जहां हैं वहीं रहें, जरूरी न हो तो घर से बाहर न निकलें, आफत का अलर्ट जारी

5 hours ago

Last Updated:June 26, 2025, 14:19 IST

IMD Heavy Rain Red Alert: केरल में जबसे दक्षिण पश्चिम मानसून सक्रिय हुआ है, मूसलाधा बारिश का दौर लगातार जारी किया है. मौसम विभाग ने अब प्रदेश के तीन जिलों के लिए भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है.

जहां हैं वहीं रहें, जरूरी न हो तो घर से बाहर न निकलें, आफत का अलर्ट जारी

IMD ने केरल के तीन जिलों के लिए भारी से बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है. (फोटो: पीटीआई)

IMD Heavy Rain Red Alert: दक्षिण भारतीय राज्‍य केरल में मौसम का कहर लगातार जारी है. मानसून के एक्टिव होने के बाद से ही केरल में ताबड़तोड़ बारिश का सिलसिला चल रहा है. बीच में मानसून ने कुछ दिनों के लिए चैन की सांस लेने की इजाजत दी थी, लेकिन उसके बाद से अब एक बार फिर से यह अपने तेवर में आ गया है. बंगाल की खाड़ी में ताबड़तोड़ नए सिस्‍टम के एक्टिव होने से प्रदेश में लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है. भारतीय मौसम विभाग ने अब केरल के तीन जिलों के लोगों के लिए भारी से बहुत भारी बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है. इसके साथ ही रेड अलर्ट भी जारी किया गया है. इसका मतलब यह हुआ कि आमलोगों के साथ ही प्रशासन को भी पूरी तरह से सतर्क रहने को कहा गया है. लोगों को घरों से बाहर न निकले की सलाह दी गई है.

केरल में गुरुवार 26 जून 2025 को मानसून बारिश ने विकराल रूप धारण कर लिया है, जिससे एर्नाकुलम, इडुक्की और त्रिशूर जिलों के निचले इलाके पानी में डूब गए. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने राज्य के तीन ज़िलों (इडुक्की, मलप्पुरम और वायनाड) में रेड अलर्ट जारी किया है, जबकि केरल के सात अन्य जिलों में ऑरेंज अलर्ट लागू किया गया है. रेड अलर्ट का अर्थ है कि अगले 24 घंटों में 20 सेंटीमीटर से अधिक वर्षा हो सकती है. वहीं, ऑरेंज अलर्ट 11 से 20 सेंटीमीटर और येलो अलर्ट 6 से 11 सेंटीमीटर बारिश की संभावना को दर्शाता है.

आफत ही आफत

भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण राजधानी तिरुवनंतपुरम सहित कई जगहों पर होर्डिंग्स गिर गए और पेड़ उखड़ गए, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ. कई सड़कें जलभराव की वजह से बंद करनी पड़ीं और बिजली आपूर्ति में भी रुकावट आई. इधर, राज्य के सिंचाई विभाग ने भी चेतावनी जारी करते हुए बताया कि बारिश के कारण कई नदियों में जलस्तर खतरनाक रूप से बढ़ गया है. इन नदियों में एर्नाकुलम की मुवत्तुपुझा, त्रिशूर और मलप्पुरम से बहने वाली भरतपुझा, पथनमथिट्टा की अचनकोविल और पम्पा, कोट्टायम की मनीमला, इडुक्की की थोडुपुझा और वायनाड की कबनी शामिल हैं.

बाढ़ जैसे हालात

इन नदियों का जलस्तर बढ़ने और लगातार बारिश के चलते कई निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. एर्नाकुलम, त्रिशूर और इडुक्की जिलों के सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर बने राहत शिविरों में स्थानांतरित किया गया है. वहीं, वायनाड ज़िले के मुंडक्कै-चूरालमला क्षेत्र में लगातार बारिश के कारण चूरालमला नदी उफान पर है. यहां नदी का पानी तेज़ी से बहते हुए बैली ब्रिज के पास तटों को काट रहा है, जिससे इलाके में बाढ़ की आशंका बढ़ गई है. गौरतलब है कि पिछले साल जुलाई में इसी क्षेत्र में भूस्खलन की भीषण घटनाएं हुई थीं, जिनमें 200 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और सैकड़ों घर तबाह हो गए थे। इस बार फिर बारिश ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है, खासकर उन क्षेत्रों में जो पहले से संवेदनशील घोषित हैं.

Manish Kumar

बिहार, उत्‍तर प्रदेश और दिल्‍ली से प्रारंभिक के साथ उच्‍च शिक्षा हासिल की. झांसी से ग्रैजुएशन करने के बाद दिल्‍ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में PG डिप्‍लोमा किया. Hindustan Times ग्रुप से प्रोफेशनल कॅरियर की शु...और पढ़ें

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Thiruvananthapuram,Thiruvananthapuram,Kerala

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