बिहार में 5 नहीं 50 सीटों का बिगड़ेगा गणित, इस पार्टी की होगी खटिया खड़ी?

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Last Updated:August 02, 2025, 16:29 IST

Bihar Chunav New Voter List News: बिहार में 2025 विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने मतदाता सूची का नया ड्राफ्ट जारी किया है, जिसमें 65.64 लाख नाम हटाए गए हैं. पटना, मधुबनी, गोपालगंज, समस्तीपुर, बेगूसराय और मु...और पढ़ें

बिहार में 5 नहीं 50 सीटों का बिगड़ेगा गणित, इस पार्टी की होगी खटिया खड़ी?नए वोटर लिस्ट के बाद कितना बदल जाएगा बिहार चुनाव?

हाइलाइट्स

बिहार में 65.64 लाख मतदाताओं के नाम हटाए गए हैंपटना, मधुबनी, गोपालगंज, बेगूसराय में सबसे ज्यादा नाम कटे हैं2025 चुनाव में 50 से ज्यादा सीटों का गणित बिगड़ सकता है

पटना. बिहार में 2025 विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया के तहत मतदाता सूची का ड्राफ्ट जारी कर दिया है. इस प्रक्रिया के तहत राज्य में कुल 65.64 लाख मतदाताओं के नाम हटाए गए हैं. खास बात यह है मर गए 22.34 लाख लोगों के नाम अब कट गए हैं. राज्य से बाहर स्थाई रूप से बस गए 36.28 लाख लोगों के नाम भी अब बिहार में नहीं हैं. इसके साथ ही राज्य 7.01 लाख मतदाता, जिनका दो-दो जगह वोटर लिस्ट में नाम थे उनका भी पत्ता साफ हो गया है. पटना, मधुबनी, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, बेगूसराय और मुजफ्फरपुर जिले में सबसे ज्यादा वोटरों के नाम कटे हैं. बिहार के 243 विधानसभा सीटों के हर सीट से औसतन 26000 वोटरों के नाम कट गए हैं. चुनाव आयोग के नए वोटर लिस्ट जारी होने के बाद इन पांच जिलों के तकरीबन 35 ही नहीं राज्य के 50 से ज्यादा विधानसभा सीटों का गणित बिगड़ने वाला है. साल 2020 के विधानसभा चुनाव में जिन पार्टियों और उम्मीदवारों की जीत हुई थी, जरूरी नहीं कि बिहार चुनाव 2025 में भी वही पार्टी और शख्स दोबारा से जीत जाएं?

चुनाव आयोग के नए वोटर लिस्ट में पटना में 3.95 लाख, मधुबनी में 3.52 लाख, पूर्वी चंपारण में 3.16 लाख, गोपालगंज में 3.10 लाख, बेगूसराय में बेगूसराय 2.84 लाख और समस्तीपुर में 2.83 लाख वोटरों के नाम कटे हैं. पटना, मधुबनी, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, समस्तीपुर और बेगूसराय में साल 2020 के चुनाव में महागठबंधन का प्रदर्शन अच्छा था. समस्तीपुर में एनडीए और आरजेडी के बीच सीधी टक्कर थी, गोपालगंज में एनडीए और आरजेडी में, पटना और मधुबनी में एनडीए और आरजेडी गठबंधन में 50-50 सीटों पर कब्जा किया था.

नई वोटर लिस्ट से कौन गदगद?

चुनाव आयोग के डाटा की मानें तो सबसे अधिक कटौती मुस्लिमबहुल विधासभा सीटों पर सबसे ज्यादा वोट कटे हैं. उदाहरण के तौर पर सीमांचल के के पूर्णयां, किशनगंज, अररिया, कटिहार के साथ-साथ तिरहुत और मिथिला क्षेत्र मधुबनी और समस्तीपुर के भी कई विधानसभा सीटों का अब गणित बिगड़ने वाला है. इसका मतलब आरजेडी महागठबंधन को ग्रामीण, दलित, प्रवासी और मुस्लिम वोटरों में नुकसान हो सकता है. वहीं, घनी आबादी वाले जिलों में एनडीए को बड़ा फायदा हो सकता है. कई विधानसभा सीटों में पिछले चुनावों में जीतहार का मार्जिन महज कुछ सौ या हजार मतों का था. यदि 30004000 मत कटें हर विधानसभा में तो अब यह परिणामों को पलट सकता है.

