Last Updated:October 21, 2025, 08:31 IST
NSD Play On Sardar Patel: सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर केंद्र सरकार ने गुजरात के केवाड़िया में एनएसडी का भव्य नाटक और दो वर्षीय समारोह आयोजित किए हैं, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी भी शामिल हो सकते हैं.

NSD Play On Sardar Patel: देश के लौह पुरुष और पहले उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के मौके पर केंद्र सरकार ने एक भव्य नाटक की योजना बनाई है, जो उनके जीवन की अनकही कहानियों को जीवंत करेगा. नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (एनएसडी) द्वारा निर्मित यह 90 मिनट का नाटक गुजरात के केवाड़िया में 30-31 अक्टूबर को मंचित किया जाएगा और उसके बाद यह दिल्ली, अहमदाबाद समेत देश के अन्य शहरों में प्रदर्शित होगा. यह नाटक सरदार पटेल की दो वर्षीय जयंती समारोहों का हिस्सा है, जो 31 अक्टूबर 2024 से शुरू होकर 31 अक्टूबर 2026 को समाप्त होगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन समारोह में शिरकत कर सकते हैं, साथ ही गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और केंद्र व गुजरात के अन्य नेता भी उपस्थित होंगे. सरदार पटेल का जन्म गुजरात के नडियाद में 31 अक्टूबर 1885 को हुआ था और उनकी जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस वर्ष की 150वीं जयंती पर केंद्र सरकार ने विशेष उत्साह के साथ तैयारियां की हैं, जिसमें ‘रन फॉर यूनिटी‘ से लेकर पदयात्राएं और सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल हैं.
संस्कृति मंत्रालय ने हाल ही में एक उच्च स्तरीय समिति गठित की है, जिसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री मोदी कर रहे हैं. इस समिति में 100 से अधिक सदस्य हैं, जिनमें केंद्रीय मंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल और रामनाथ कोविंद, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला तथा पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा जैसे प्रमुख नाम शामिल हैं. समिति का उद्देश्य सरदार पटेल के योगदान को रेखांकित करते हुए राष्ट्र निर्माण की भावना को मजबूत करना है.
गृह मंत्री अमित शाह ने अक्टूबर 2024 में ही इस दो वर्षीय समारोह की घोषणा की थी, जिसमें कश्मीर से कन्याकुमारी तक एकता के संदेश को फैलाने पर जोर दिया गया है.नाटक को एक भव्य ‘मैग्नम ओपस‘ के रूप में तैयार किया जा रहा है, जिसमें 200 कलाकार और क्रू सदस्य शामिल होंगे. इसमें लाइटिंग इफेक्ट्स और ऑगमेंटेड रियलिटी तकनीकों का भरपूर उपयोग होगा, जो दर्शकों को पटेल के जीवन के विभिन्न दौर में ले जाएगा. नाटक सरदार पटेल के बचपन से शुरू होता है, जहां 14 वर्षीय पटेल स्कूल में किताबों के दामों के खिलाफ विद्रोह करते हैं– जब किताबें 2 पैसे की लागत पर 5 पैसे में बेची जा रही थीं.
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First Published :
October 21, 2025, 08:31 IST