Last Updated:November 04, 2025, 07:02 IST
राजकोट के पायल मैटरनिटी हॉस्पिटल से शुरू हुए admin123 पासवर्ड वाले साइबर कांड में 50,000 CCTV वीडियो चोरी कर टेलीग्राम पर बेचे गए. मास्टरमाइंड परीत धामेलिया ने ब्रूट फोर्स अटैक से हैकिंग की. यह भारत का सबसे बड़ा साइबर स्कैंडल माना जा रहा है.
हॉस्पिटल से महिलाओं के हजारों निजी वीडियो पोर्न साइट पर पहुंच गए. (Canva AI Generated)गुजरात के राजकोट स्थित एक मैटरनिटी हॉस्पिटल से एक बेहद सनसनीखेज मामले का पर्दाफाश हुआ है. यहां हुई एक मामूली चूक की वजह से गाइनाकॉलॉजिस्ट से जांच कराने आई महिलाओं के कई निजी वीडियो अब पोर्न साइट पर पहुंच गए. इस घटना की भयावहता का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि इसे भारत में अब तक का सबसे बड़ा साइबर पोर्न स्कैंडल कहा जा रहा है.
जांच में सामने आया है कि जनवरी 2024 से दिसंबर 2024 तक हैकर्स ने देशभर के अस्पतालों, स्कूलों, फैक्ट्रियों, ऑफिसों और यहां तक कि निजी घरों के कैमरों से लगभग 50,000 वीडियो क्लिप्स चोरी किए. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, यह सारा नेटवर्क 80 से ज्यादा सीसीटीवी डैशबोर्ड्स को हैक कर चलाया जा रहा था, जिनमें पुणे, मुंबई, नासिक, सूरत, अहमदाबाद और दिल्ली जैसे शहर शामिल थे.
कैसे हुई हैकिंग?
इस सारे साइबर क्राइम की वजह बना अस्पताल में CCTV कैमरों का डिफॉल्ट पासवर्ड… हैकर्स ने अस्पताल के CCTV सिस्टम को admin123 पासवर्ड से डिफॉल्ट एडमिन लॉगिन किया और फिर महिलाओं के गाइनाकॉलॉजी वार्ड में रिकॉर्ड हुई प्राइवेट फुटेज को चुरा लिया. इसके बाद इन क्लिप्स को इंटरनेशनल पोर्न नेटवर्क्स पर बेचकर करोड़ों रुपये कमा लिए.
अहमदाबाद साइबर क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने बताया, ‘हैकर्स ने ‘ब्रूट फोर्स अटैक’ तकनीक का इस्तेमाल किया, जिसमें एक बॉट हजारों पासवर्ड ट्राय करता है जब तक सही पासवर्ड न मिल जाए.’
नेटवर्क का मास्टरमाइंड परीत धामेलिया एक B.Com ग्रेजुएट है. उसने इस पूरी हैकिंग को अंजाम देने के लिए तीन अलग-अलग सॉफ्टवेयर टूल्स का इस्तेमाल किया. दिल्ली से गिरफ्तार किए गए उसके साथी रोहित सिसोदिया ने अपनी पहचान मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी डिप्लोमा होल्डर के रूप में छिपाई. वह चोरी किए गए लॉगिन से अस्पतालों की लाइव फीड तक पहुंच बनाता था.
कैसे खुला राज?
यह पूरा मामला तब सामने आया जब राजकोट अस्पताल की कुछ फुटेज के टीजर कुछ यूट्यूब चैनलों पर पोस्ट किए गए. इन चैनलों से दर्शकों को टेलीग्राम ग्रुप्स पर ले जाया जाता था, जहां असली वीडियो 700 से 4,000 रुपये तक में बेचे जा रहे थे.
हालांकि फरवरी 2025 में मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद भी, जांचकर्ताओं ने पाया कि ये वीडियो जून तक टेलिग्राम पर एक्टिव थे. इससे साफ है कि यह नेटवर्क एक बेहद संगठित साइबर रैकेट था.
अब भी खतरे में आपकी निजता
सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि देशभर में कई CCTV सिस्टम आज भी admin123 जैसे फैक्ट्री डिफॉल्ट पासवर्ड पर चल रहे हैं. साइबर विशेषज्ञों के मुताबिक, यह लापरवाही किसी भी सार्वजनिक या निजी संस्थान को हैकिंग के लिए खुला दरवाज़ा बना देती है.
यह मामला न सिर्फ साइबर सुरक्षा की नाकामी का प्रमाण है, बल्कि यह भी दिखाता है कि एक साधारण पासवर्ड की लापरवाही से लाखों लोगों की निजता कैसे नीलाम हो सकती है.
An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...और पढ़ें
An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
November 04, 2025, 07:02 IST

                        7 hours ago
                    
 
 
        
 
 
        
 
 
        
 
 
        
 
 
        
 
 
        
 
 
        
 
 
        
 
 
        
 
 
        
 
 
        
 
 
        
 
 
        
 
 
        
 
 
        
 
 
        