Last Updated:September 10, 2025, 08:50 IST
फरीदाबाद की तिगांव क्षेत्र के गांव मुजेड़ी में विकास कार्यों के नाम पर 22 करोड़ रुपए की गड़बड़ी करने के एक मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो ने नूंह जिले के पुन्हाना में तैनात बीडीपीओ पूजा शर्मा और एक ठेकेदार को गि...और पढ़ें

अनिल सिंह राठी
फरीदाबाद. हरियाणा के फरीदाबाद की तिगांव क्षेत्र के गांव मुजेड़ी में विकास कार्यों के नाम पर 22 करोड़ रुपए की गड़बड़ी करने के एक मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो ने नूंह जिले के पुन्हाना में तैनात बीडीपीओ पूजा शर्मा और एक ठेकेदार को गिरफ्तार कर लिया है.
एसीबी की टीम आरोपियों से पूछताछ करने में जुटी है. आरोप है कि बीडीपीओ पूजा शर्मा ने बगैर प्रशासनिक मंजूरी लिए ही गलत तरीके से ठेकेदार के बिलों का भुगतान किया था. पकड़े गए ठेकेदार की पहचान यूपी के रायबरेली जिला के गांव पूरेबी का पूरवा निवासी हीरालाल के रूप में हुई है.
दरअसल, बीडीपीओ पूजा शर्मा और ठेकेदार हीरालाल पर आरोप है कि 9 अक्टूबर 2020 को बनाए गए कार्यवाहक सरपंच ब्रहमपाल की ओर से ग्राम सचिव जोगेंद्र और तिगांव क्षेत्र की तत्कालीन बीडीपीओ पूजा शर्मा के साथ मिलकर बगैर प्रशासनिक मंजूरी लिए ही फर्जी विकास कार्य दिखाकर करीब 22 करोड़ रुपए की गड़बड़ी की गई थी. इनमें से 17 करोड़ 14 लाख रुपए की अदायगी ठेकेदार हीरालाल के विभिन्न कंपनियों को की गई थी. जांच में ये भी पता चला कि बीडीपीओ ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए मिलीभगत करके बगैर विकास कार्य कराए ही विभिन्न फर्म मालिकों के खाते में करीब 28 करोड़ रुपए ट्रांसफर कराए थे.
बीडीपीओ पूजा शर्मा और ठेकेदार हीरालाल पर आरोप.
एसीबी के प्रवक्ता ने बताया कि आरोपी पूजा शर्मा ने निदेशक विकास एवं पंचायत विभाग पंचकूला की ओर से पूर्व सरपंच रानी के खिलाफ केस दर्ज होने के बाद ग्राम पंचायत मुजेड़ी के सभी बैंक खातों को फ्रीज करवा दिया था. इसके बाद बीडीपीओ ने फ्रीज किए गए खातों को बगैर कोई उच्च अधिकारियों की अनुमति के अपने स्तर पर खुलवा लिया और एक कंपनी रसिक बिहारी कंट्रक्शन कंपनी को भुगतान कराया. इसके बाद अपने बैंक खाता में 9 लाख 20 हजार रुपए बतौर रिश्वत ली थी.
सरपंच के साथ मिलीभग्त से 43 लाख डकार गए
एसीबी अधिकारियों के मुताबिक आरेापी ठेकेदार हीरालाल ने बीडीपीओ और तत्कालीन मुजैड़ी के सरंपच के साथ मिलीभगत करके नवंबर 2020 में गांव में पेड़ पौधों को लगाने के नाम पर करीब 43 लाख रुपए की धोखाधड़ी की थी. जबकि नवंबर दिसंबर में पेड़ पौधे नहीं लगाए जा सकते. इन पेड़ पौधों को लगाने का बिल जून 2021 के बाद काटने पाए गए थे. इस केस को सरकार ने साल 2023 में एंटी करप्शन ब्यूरो को जांच के लिए सौंप दिया था. एसीबी की टीम आरोपियों से पूछताछ कर रही है.
Results-driven journalist with 14 years of experience in print and digital media. Proven track record of working with esteemed organizations such as Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesari and Amar Ujala. Currently...और पढ़ें
Results-driven journalist with 14 years of experience in print and digital media. Proven track record of working with esteemed organizations such as Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesari and Amar Ujala. Currently...
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Location :
Faridabad,Faridabad,Haryana
First Published :
September 10, 2025, 08:50 IST