'इंडो-पैसिफिक में भारत इंपॉर्टेंट पार्टनर', बोलीं ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री

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Last Updated:November 20, 2025, 23:57 IST

पेनी वोंग की यह यात्रा और बातचीत साफ दिखाती है कि ऑस्ट्रेलिया अब भारत को सिर्फ एक दोस्त या ट्रेड पार्टनर के तौर पर नहीं, बल्कि इंडो-पैसिफिक की स्थिरता में जरूरी रणनीतिक स्तंभ मान रहा है. फर्स्‍ट पोस्‍ट की मैनेज‍िंग एड‍िटर पलकी शर्मा से एक्‍सक्‍लूस‍िव बातचीत में भी वोंग ने माना क‍ि भारत ऑस्ट्रेलिया के लिए एक स्वाभाविक साझेदार बन चुका है.

'इंडो-पैसिफिक में भारत इंपॉर्टेंट पार्टनर', बोलीं ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्रीफर्स्‍टपोस्‍ट की मैनेज‍िंग एड‍िटर पलकी शर्मा के साथ ऑस्‍ट्रेल‍िया की विदेश मंत्री.

ऑस्ट्रेलिया ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि बदलते ज‍ियोपोल‍िट‍िकल स‍िनार‍ियो के बीच भारत उसकी स्‍ट्रेटज‍ी के सेंटर में है. फर्स्टपोस्‍ट की मैनेजिंग एडिटर पलकी शर्मा से खास बातचीत में ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग ने न सिर्फ भारत की भूमिका को क्रिटिकल स्ट्रैटेजिक पार्टनर बताया, बल्कि यह भी कहा कि इंडो-पैसिफिक क्षेत्र जिस दौर से गुजर रहा है, उसमें भारत और ऑस्ट्रेलिया जैसे समान विचार वाले देशों का एक साथ खड़ा होना बेहद जरूरी है. यह बातचीत ऐसे समय में हुई है जब वोंग दिल्ली में भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ व्यापक रणनीतिक, आर्थिक और सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा कर रही हैं.

पेनी वोंग ने कहा कि इंडो-पैसिफिक इस समय नई चिंताओं के दौर से गुजर रहा है. चीन की तेजी से बदलती नीतियां, भू-रणनीतिक टकराव, सप्‍लाई-चेन युद्ध और उभरते सुरक्षा जोखिम इन सबके बीच भारत को उन्होंने क्षेत्रीय और वैश्विक शक्ति बताते हुए कहा कि ऑस्ट्रेलिया भारत के साथ एक विश्वसनीय साझेदार बनना चाहता है. उन्होंने जोर दिया कि भारत सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है और क्षेत्र में स्थिरता बनाए रखने में उसकी भूमिका अहम होती जाएगी.

भारत–ऑस्ट्रेलिया आर्थिक रिश्ता समझौतों से आगे

जब उनसे आर्थिक साझेदारी बढ़ाने पर सवाल किया गया, वोंग ने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश को किसी औपचारिक करार तक सीमित नहीं समझना चाहिए. उन्‍होंने कहा, हमारा आर्थिक संबंध कई स्तरों पर सक्रिय है और इसे और व्यापक स्वरूप देना हमारी प्राथमिकता है. उनका इशारा एजुकेशन, स्‍क‍िल, इनोवेशन, टेक्नोलॉजी और एनर्जी जैसे क्षेत्रों में बढ़ते सहयोग की ओर था.

