अमेरिका के ओहायो स्टेट में दिल्ली के बुराड़ी कांड जैसे मामला सामने आया है. एक 40 साल की महिला का दावा है कि ईश्वर ने उससे और उसके पति से सीधे बात की. अपनी आस्था को साबित करने के लिए झील में कूदने के लिए कहा. जिसके बाद महिला और उसके पति ने परिवार समेत लेक में उतरने का फैसला लिया.
टस्करावास काउंटी के शेरिफ ऑरविस कैंपबेल ने बताया कि महिला के पति 45 साल के मार्कस जे. मिलर ने सबसे पहले सुबह झील में छलांग लगाई और डूब गए. उनका शव रविवार शाम झील से बरामद किया गया. यह घटना शनिवार सुबह ओहायो के एटवुड झील में हुई, जब पूरा परिवार वहां कैंपिंग के लिए आया हुआ था. पुलिस के अनुसार, महिला और उसका पति यह मानते थे कि ईश्वर उनसे सीधे संवाद कर रहे हैं.
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बच्चे को भगवान को सौंप दिया
पति की मौत के करीब दो घंटे बाद, 40 वर्षीय महिला ने अपने चार साल के बेटे विंसेंट को गोल्फ कार्ट में बैठाया और इलाके में तेज रफ्तार से घूमती रही. फिर वह उसे लेकर डॉक तक गई, जहां उसने बेटे को झील में डुबो दिया. जिससे बच्चे की मौत हो गयी. महिला ने बाद में पुलिस को खुद यह बात कबूल की कि उसने बेटे को जानबूझकर डुबोया. उसने अपने बच्चे को भगवान को सौंप दिया. शाम करीब 6 बजे विंसेंट का शव झील से बाहर निकाला गया.
तीन अन्य बच्चों समेत झील में कूदी
इसके बाद महिला ने अपने बाकी तीन बच्चों 15 साल की बेटी और 18 साल के जुड़वां बेटों को लेकर गोल्फ कार्ट सहित झील में उतर गई. गनीमत रही कि तीनों बच्चे तैरकर बाहर निकल आए और तुरंत पुलिस को सूचना दी. महिला समेत सभी बच्चे सुरक्षित है.
भगवान का आदेश था
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि महिला धार्मिक भ्रम में थी और यह मान रही थी कि उसने जो किया वह भगवान का आदेश था. बयान लेने के बाद पुलिस को यह साफ हुआ कि मामला हत्या का है. फिलहाल महिला को मेंटल ट्रीटमेंट के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बाकी बच्चों की जिम्मेदारी परिवार के अन्य सदस्यों ने संभाल ली है.