चंद्रग्रहण का असर! ऊंची लहरों ने रोका लालबागचा राजा का विसर्जन

4 hours ago

Last Updated:September 07, 2025, 16:45 IST

Lalbaugcha Raja visarjan Timing: लालबागचा राजा का विसर्जन मुंबई में ऊंची समुद्री लहरों और चंद्रग्रहण के कारण स्थगित हुआ, आयोजकों ने सुरक्षा को प्राथमिकता दी है. आज रात से ब्‍लड मून वाला चंद्रग्रहण लगने वाला है....और पढ़ें

चंद्रग्रहण का असर! ऊंची लहरों ने रोका लालबागचा राजा का विसर्जनविजसर्जन में हो रही देरी. (File Photo)

Lalbaugcha Raja visarjan Timing: मुंबई में गणेशोत्सव का सबसे बड़ा आकर्षण लालबागचा राजा का विसर्जन इस बार चर्चा में है. अनंत चतुर्दशी पर जहां शहरभर में धूमधाम से गणपति बप्पा का विसर्जन हुआ, वहीं सबसे लोकप्रिय गणेश मंडल की प्रतिमा का विसर्जन अभी तक नहीं हो पाया. वजह है समुद्र में उठ रही ऊंची लहरें और ज्वार का समय, जिसने विसर्जन की प्रक्रिया को रोक दिया है.

चंद्रमा की वजह से उफान पर समंदर
विशेषज्ञ मानते हैं कि इसका सीधा संबंध 7 सितंबर की रात होने वाले पूर्ण चंद्रग्रहण से है. चंद्रमा समुद्र के ज्वार-भाटे पर गहरा असर डालता है. पृथ्वी से महज 3,84,400 किलोमीटर की दूरी पर स्थित चंद्रमा लगातार समुद्र के पानी को अपनी ओर खींचता है. यही कारण है कि लगभग हर 12 घंटे पर समुद्र में ऊची और नीची लहरों का क्रम चलता रहता है.

रोकना पड़ा लालबागचा राजा का विसर्जन
चंद्रग्रहण के समय स्थिति और भी दिलचस्प हो जाती है. जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीध में होते हैं, तो सूर्य और चंद्रमा का गुरुत्वाकर्षण बल मिलकर समुद्र की लहरों को और उग्र बना देता है. इसे ही स्प्रिंग टाइड कहा जाता है. ऐसे में समुद्र की लहरें अपने चरम पर पहुंच जाती हैं, जिससे तटीय इलाकों में स्थिति संभालना मुश्किल हो जाता है. यही कारण है कि लालबागचा राजा का विसर्जन रोकना पड़ा.

50‍ मिनट खिसकता है ज्‍वार-भाटे का वक्‍त
वैज्ञानिक बताते हैं कि पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमती है और चंद्रमा हर 24 घंटे 50 मिनट में पृथ्वी का एक चक्कर पूरा करता है. इसी वजह से हर दिन ज्वार-भाटे का समय लगभग 50 मिनट खिसक जाता है. लेकिन चंद्रग्रहण के समय यह प्रभाव और भी तेज हो जाता है. इस साल का यह दूसरा और अंतिम चंद्रग्रहण है, जो रात 9:57 बजे से शुरू होगा. लालबागचा राजा का विसर्जन हर साल लाखों श्रद्धालुओं की मौजूदगी में होता है. भीड़ को देखते हुए आयोजक हमेशा सुरक्षा को प्राथमिकता देते हैं. इस बार समुद्र में लगातार उठ रही ऊंची लहरों और बढ़ते ज्वार के चलते विसर्जन की प्रक्रिया को स्थगित किया गया है.

Sandeep Gupta

पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्‍त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्‍कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...और पढ़ें

पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्‍त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्‍कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...

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First Published :

September 07, 2025, 16:45 IST

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