भारतीय छात्रों की वीजा चिंताओं पर ऑस्ट्रेलिया की सफाई

भारत में हाल में चर्चा थी कि ऑस्ट्रेलिया छात्र वीजा नियमों को सख्त कर रहा है. इस पर वोंग ने कहा कि भारतीय समुदाय उनके देश के लिए बेहद मूल्यवान है और कोई भी सुधार किसी एक देश को निशाना बनाकर नहीं किए गए. उन्होंने बताया कि नया वीजा फ्रेमवर्क बेहतर गुणवत्ता सुनिश्चित करने पर केंद्रित है, न कि भारतीय छात्रों पर अतिरिक्त जांच लागू करने के लिए. जब उनसे पूछा गया क‍ि हाल के वर्षों में ऑस्ट्रेलिया में हेट क्राइम से जुड़े मुद्दों पर चर्चा बढ़ी है, खासकर भारतीय समुदाय को लेकर. वोंग ने इसे गंभीरता से लेते हुए कहा, हम नस्लवाद और किसी भी प्रकार के भेदभाव के खिलाफ खड़े हैं. यदि कोई समूह वैध प्रदर्शन की सीमा पार कर अवैध गतिविधि करता है, तो कानून प्रवर्तन एजेंसियां कार्रवाई करती हैं. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि शांतिपूर्ण विरोध और आतंकी गतिविधि में अंतर करना बहुत जरूरी है. कनाडा सहित कई देशों में बढ़ते खालिस्तानी तत्वों को ध्यान में रखते हुए यह बयान महत्वपूर्ण माना जा रहा है.

खालिस्तान और आतंकवाद पर साझा चिंता

पेनी वोंग ने माना कि भारत और ऑस्ट्रेलिया आतंकवाद और उग्रवाद को लेकर समान चिंताएं रखते हैं. उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया हर रूप में आतंकवाद के खिलाफ खड़ा है और ऐसे गुटों और देशों को नाम लेकर चेताने के पक्ष में है जो आतंकी गतिविधियों को पनाह देते हैं.

Delighted to co-chair the 16th 🇮🇳 🇦🇺 Foreign Ministers’ Framework Dialogue along with FM @SenatorWong of Australia in New Delhi this evening.

Took detailed stock of our Comprehensive Strategic Partnership, its various facets and priorities, including trade & investment, defence… pic.twitter.com/YzbjEOTCdb

भारत का महत्व क्यों बढ़ा?

चीन को लेकर वोंग का बयान बेहद संतुलित लेकिन स्पष्ट रहा. उन्होंने कहा कि चीन के साथ उनका रिश्ता महत्त्वपूर्ण और निर्णायक है, लेकिन बीजिंग अपने हितों के अनुसार आक्रामक रुख भी अपनाता रहेगा. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की नीति दोहराई, जहां संभव हो सहयोग करेंगे, जहां आवश्यक हो असहमति जताएंगे, और हर स्थिति में राष्ट्रीय हित सर्वोपरि रहेगा. वॉन्ग ने यह भी कहा कि इंडो-प्रशांत की रणनीतिक स्थिरता बनाए रखने में भारत की भूमिका महत्‍वपूर्ण है. यह टिप्पणी भारत की बढ़ती वैश्विक भूमिका को लेकर ऑस्ट्रेलियाई नेतृत्व की सोच को रेखांकित करती है. उन्होंने ताइवान पर किसी काल्पनिक युद्ध पर टिप्पणी करने से इनकार किया लेकिन साफ कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों किसी भी एकतरफा बदलाव का समर्थन नहीं करते.

ट्रम्प प्रशासन की नीतियों पर भी जवाब

ट्रम्प प्रशासन द्वारा लगाए गए टैरिफ और ट्रेड वार पर वोंग ने खुलकर कहा कि ऑस्ट्रेलिया सिद्धांततः टैक्स बाधाओं के खिलाफ है. लेकिन उन्होंने यह भी दोहराया कि अमेरिका अब भी ऑस्ट्रेलिया का शीर्ष रणनीतिक साझेदार है, चाहे कुछ मतभेद क्यों न हों.जहां भारत रूस को लेकर संतुलित स्थिति बनाए हुए है, वहीं ऑस्ट्रेलिया युद्ध को अवैध मानता है. वोंग ने कहा कि इस असहमति के बावजूद दोनों देशों की साझेदारी इंडो-पैसिफिक में साझा हितों के कारण मजबूत रहती है.

Gyanendra Mishra

Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.news18.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for 'Hindustan Times Group...और पढ़ें

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Delhi,Delhi,Delhi

First Published :

November 20, 2025, 23:57 IST

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