Last Updated:June 04, 2025, 22:19 IST
Political News: सुनैना चौटाला ने कहा कि कांग्रेस की स्थिति इतनी खराब है कि राहुल गांधी या पंडित नेहरू भी इसे सुधार नहीं सकते. कांग्रेस अब निष्क्रिय हो चुकी है और जनता का विश्वास खो चुकी है. कांग्रेस पार्टी साल ...और पढ़ें

कांग्रेस पार्टी पर कटाक्ष किया गया. (File Photo)
हाइलाइट्स
सुनैना चौटाला ने कांग्रेस की स्थिति पर कटाक्ष किया.कांग्रेस अब निष्क्रिय हो चुकी है और जनता का विश्वास खो चुकी है.राहुल गांधी की कोशिशों के बावजूद कांग्रेस में सुधार नहीं.नई दिल्ली. इंडियन नेशनल लोकदल (इनोले) की महिला विंग की महासचिव सुनैना चौटाला ने बुधवार को कांग्रेस की दुर्दशा पर कहा कि राहुल गांधी तो क्या, अगर “पंडित जवाहरलाल नेहरू जी भी आ जाएं”, तो कांग्रेस की स्थिति दुरुस्त नहीं हो सकती. सुनैना चौटाला ने कहा कि अब यह संगठन रह ही नहीं गया है. इस संगठन को प्रदेश की जनता से कोई मतलब नहीं है. इसी का नतीजा है कि आज की तारीख में यह संगठन राजनीतिक मोर्चे पर पूरी तरह से निष्क्रिय हो चुका है, जिस पर प्रदेश की जनता को बिल्कुल भी विश्वास नहीं है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की दुर्दशा का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अभी तक यह पार्टी नेता प्रतिपक्ष का भी चयन नहीं कर पाई है. ऐसी स्थिति में भला आप किस मुंह से कहेंगे कि यह पार्टी राजनीतिक तौर पर सक्रिय है. यह पार्टी पूरी तरह से निष्क्रिय हो चुकी है. उन्होंने कहा कि 11 साल से कांग्रेस ने संगठन होने का दर्जा तक खो दिया है. प्रदेश अध्यक्ष भी बदले जा चुके हैं, लेकिन इसकी स्थिति में किसी भी प्रकार का परिवर्तन देखने को नहीं मिल रहा है. अगर आज की तारीख में आप लोगों के बीच में जाएंगे और उनसे कांग्रेस के फीडबैक के बारे में जानेंगे, तो ज्यादातर लोग यही कहेंगे कि अब यह पार्टी खत्म हो चुकी है. यह पार्टी अब पहले की तरह सक्रिय नहीं रही. मुनासिब यही रहेगा कि इस पार्टी से दूरी बना ली जाए.
इनेलो नेता ने कहा कि आज इसी का नतीजा है कि प्रदेश में कांग्रेस को कोई पूछ तक नहीं रहा है. राजनीतिक गलियारों में यह पार्टी अपनी विश्वसनीयता खो चुकी है. अगर यह सिलसिला यूं ही जारी रहा, तो यह पार्टी इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जाएगी. उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी का जिक्र करते हुए कहा कि वह पार्टी को फिर से उभारने की अपनी तरफ से भरसक कोशिश करते हुए नजर आ रहे हैं. लेकिन, मुझे नहीं लगता है कि उन्हें इसमें किसी भी प्रकार से अपेक्षित सफलता मिलने वाली है.
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...और पढ़ें
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...
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