Last Updated:December 01, 2025, 10:27 IST
Jammu kashmir News: NIA ने दिल्ली ब्लास्ट केस में जम्मू-कश्मीर के 10 ठिकानों पर सर्च अभियान चला रही है. इसमें मौलवी इरफान, डॉ आमिर राशिद समेत कई डॉक्टर के ठिकाने शामिल हैं. वहीं, इन डॉक्टरों की मदद करने वाले मुख्य साजिशकर्ता वानी के घर पर भी सर्च ऑपरेशन चल रही है.
दिल्ली ब्लास्ट से जुड़े तार का पता लगाने के लिए जम्मू-कश्मीर के 10 लोकेशन पर सर्च ऑपरेशन जारी है. (पीटीआई) श्रीनगर. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ मिलकर सोमवार सुबह दिल्ली के लाल किले पर 10 नवंबर को हुए कार बम विस्फोट मामले में बड़ी छापेमारी की. कश्मीर के शोपियां के नादिगाम, पुलवामा (कोयल), चंदगाम और अन्य इलाकों में एक साथ 10 ठिकानों पर दबिश दी गई. जांच एजेंसी ने बताया कि दिल्ली ब्लास्ट से जुड़े डॉ आमिर राशिद, डॉक्टर अदील, डॉ मुजफ्फर सहित डॉ जसिफ और मौलवी इरफान के घर पर सर्च ऑपरेशन चल रहा है. बताते चलें कि मौलवी इरफान, डॉ आमिर राशिद फिलहाल NIA की हिरासत में हैं. इनसे पूछताछ के बाद मिले सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई हो रही है.
NIA ने बताया कि इस सर्च ऑपरेशन का एक मात्र उद्देशय इस पूरे नेटवर्क को ‘व्हाइट कॉलर टेरोरिज्म’ मॉड्यूल के सफाया है. इसमें पढ़े-लिखे और पेशेवर लोग शामिल हैं. जांच एजेंसी के गिरफ्त में मौलवी इरफान, डॉक्टर आमिर राशिद, डॉक्टर अदील, डॉक्टर मुजफ्फर और डॉक्टर जसिफ जैसे लोग हैं. इनमें से कई की डिग्रियां मेडिकल और इंजीनियरिंग की हैं. वानी राजनीति विज्ञान का ग्रेजुएट है और पुलवामा के 28 साल के डॉक्टर नबी के साथ मिलकर हमास स्टाइल ड्रोन हमले और छोटे रॉकेट बनाने की योजना बना रहा था.
वानी मुख्य साजिशकर्ता
जांच में खुलासा हुआ है कि वानी इस मॉड्यूल की तकनीकी रीढ़ था. उसने ड्रोनों में बदलाव किए, बैटरी और कैमरा सिस्टम को अपग्रेड किया और भीड़भाड़ वाले इलाकों में इस्तेमाल होने वाले छोटे विस्फोटक पेलोड तैयार किए. NIA का कहना है कि ये डिजाइन हमास और ISIS की मिडिल ईस्ट रणनीतियों से मिलते-जुलते थे. पिछले साल अक्टूबर में कुलगाम की एक मस्जिद में वानी की मुलाकात डॉक्टर नबी से हुई थी, जहां उसे जैश-ए-मोहम्मद के लिए काम करने को कहा गया, लेकिन नबी ने उसे आत्मघाती हमलावर बनाने की कोशिश की. अप्रैल 2025 में वानी ने फाइनेंसियल क्राइसिस और धार्मिक कारणों से पीछे हटने की कोशिश की, लेकिन टेक्निकल मदद देता रहा.
राशिद अली ने खोला राज
लाल किला विस्फोट में इस्तेमाल i20 कार डॉक्टर आमिर राशिद अली के नाम पर रजिस्टर्ड थी. अली ने ही सुरक्षित ठिकाना मुहैया कराया था. उसकी गिरफ्तारी के बाद NIA को वानी और अन्य के ठिकानों का पता चला. अब तक पूछताछ में मिले सबूतों के आधार पर ये छापे पड़ रहे हैं. एजेंसी को शक है कि यह मॉड्यूल दिल्ली समेत कई बड़े शहरों में एक साथ हमले की फिराक में था.
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दीप राज दीपक 2022 में न्यूज़18 से जुड़े. वर्तमान में होम पेज पर कार्यरत. राजनीति और समसामयिक मामलों, सामाजिक, विज्ञान, शोध और वायरल खबरों में रुचि. क्रिकेट और मनोरंजन जगत की खबरों में भी दिलचस्पी. बनारस हिंदू व...और पढ़ें
Location :
Jammu and Kashmir
First Published :
December 01, 2025, 10:27 IST

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