैट्रो सिटीज, ग्लोबल कंपनियों का हब
– सुरक्षा और कानून व्यवस्था बेहतर

पाकिस्तान में क्या स्थिति

पाकिस्तान में कराची और लाहौर के अलावा किसी भी शहर का इंफ्रास्ट्रक्चर और इनकम लेवल इन भारतीय शहरों के करीब भी नहीं.
पाकिस्तान की Per Capita Income $1,500 (₹1.25 लाख) के आसपास है, जबकि इन राज्यों में ₹2.5 लाख से ₹3 लाख के बीच.

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