Last Updated:September 08, 2025, 10:33 IST
गुरुग्राम के डीएलएफ फेज 2 में माहिरा बिल्डर के खिलाफ 1500 लोगों ने प्रदर्शन किया, सिकंदर छोकर और धर्म सिंह छोकर पर ईडी केस है, सभी प्रोजेक्ट लंबित हैं, लोग न्याय की मांग कर रहे हैं.

गुरुग्राम. हरियाणा के गुरुग्राम के डीएलएफ फेज 2 में बिल्डर के आवास के बाहर आज लोगों ने प्रदर्शन किया पिछले 7 साल से लोग अपने आशियाने का इंतजार कर रहे हैं लेकिन अभी तक उनको अपना सपनों का आशियाना नहीं मिला है.दरअसल माहिरा बिल्डर नामक कंपनी के डायरेक्टर है पूर्व विधायक धर्म सिंह छोकर के बेटे सिकंदर छोकर ने 7 साल पहले अफोर्डेबल फ्लैट लॉन्च किए थे. सेक्टर 68 में यह फ्लैट बनने थे, लेकिन लगभग 1500 लोगों को चूना लगाकर बिल्डर गायब हो गया और इसके बाद से लगातार लोग अपने फ्लैट के लिए चक्कर काट रहे हैं.
दरअसल, मामला बिगड़ता देख इस मामले मनी लॉन्डरिंग के केस में ईडी ने सिकंदर छोकर और पूर्व कांग्रेस विधायक धर्म सिंह छोकर को गिरफ्तार किया था, लेकिन फिलहाल दोनों को जमानत मिल गईं है, जिससे लोगों में काफी रोष है लोगों का कहना है कि भले ही ये मामला कोर्ट में हो, लेकिन इस बीच रेरा का ढीला रवैया इस केस को कमजोर बना है.गुस्साए लोगों ने रविवार को बिल्डर के आवास के बाहर प्रदर्शन किया और मांग की है कि सरकार इस पूरे मामले में हस्तक्षेप करें और लोगों को जल्द से जल्द न्याय दिलाए, जिससे उन्हें उनके सपनों का आशियाना मिल सके.
इस पूरे प्रोजेक्ट का काम भी शुरू नहीं हुआ
गौरतलब है कि सेक्टर 68 में अभी तक इस पूरे प्रोजेक्ट का काम भी शुरू नहीं हुआ जिसके चलते लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है यही नहीं लोगों का कहना है कि वह अपनी खून पसीने की कमाई का पैसा पूरा का पूरा बिल्डर को दे चुके हैं लेकिन इसके बावजूद भी अभी तक उन्हें घर नहीं मिला जिससे काफी परेशानी उठानी पड़ रही है यही नहीं कुछ लोग तो किराए पर रहने के लिए मजबूर हैं एक तरफ फ्लैट की क़िस्त भर रहे हैं तो दूसरी तरफ किराया देना पड़ रहा है जिससे उन्हें दोहरी मार झेलनी पड़ रही है.
कंपनी के पांचों प्रोजेक्ट लंबित
माहिरा बिल्डर के गुरुग्राम में कुल पांच प्रोजेक्ट है और सभी के सभी लंबित पड़े हुए हैं, जिससे लोगों का कहना है कि सरकार इस पूरे मामले में हस्तक्षेप करें और सभी प्रोजेक्ट को टेकओवर करके लोगों को न्याय दिलाए. लोगों ने हाथों में बैनर लेकर यहां तक कह दिया यदि उन्हें फ्लैट नहीं दे सकते तो इच्छा मृत्यु की अनुमति दे दे.
Results-driven journalist with 14 years of experience in print and digital media. Proven track record of working with esteemed organizations such as Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesari and Amar Ujala. Currently...और पढ़ें
Results-driven journalist with 14 years of experience in print and digital media. Proven track record of working with esteemed organizations such as Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesari and Amar Ujala. Currently...
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Location :
Gurgaon,Gurgaon,Haryana
First Published :
September 08, 2025, 10:33 IST