Israel Hezbollah War : लेबनान के दक्षिण हिस्से पर कब्जा खत्म करने की लेबनानी सरकार की मांग पर नेतन्याहू सरकार ने दोटूक जवाब दे दिया है. प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने सोमवार को कहा कि अगर हिज़्बुल्लाह से हथियार जब्त कर उसे पूरी तरह निरस्त्र कर दिया जाता है, तो इज़राइल दक्षिणी लेबनान से अपनी सेना वापस बुला सकता है. जब तक ऐसा नहीं होता है, तब तक दक्षिण लेबनान मे इजरायल की सेना बनी रहेगी.
लेबनानी सरकार का अच्छा फैसला- इजरायल
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली पीएम ने लेबनानी सरकार के उस फैसले की सराहना की, जिसमें इस साल के अंत तक हिजबुल्ला के तमाम हथियारों को जब्त करने का प्रण लिया गया है. इजरायली पीएमओ ने कहा कि यह एक अहम फैसला है. इससे लेबनान को अपनी संप्रभुता पुनः प्राप्त करने और अपने राज्य संस्थानों के अधिकार को बहाल करने का एक महत्वपूर्ण अवसर मिलेगा.
नेतन्याहू सरकार ने स्पष्ट किया कि कार्यालय ने आगे कहा कि अगर लेबनानी सेना निरस्त्रीकरण प्रक्रिया को लागू करती है तो इज़राय भी पारस्परिक मैत्री के उपाय करने पर विचार करेगा. इन उपायों में दक्षिण लेबनान से अपनी सैन्य उपस्थिति को चरणबद्ध तरीके से कम करना शामिल है, जिसे बाद में अमेरिका के नेतृत्व वाले सुरक्षा तंत्र के साथ समन्वित किया जाएगा.
दोनों देश दोस्ती की भावना से आगे बढ़ें
बयान में कहा गया, अब समय आ गया है कि इज़रायल और लेबनान आपसी सहयोग की भावना के साथ आगे बढ़ें और हिज़्बुल्लाह को निरस्त्र कर स्थिरता-समृद्धि को बढ़ावा देने के साझा उद्देश्य पर ध्यान केंद्रित करें. इजरायल का यह बयान अमेरिकी दूत टॉम बैरक की तेल अवीव में नेतन्याहू से मुलाकात के एक दिन बाद आया है. इस मुलाकात में अमेरिका ने भी लेबनान से हिजबुल्लाह के निरस्त्रीकरण के लिए आगे बढ़ने का आग्रह किया था.
हालाँकि, हिज़्बुल्लाह नेताओं ने अपने हथियार छोड़ने से इनकार कर दिया है. साथ ही लेबनानी नेताओं पर अपने राजनीतिक अस्तित्व को बचाने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा दांव पर लगाने के लिए आलोचना की थी. उन्होंने कहा था कि समूह के हथियारों पर बहस करने से पहले उन्हें नक्शे से इज़रायल को हटाने के मिशन पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए.
हिजबुल्ला के ठिकानों पर इजरायल के ड्रोन अटैक
हिजबुल्ला के इस बयान से भड़के इजरायल ने सोमवार को लेबनान में उसके ठिकानों पर ताबड़तोड़ ड्रोन अटैक किए. इजरायल ने बिंट जेबिल जिले में ऐन अल-मज़राब-तेबनीने सड़क पर एक चल रहे वाहन को निशाना बनाया, जिसमें एक हिजबुल्ला कैडर की मौत हो गई.
बताते चलें कि अमेरिका और फ्रांस की मध्यस्थता से नवंबर 2024 में हिज़्बुल्लाह और इज़राइल के बीच औपचारिक रूप से युद्धविराम लागू हुआ था. इस युद्ध विराम समझौते में दक्षिणी लेबनान से इजरायल की वापसी की बात कही गई थी. लेकिन इजरायली सेना ने सीमा पर कई चौकियां बना रखी हैं और हिजबुल्लाह से खतरे का हवाला देते हुए हमले जारी रखे हुए हैं.
(एजेंसी IANS)