Last Updated:May 04, 2025, 14:12 IST
PoK News : पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान पर करारा प्रहार किया. एक के बाद कई पाबंदियां लगाकर पाकिस्तान की कमर तोड़कर रख दी है. भारत ने अपने ताजा फैसले में पाकिस्तान से आयात पर रोक लगा दी है. भारत में...और पढ़ें

पीओके के समीप केरन वैली में पहुंचे टूरिस्ट को कई चौंकाने वाली चीजें दिखीं...
नई दिल्ली. कश्मीर को भारत का स्वर्ग कहा जाता है. इसी कश्मीर के लगभग 78 हजार वर्ग किलोमीटर पर पाकिस्तान ने अवैध कब्जा कर रखा है, जिसे पीओके कहते हैं. श्रीनगर के लाल चौक से केरन वैली करीब 150 किलोमीटर दूर है. केरन वैली का एक हिस्सा भारत में है. दूसरा हिस्सा पीओके में यानी पाक अधिकृत कश्मीर में है. यह घाटी कुपवाड़ा जिले में आती है. फेमस ब्लॉगर अविन यदुवंशी ने करीब 7 माह पहले पीओके घूमने गए थे. उन्होंने क्या कुछ देखा, अपने ब्लॉग में बताया था.
लालचौक के टैक्सी स्टैंड से वहां के लिए बसें मिलती हैं. केरन वैली जाने के लिए परमिशन की जरूरत होती है. टूरिस्ट करालपुर थाने से परमिशन लेकर केरन वैली घूमने जाते हैं. थाने में पहचान पत्र के दस्तावेज आधार कार्ड, वोटर आईडी, पासपोर्ट जैसे डॉक्यूमेंट के साथ फॉर्म भरकर देना होता है. फॉर्म में जिस टैक्सी से आप जा रहे हैं, उसका नंबर डालना बहुत जरूरी है. अगर आप अपनी गाड़ी से जा रहे हैं तो उसका नंबर एप्लिकेश्न पर लिख दें. आवेदन की कई कॉपियां पहले से करा लें. बीच में चेक पोस्ट मिलता है, वहां एंट्री करानी होती है. यानी जो पास आपके पास है, उसे जमा करना होगा. श्रीनगर से केरन वैली का रास्ता करीब 8 घंटे का है. पूरे रास्ते में करीब-करीब 8 जगह चेकिंग होती है. केरन वेली में ठहरने के लिए होटल मिलते हैं. अगर आप होटल में नहीं ठहरना चाहते तो टेंट भी मिलते हैं.
शारदापीठ यहां से 27 किलोमीटर है, जो कि पाकिस्तान में है. मुजफ्फराबाद 245, इस्लामाबाद 405, पेशावर 474, लाहौर 740 किलोमीटर और रावल पिंडी 408 किलोमीटर है. दिल्ली यहां से 930, जयपुर 1171, आगरा 1186, गांधीनगर 1821, मुंबई 2307, हैदराबाद 2526, इंफाल 3331, चेन्नई 3132 और पोर्टब्लेयर 4577 किलोमीटर की दूरी पर है. बीच में बहती है किशनगंगा नदी केरन वैली के बीचों-बीच किशनगंगा नदी बहती है.
पाकिस्तान का एक चौंकाने वाला बोर्ड
दूसरे हिस्से पर पाकिस्तान का कब्जा है. पाकिस्तान की ओर से भी नदी किनारे टूरिस्ट के लिए रिजॉर्ट बनाए गए हैं. पाकिस्तान में किशनगंगा को नीलम दरिया बोलते हैं. नीलम रिवर इसलिए बोलते हैं क्योंकि इसका पानी नीला है पाकिस्तान के कब्जे वाले हिस्से में एक चौंकाने वाला बोर्ड लगा हुआ है, जिसमें पाकिस्तान अपनी करतूत लिखे हुए है. कश्मीर = पाकिस्तान, जी हां! बोर्ड पाकिस्तान की नापाक करतूत की गवाही देता है. सच यह है पीओके भी भारत का हिस्सा है.
पीओके की केरन वेली के पास बसे एक गांव में करीब 20 से ज्यादा घर उजड़े हुए हैं…
उजड़े घर बयां कर रहे बर्बादी की कहानी
केरनवेली में कई उजड़े घर बर्बादी की कहानी को बयां कर रहे हैं. इनमें रहने वाले लोग अपनी घर गृहस्थी का सारा सामान छोड़कर रातोंरात पाकिस्तान चले गए. स्थानीय निवासी ने बताया कि इस कॉलोनी के लगभग 500 घर हैं. 20 घर ऐसे हैं तो खंडहर बन गए हैं. घर के अंदर बिस्तर, चूल्हे पर बर्तन सब कुछ ज्यों का त्यों पड़ा हुए हैं. आखिर क्या थी इसकी वजह, और वो क्यों इतनी जल्दी में चले गए. इसके पीछे की कहानी बताते हुए स्थानीय निवासी बताते हैं, ‘जब देश का बंटवारा हुआ और युद्ध शुरू हो गया. इन घरों के लोग जो पाकिस्तान वाले हिस्से में थे, फिर वापस नहीं लौट पाए.’
किशन गंगा के दूसरे छोर पर पाकिस्तान वाले हिस्से में करीब 300 होटल बने हुए हैं. पाकिस्तान के टूरिस्ट वहां घूमने आते हैं. यहां पर नदी में कोई फेसिंग नहीं है. पाकिस्तान वाले हिस्से में बड़े से बोर्ड पर लिखा
हुआ है ‘वेलकम टू अपर नीलम टूरिस्ट विलेज’