Last Updated:September 08, 2025, 11:53 IST
Raid on Hyundai Plant : अमेरिका के जॉर्जिया स्थित ह्यूंडई-एलजी प्लांट पर अमेरिकी एजेंसियों ने छापा मारा और 300 से ज्यादा कोरियाई नागरिकों को गिरफ्तार कर उन्हें डिपोर्ट करने की तैयारी है. अमेरिका और दक्षिण को...और पढ़ें

नई दिल्ली. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आत्मरक्षा में इस कदम आत्म मुग्ध हो चुके हैं कि उन्हें अच्छा-बुरा अपना-पराया कुछ नहीं दिख रहा है. दक्षिण कोरिया को अमेरिका का करीबी और खास दोस्त माना जाता है, लेकिन ट्रंप के कार्यकाल में और अमेरिका के इतिहास में पहली बार किसी कोरियाई कंपनी पर सुरक्षाबलों का छापा पड़ा है. ट्रंप के सुरक्षा गार्डों ने जॉर्जिया स्थित दक्षिण कोरियाई ऑटो कंपनी ह्यूंडई की फैक्ट्री पर छापे मारे और यहां से दर्जनों लोगों को डिपोर्ट करने की तैयारी है. अमेरिका की इस कार्रवाई से ह्यूंडई के करीब 65 हजार करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं.
अधिकारियों का कहना है कि अमेरिकी इमीग्रेशन की रेड में 475 लोगों को अवैध तरीके से रहने के मामले में पकड़ा गया है. इसमें ज्यादातर दक्षिण कोरियाई नागरिक हैं, जो ह्यूंडई के जॉर्जिया स्थित बैटरी प्लांट में काम कर रहे थे. उनका कहना है कि शॉर्ट टर्म अथवा रीक्रिएशनल वीजा पर आए लोग अमेरिका में नौकरी करने के लिए ऑथराइज्ड नहीं हैं. लिहाजा अमेरिकियों की नौकरियां सुनिश्चित करने के लिए यह कार्रवाई जरूरी है.
कोरिया ने भेजे डिप्लोमैट
दक्षिण कोरिया ने अमेरिका में अरबों डॉलर निवेश की प्रतिबद्धता जताई है. इसी वजह से अमेरिका ने उसे टैरिफ से छूट भी दी है. अब कोरिया ने अपने नागरिकों के अधिकारों की रक्षा के लिए डिप्लोमैट भेजे हैं. अमेरिकी सरकार ने इन नागरिकों को जॉर्जिया स्थित फैसिलिटी में रखा है. ह्यूंडई ने अपने बयान में कहा है कि इसमें से 300 कोरियाई नागरिक हैं, जिन्हें कंपनी की ओ से सीधे तौर पर नियुक्त नहीं किया गया है.
एलजी का प्रोजेक्ट भी लटका
ह्यूंडई के साथ अपना प्रोजेक्ट चलाने वाली एलजी एनर्जी सॉल्यूशंस ने कहा कि हम अपने कर्मचारियों और नागरिकों की सुरक्षा के लिए अथॉरिटी के साथ पूरा को-ऑपरेट करेंगे. दक्षिण कोरिया के विदेशी मंत्री चो ह्यून ने कहा कि अमेरिका में गिरफ्तार किए गए अपने नागरिकों के लिए हम बड़ी जिम्मेदारी महसूस करते हैं. उनकी सुरक्षा और घर वापसी के लिए आपात बैठक बुलाई है. दूसरी ओर, अमेरिकी एजेंसियों का कहना है कि यह कार्रवाई आपराधिक जांच का ही एक हिस्सा है. रेड के दौरान जो भी कर्मचारी पकड़े गए हैं, वह बिना वैध वीजा के ही अमेरिका में काम कर रहे थे. हालांकि, एक वकील का दावा है कि कुछ लोगों की गिरफ्तारी गलत तरीके से हुई है.
क्या है ट्रैवल वीजा का नियम
अमेरिका के वीजा वेवर प्रोग्राम के तहत मिलने वाले ट्रैवल वीजा में टूरिज्म या बिजनेस के लिए 90 दिन का समय दिया जाता है. इस मामले एक अमेरिकी अटॉर्नी का कहना है कि उनके क्लाइंट ने वही किया, जो वीजा नियमों में दी गई छूट के अंतर्गत आता है. हालांकि, दूसरी तरफ अमेरिकी एजेंसी का कहना है कि कुछ मैक्सिकन नागरिकों को भी डिटेन किया गया है, जिनके पास ग्रीन कार्ड था. इनमें से कुछ को पहले नॉरकोटिक्स के तहत आरोपी बनाया जा चुका है. अमेरिकी होमलैंड सिक्योरिटी इंवेस्टिगेशन के स्पेशल एजेंट स्टीवन श्रैंक का कहना है कि अमेरिका में निवेश करने वाली कंपनियों का स्वागत है, लेकिन अगर वे अपने साथ कर्मचारी लाना चाहती हैं तो उन्हें वैध रास्ता अपनाना होगा.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
September 08, 2025, 11:53 IST