Last Updated:September 07, 2025, 22:49 IST
Shashi Tharoor on Modi Trump Relation: शशि थरूर ने ट्रंप के भारत-अमेरिका रिश्तों पर बयान को सतही बताया, टैरिफ और अपमानजनक टिप्पणियों की आलोचना की, मोदी सरकार को संतुलन और सावधानी बरतने की सलाह दी.

नई दिल्ली. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत-अमेरिका रिश्तों पर हाल ही में दिए गए सकारात्मक बयान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तत्पर प्रतिक्रिया चर्चा का विषय है. लेकिन कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने इसपर एक अलग ही सोच रखते हैं. तिरुवनंतपुरम में मीडिया से बात करते हुए थरूर ने कहा कि प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री ने सही समय पर रिश्तों की अहमियत पर जोर दिया है, लेकिन इसके साथ ही हकीकत को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.
कैसे भूल जाएं अपमान?
थरूर ने कहा, “भारत और अमेरिका का रिश्ता व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी का है और यही संदेश दुनिया को देना जरूरी भी है. लेकिन यह कहना गलत होगा कि सबकुछ सामान्य है. हमें ट्रंप और उनकी टीम की तरफ से लगाए गए 50% टैरिफ और दिए गए अपमानजनक बयानों को भूल जाना चाहिए. इन नीतियों का असर आम भारतीयों पर सीधे पड़ा है.” कांग्रेस सांसद ने ट्रंप के स्वभाव को ‘अनिश्चित’ बताया और कहा कि उनके बयानों ने भारत में कई बार नाराजगी और असंतोष पैदा किया है. उन्होंने कहा कि इस रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए दोनों देशों की सरकारों और राजनयिकों को गंभीर मरम्मत का काम करना होगा. थरूर ने यह भी स्पष्ट किया कि भले ही ट्रंप का नया लहजा स्वागतयोग्य लगे, लेकिन इसे सावधानी के साथ देखना चाहिए.
#WATCH | Thiruvananthapuram: On PM Modi’s response to US President Donald Trump speaking positively on India-US relationship, Congress MP Shashi Tharoor says, “The Prime Minister was very quick to respond, and the Foreign Minister has also underscored the importance of the basic… pic.twitter.com/Iju3uZUkzl
ये एक भूल होगी
शशि थरूर ने कहा, “सिर्फ इसलिए कि आज ट्रंप ने सकारात्मक बात की है, हम यह मान लें कि पुराने जख्म भर गए.यह सोचना भूल होगी. व्यापार पर टैरिफ की मार भारतीय उद्योग और उपभोक्ताओं ने झेली है, और इन ‘ग्राउंड लेवल’ परिणामों को नजरअंदाज़ नहीं किया जा सकता.” विशेषज्ञों का मानना है कि शशि थरूर का यह बयान कांग्रेस की उस नीति को दर्शाता है जिसमें अमेरिका के साथ रिश्तों की अहमियत स्वीकार की जाती है, लेकिन साथ ही यह भी कहा जाता है कि भारत को अपनी शर्तों पर और संतुलन के साथ आगे बढ़ना चाहिए.
ट्रंप-मोदी में थी कभी अच्छी कैमेस्ट्री
ट्रंप और मोदी के बीच रिश्तों की केमिस्ट्री पहले भी सुर्खियों में रही है. चाहे वह ह्यूस्टन का ‘Howdy Modi’ कार्यक्रम हो या भारत दौरे के दौरान अहमदाबाद का ‘नमस्ते ट्रंप’ लेकिन व्यापार और टैरिफ के मुद्दे दोनों देशों के बीच सबसे बड़ी कड़ी चुनौती बने हुए हैं. शशि थरूर के इस बयान ने यह साफ कर दिया है कि विपक्ष ट्रंप की मौजूदा नरमी को सतही मान रहा है और सरकार से कह रहा है कि उत्साह में पड़कर भारत के हितों को दरकिनार न किया जाए.
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...और पढ़ें
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...
और पढ़ें
न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
First Published :
September 07, 2025, 22:49 IST