Last Updated:September 07, 2025, 12:28 IST
Lt Parul Dhadwal: चेन्नई की ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी से 155 कैडेट्स भारतीय सेना में कमीशन हुए हैं, जिनमें 25 महिला कैडेट्स भी शामिल हुई हैं. वहीं, इस मौके पर लेफ्टिनेंट पारुल धदवाल ने इतिहास रचा और अपने परिवार क...और पढ़ें

Lt Parul Dhadwal: चेन्नई के ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (OTA) का परमेश्वरन ड्रिल स्क्वायर शनिवार को एक ऐतिहासिक और गौरवपूर्ण क्षण का गवाह बना. पासिंग आउट परेड के दौरान कुल 155 कैडेट्स को भारतीय सेना में कमीशन मिला, जिनमें 25 महिला कैडेट्स भी शामिल थीं. यह पल न सिर्फ भारतीय सेना बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का अवसर रहा.
परेड के दौरान विदेशी कैडेट्स ने भी ट्रेनिंग पूरी की. नौ मित्र देशों से आए 9 पुरुष और 12 महिला कैडेट्स ने सफलतापूर्वक कोर्स को पूरा किया. यह उपलब्धि भारत और अन्य देशों के बीच सैन्य सहयोग और दोस्ती को और गहरा करने का प्रतीक बनी.
A Legacy of Five Generations
One Uniform – Infinite Pride
The journey of Lt Parul Dhadwal is a saga of a family dedicated to service to the Motherland. A proud descendant of a long lineage of brave soldiers, she represents the fifth-generation who now dons the Olive Green in… pic.twitter.com/3BtXn8SlT8
स्वॉर्ड ऑफ ऑनर से लेकर गोल्ड मेडल तक
इस मौके पर वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह मुख्य अतिथि रहे. उन्होंने परेड की सलामी ली और अनुशासन व सटीकता से प्रभावित होकर कैडेट्स की सराहना की. इसी दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कैडेट्स को सम्मानित भी किया गया. एसीए राज बिस्वास को स्वॉर्ड ऑफ ऑनर और सिल्वर मेडल मिला. वहीं, एयूओ पारुल धदवाल को OTA गोल्ड मेडल और बीयूओ प्रांजल दीक्षित को ब्रॉन्ज मेडल से नवाजा गया.
Air Chief Marshal A P Singh, CAS reviewed the impressive Passing Out Parade, #POP of SSC-120, SSC (W)- 34 and equivalent courses at #OTA, #Chennai. The #POP was a grand spectacle of impressive turnout & immaculate… pic.twitter.com/ud8O6eLB5t
पारुल धदवाल का ऐतिहासिक क्षण
इस परेड का सबसे बड़ा आकर्षण बनीं लेफ्टिनेंट पारुल धदवाल. उन्होंने न सिर्फ मेरिट लिस्ट में पहला स्थान प्राप्त किया, बल्कि राष्ट्रपति का गोल्ड मेडल भी हासिल किया. पारुल पंजाब के होशियारपुर जिले के जनौरी गांव की रहने वाली हैं और अपने परिवार की पांचवीं पीढ़ी हैं, जो सेना में शामिल हुई हैं. खास बात यह है कि वह अपने परिवार की पहली महिला अधिकारी हैं, जो भारतीय सेना में जाने को तैयार हैं.
Pipping Ceremony, #OTA, Chennai
Air Chief Marshal A P Singh, CAS attended the Pipping Ceremony after the #PassingOutParade at #OTA, Chennai. #CAS congratulated the newly commissioned Officers & their proud parents on the momentous occasion.
गौरवशाली सैन्य परंपरा
पारुल के परिवार की सैन्य परंपरा बेहद गौरवशाली रही है. उनके परदादा सुबेदार हरनाम सिंह ने 1896 से 1924 तक 74 पंजाबी यूनिट में सेवा दी थी. दादा मेजर एल.एस. धदवाल 3 जाट रेजिमेंट में रहे. परिवार के अन्य सदस्य कर्नल दलजीत सिंह धदवाल (7 JAK RIF) और ब्रिगेडियर जगत जमवाल (3 कुमाऊं) भी सेना में सेवाएं दे चुके हैं. आज उनके पिता मेजर जनरल के.एस. धदवाल और भाई कैप्टन धनंजय धदवाल (20 सिख) भारतीय सेना में सेवा दे रहे हैं. इस तरह एक ही परिवार से तीन पीढ़ियों के अफसर वर्तमान में सक्रिय ड्यूटी पर हैं.
पिपिंग सेरेमनी और शपथ
परेड का समापन पारंपरिक पिपिंग सेरेमनी के साथ हुआ. इस दौरान कैडेट्स ने अपने कंधों पर सितारे सजाए और भारतीय संविधान की रक्षा करने की शपथ ली. सभी युवा अधिकारियों ने OTA चेन्नई के आदर्श वाक्य ‘Serve with Honour’ को आत्मसात करने का संकल्प लिया.
यह पासिंग आउट परेड न सिर्फ नए अधिकारियों के लिए करियर की शुरुआत थी, बल्कि देश के लिए गर्व और सम्मान का प्रतीक भी है. खासकर लेफ्टिनेंट पारुल धदवाल के कमीशन से यह समारोह ऐतिहासिक बन गया, क्योंकि यह उनके परिवार की पांचवीं पीढ़ी की सेवा और पहली महिला अधिकारी की उपलब्धि का प्रतीक है.
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Location :
Chennai,Tamil Nadu
First Published :
September 07, 2025, 12:28 IST