बिना वॉरहेड के भी खतरनाक! US ने किया इस 'नासूर' परमाणु बम का टेस्ट; दुश्मनों के लिए मौत का पैगाम

2 hours ago

B61-12 Nuclear Bomb Features: अमेरिका ने हाल ही में अपने सबसे आधुनिक और घातक परमाणु बमों में से एक - B61-12—का बिना वॉरहेड वाला परीक्षण पूरा किया है. यह परीक्षण सिर्फ एक तकनीकी प्रक्रिया नहीं, बल्कि अमेरिका की परमाणु क्षमता को भविष्य के लिए सुरक्षित रखने की बड़ी रणनीति का हिस्सा भी माना जा रहा है. नेवादा के रेगिस्तानी परीक्षण स्थल पर हुए इस परीक्षण में F-35 लड़ाकू विमान ने इस बम को गिराकर न केवल उसकी सटीकता साबित की, बल्कि यह भी दिखाया कि आने वाले वर्षों में यह अमेरिका के परमाणु हथियार भंडार का बेहद महत्वपूर्ण हिस्सा बनने वाला है. आइए, इस बम की खासियतों और उसकी रणनीतिक अहमियत को विस्तार से समझते हैं.

अमेरिका का सबसे उन्नत परमाणु बम B61-12

B61-12 अमेरिका के पुराने B61 बमों का मॉडर्नाइज़्ड और टेक्नोलॉजी से लैस अपग्रेडेड वर्जन है. यह परमाणु बम 'टैक्टिकल' कैटेगरी में आता है. यानी इसे युद्ध के मैदान में खास परिस्थितियों में इस्तेमाल करने के लिए डिजाइन किया गया है. यूएस डिपार्टमेंट ऑफ एनर्जी और सैंडिया नेशनल लेबोरेट्रीज मिलकर इसके परीक्षण और आधुनिकीकरण पर काम कर रहे हैं. इस बम ने अपने पुराने संस्करणों की तुलना में सुरक्षा, सटीकता और विश्वसनीयता के नए मानक स्थापित किए हैं.

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सही निशाने पर गिराने में बेहद सटीक बम

B61-12 की सबसे बड़ी खासियत इसकी टेल गाइडेंस किट है, जिसकी मदद से इसे बिल्कुल निशाने पर गिराया जा सकता है. पुराने परमाणु बम केवल ग्रैविटी पर निर्भर रहते थे, लेकिन B61-12 JDAM जैसे आधुनिक निर्देशित बमों की तरह precision-guided है. इसका मतलब है कि कम-yield यानी निम्न विस्फोटक ताकत के बावजूद यह अपने लक्ष्य पर ज्यादा प्रभावी हो सकता है. इससे व्यापक स्तर पर नुकसान भी कम होता है, जो आधुनिक युद्ध रणनीति में बहुत महत्वपूर्ण है.

F-35 से किया जा सकता है ड्रॉप 

यह बम दुनिया के आधुनिक लड़ाकू विमानों में से एक F-35 से गिराया जा सकता है. अगस्त में हुए ट्रायल में इस बम को F-35 से ही ड्रॉप किया गया था. परीक्षण के दौरान F-35 ने इसे हवा से जमीन पर सफलतापूर्वक डिलीवर किया. स्टील्थ एयरक्राफ्ट के साथ एडजस्ट होने की वजह से अमेरिका की रणनीतिक क्षमता कई गुना बढ़ गई है. F-35 के अलावा B-2 Spirit और F-15E जैसे दूसरे फाइटर जेट भी इस बम को ड्रॉप कर सकते हैं. 

युद्ध के अनुसार ताकत बदलने की क्षमता

B61-12 में एक अनोखी सुविधा है और वो है इसकी वेरिएबल यील्ड टेक्नॉलॉजी. यानी बम की विस्फोटक ताकत (yield) को जरूरत और मिशन के अनुसार कम या ज्यादा किया जा सकता है. यह घातकता  कुछ kiloton से लेकर बहुत अधिक तक सेट की जा सकती है. इस क्षमता की वजह से यह बम ज्यादा लचीला बन जाता है. जिसके चलते इसे टेक्टिकल और स्ट्रेटजिक दोनों परिस्थितियों में इस्तेमाल किया जा रहा है.  

बम की सर्विस लाइफ 20 साल बढ़ाई गई

परीक्षणों के बाद NNSA ने पुष्टि की कि B61-12 की सर्विस लाइफ को 20 साल तक बढ़ा दिया गया है. इससे अमेरिका को आने वाले दशकों तक नए परमाणु बम बनाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. यह अमेरिकी परमाणु ढांचे की सबसे बड़ी जीवन-वृद्धि परियोजनाओं में से एक है. इससे अमेरिकी एयर फोर्स की पुरानी B61 सीरीज एक आधुनिक, सुरक्षित और टिकाऊ रूप में बदल गई है.

यह बम सिर्फ खतरनाक नहीं, बल्कि बेहद सुरक्षित भी है. इसमें आधुनिक परमाणु सुरक्षा तकनीकें शामिल हैं. जैसे इसका अनधिकृत यूज रोकने के लिए सिस्टम लगाए गए हैं. इसे चलाने और कंट्रोल करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोलिंग का इंतजाम है. जो इस बम की हैंडलिंग, स्टोरेज और ट्रांसपोर्ट के दौरान जोखिम को कम करता है.

दुश्मन को मटियामेट करने वाला बम

B61-12 सिर्फ एक परमाणु बम नहीं, बल्कि अमेरिका की भविष्य की रक्षा रणनीति का केंद्र है. स्टील्थ जेट्स के साथ इसका एडजस्टमेंट, टेल गाइडेंस से मिली सटीकता और yield बदलने की क्षमता इसे 21वीं सदी का सबसे स्मार्ट और नियंत्रित परमाणु हथियार बनाती है.

नेवादा परीक्षण करके यूएस ने साबित किया कि वह न सिर्फ अपना पुराना परमाणु भंडार सुरक्षित रख रहा है, बल्कि उसे नई टेक्नोलॉजी के साथ और भी ज्यादा प्रभावी बना रहा है. जिससे भविष्य में संघर्ष छिड़ने पर अपने दुश्मनों को सबक सिखा सके.

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