मुस्लिम बहुल सीटों का गणित बिगड़ेगा?

मुस्लिम बहुल विधानसभा सीटें जहां मुस्लिमों की आबादी 40 प्रतिशत से अधिक रही है, वहां इस बार बड़ा खेल हो सकता है. अमौर, जोकीहाट, बहादुरगंज, बैसी, कोचाधामन, किशनगंज, अररिया, बलरामपुर, चैनपुर, कदवा, कस्बा, कांटी, नरकटिया, नाथनगर, रफीगंज, समस्तीपुर, सिमरी बख्तियारपुर, छातापुर और ठाकुरगंज जैसे विधानसभा क्षेत्रों का इस बार गणित बिगड़ने वाला है. इन सीटों पर साल 2020 के चुनाव में कांग्रेस, आरजेडी और एआईएमआईएम का कब्जा हुआ था.

ऐसे में 2020 के मुकाबले 2025 के विधानसभा चुनाव में तकरीबन 50 विधानसभा सीटों को गणित बिगड़ने वाला है. हालांकि, चुनाव आयोग का पूरा डाटा अभी उपलब्ध नहीं है. इसके बावजूद पटना, पूर्वी चंपारण, बेगूसराय, समस्तीपुर, गोपालगंज, सारण और मधुबनी की कुछ विधानसभा सीटों के साथ-साथ राज्य के 243 विधानसभा सीटों का गणित बिगड़ सकता है. जिला बाइज डेटा के आधार पर सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों की प्रमुख विधानसभा सीटें निम्नलिखित हैं, जो सबसे ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं.

बख्तियारपुर (पटना) मोकामा (पटना) दीघा (पटना) कुम्हरार (पटना) पटना साहिब (पटना) फुलवारी (पटना) दानापुर (पटना) मनेर (पटना) पालीगंज (पटना) मसौढ़ी (पटना) फतुहा (पटना) बिक्रम (पटना) बांकीपुर (पटना) मधुबनी (मधुबनी) राजनगर (मधुबनी) झंझारपुर (मधुबनी) फुलपरास (मधुबनी) लौकहा (मधुबनी) बेनीपुर (मधुबनी) केवटी (मधुबनी) बाबूबरही (मधुबनी) रक्सौल (पूर्वी चंपारण) मोतिहारी (पूर्वी चंपारण) चिरैया (पूर्वी चंपारण) ढाका (पूर्वी चंपारण) गोविंदगंज (पूर्वी चंपारण) केसरिया (पूर्वी चंपारण) गोपालगंज (गोपालगंज) कुचायकोट (गोपालगंज) भोरे (गोपालगंज) हथुआ (गोपालगंज) सिवान (सारण) छपरा (सारण) गरखा (सारण) अमनौर (सारण) परसा (सारण) किशनगंज (किशनगंज) बहादुरगंज (किशनगंज) कोचाधामन (किशनगंज) सुपौल (सुपौल) छातापुर (सुपौल) निर्मली (सुपौल) पिपरा (सुपौल) त्रिवेणीगंज (सुपौल) भागलपुर (भागलपुर) गया टाउन (गया) पूर्णिया (पूर्णिया) अररिया (अररिया) कटिहार (कटिहार) चेरिया बरियारपुर (बेगूसराय)

चुनाव आयोग ने 1 अगस्त 2025 को बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के बाद ड्राफ्ट मतदाता सूची जारी की. इस प्रक्रिया में कुल 7.89 करोड़ मतदाताओं में से 65.64 लाख मतदाताओं के नाम हटाए गए, जिसके परिणामस्वरूप वर्तमान ड्राफ्ट सूची में 7.24 करोड़ मतदाता बचे हैं.

रविशंकर सिंहचीफ रिपोर्टर

भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा...और पढ़ें

भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा...

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First Published :

August 02, 2025, 16:05 IST

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