Last Updated:November 13, 2025, 13:42 IST
New LNG Project : देश की सरकारी कंपनी ओएनजीसी और अन्य कंपनियों ने मिलकर अफ्रीकी देश मोजाम्बिक में एलएनजी प्रोजेक्ट शुरू किया था. 21 अरब डॉलर के इस प्रोजेक्ट में भारत के अलावा अन्य देशों की कंपनियों की भी बड़ी हिस्सेदारी है. यह प्रोजेक्ट 53 महीने से बंद था, जो अब दोबारा शुरू हो रहा है.
ओएनजीसी ने मोजाम्बिक में अपना प्रोजेक्ट दोबारा शुरू किया है.नई दिल्ली. देश की सरकारी कंपनी ओएनजीसी विदेश लि. (ओवीएल) ने जानकारी दी है कि मोजाम्बिक की बड़ी एलएनजी परियोजना पर 53 महीने से लगी रोक समाप्त हो गई है. इसके साथ 21 अरब डॉलर (करीब 1.70 लाख करोड़ रुपये) की इस परियोजना पर काम शुरू हो गया है. इस परियोजना में भारतीय कंपनियों की 30 फीसदी हिस्सेदारी है. यह प्रोजेक्ट आतंकी हमलों के बाद उपजे सुरक्षा कारणों की वजह से अटका पड़ा था, जिसके दोबारा शुरू होने का रास्ता अब साफ हो गया है.
इस प्रोजेक्ट की संचालक और फ्रांसीसी ऊर्जा कंपनी टोटल एनर्जीज और उसके साझेदारों ने मोजाम्बिक में परियोजना पर लागू अप्रत्याशित घटना के कारण रोक को हटा लिया है. यह स्थिति अफ्रीकी देश के उत्तरी काबो डेलगाडो प्रांत में बिगड़ती सुरक्षा के कारण साल 2021 के मध्य से लागू थी. टोटलएनर्जीज ने पिछले सप्ताह कहा था कि इस प्रोजेक्ट से एलएनजी की आपूर्ति साल 2029 तक शुरू हो सकती है.
कहां शुरू हो रहा यह प्रोजेक्ट
ओवीएल ने बताया कि मोजाम्बिक देश के उत्तर में काबो डेलगाडो प्रांत (सीडीपी) में क्षेत्र-1 मोजाम्बिक एलएनजी परियोजना की सुरक्षा स्थिति में उल्लेखनीय सुधार हुआ है. अब इस क्षेत्र-1 मोजाम्बिक एलएनजी संघ ने स्थिति के अनुसार मोजाम्बिक सरकार को 11 मई, 2021 को घोषित अप्रत्याशित घटना के कारण कामकाज रोके जाने को समाप्त करने के लिए अधिसूचित किया है. इससे परियोजना को शीघ्र पूरा करने के लिए निर्माण गतिविधियों को पुनः शुरू करने में सहायता मिलेगी.
कितनी है सरकारी कंपनी की हिस्सेदारी
सरकारी कंपनी ओएनजीसी की विदेशी निवेश इकाई ओएनजीसी विदेश लिमिटेड की इस परियोजना में 16 फीसदी हिस्सेदारी है, जबकि भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) की एक इकाई के पास 10 फीसदी हिस्सेदारी है. ऑयल इंडिया लिमिटेड के पास भी इसमें 4 फीसदी हिस्सेदारी है. इस परियोजना में अपतटीय क्षेत्र-1 में स्थित गोल्फिन्हो और अतुम क्षेत्रों का विकास और ऐसे संयंत्रों का निर्माण शामिल है जो गैस को उसके तरल रूप (एलएनजी) में परिवर्तित करके जहाजों के माध्यम से उपभोक्ता देशों को निर्यात कर सकें. इस क्षेत्र-1 में 75,000 अरब घन फुट से अधिक गैस संसाधन हैं.
इस प्रोजेक्ट में किसकी-कितनी हिस्सेदारी
टोटलएनर्जीज 26.5 फीसदी की अधिकतम हिस्सेदारी के साथ मोजाम्बिक एलएनजी का संचालन करती है. ईएनएच रोवुमा एरिया उम, एसए की इसमें 15 फीसदी हिस्सेदारी है, जबकि मित्सुई ईएंडपी मोजाम्बिक एरिया-1 लिमिटेड की 20 फीसदी और पीटीटीईपी मोजाम्बिक एरिया-1 लिमिटेड की 8.5 फीसदी हिस्सेदारी है. इस प्रोजेक्ट में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी भारतीय कंपनियों की है, जो 30 फीसदी है. लेकिन, यह हिस्सेदारी कई कंपनियों को मिलाकर है.
क्यों लगी थी परियोजना पर रोक
मोजाम्बिक एलएनजी प्रोजेक्ट (Area 1) को काबो डेलगाडो प्रांत के उत्तर में शुरू किया गया था, जहां इस्लामिक स्टेट के आतंकियों का कब्जा था. आतंकी हमलों ने निर्माण कार्य को प्रभावित किया और सुरक्षा की स्थिति बिगड़ने पर इसे मई, 2021 में रोक दिया गया. प्रोजेक्ट का निर्माण साल 2019 में शुरू हुआ था, लेकिन दो साल बाद ही रोकना पड़ा. यह प्रोजेक्ट दुनिया की सबसे बड़ी गैस खोज में से एक था.
भारत के लिए क्यों जरूरी है प्रोजेक्ट
रवांडा और अन्य देशों की मदद से मोजाम्बिक आर्मी ने विद्रोहियों को पीछे धकेल दिया. सुरक्षा मामलों का निपटारा होने के बाद एक बार फिर परियोजना को शुरू करने का फैसला किया गया. भारत के लिए यह प्रोजेक्ट काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहां से भारत तक एलएनजी की सप्लाई आसान होगी, जो महज 3 से 7 दिनों के भीतर वहां पहुंच जाएगा. फिलहाल प्रोजेक्ट को 2026-27 में शुरू करने का लक्ष्य है, जो पहले 2024 में शुरू करने का था. इस प्रोजेक्ट के शुरू होने के बाद भारतीय कंपनियों के साथ देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में भी काफी मदद मिलेगी.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
November 13, 2025, 13:42 IST

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