Last Updated:July 30, 2025, 17:10 IST
Lenskart IPO : लेंसकार्ट ने आईपीओ लाने के लिए सेबी के पास पेपर जमा कराने की तैयारी कर ली है. इससे पहले ही कंपनी के सीईओ पीयूष बंसल ने अपनी हिस्सेदारी बढ़ानी भी शुरू कर दी है. उनकी मंशा आईपीओ से पहले अपना नाम ब...और पढ़ें

हाइलाइट्स
लेंसकार्ट आईपीओ के लिए सेबी के पास पेपर जमा करेगा.पीयूष बंसल ने प्रमोटर बनने के लिए हिस्सेदारी बढ़ाई.बंसल ने निवेशकों से शेयर खरीदकर प्रमोटर का दर्जा पाया.नई दिल्ली. कॉन्टैक्ट लेंस और चश्मे बनाने वाली कंपनी लेंसकार्ट (Lenskart) के को-फाउंडर और सीईओ पीयूष बंसल ने कंपनी का आईपीओ लॉन्च करने से पहले ही बड़ा दांव खेला है. उन्होंने फैसला किया है कि वह एक बार फिर खुद को कंपनी का प्रमोटर बनाएंगे. वैसे मौजूदा समय में ज्यादातर कंपनी के फाउंडर्स खुद को प्रमोटर बनाने से पीछे हटते हैं, लेकिन पीयूष बंसल ने यह फैसला करके कॉरपोरेट जगत को चौंका दिया है. वह भी तब जबकि उनकी कंपनी जल्द ही शेयर बाजार में आईपीओ लाने वाली है.
पीयूष बंसल की कंपनी लेंसकार्ट को हाल में ही कॉरपोरेट मंत्रालय से आईपीओ लाने की मंजूरी मिली है और अब वह सेबी के पास आवेदन करने की तैयारी में है. उनकी कंपनी 2,100 करोड़ रुपये से ज्यादा का आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है. बंसल ने इस आईपीओ से पहले ही कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने की तैयारी कर ली है, ताकि उन्हें प्रमोटर्स का दर्जा मिल सके. वह कंपनी का आईपीओ लाने से पहले ही खुद को बतौर प्रमोटर शामिल करना चाहते हैं.
कब बनते हैं कंपनी के प्रमोटर
भारतीय कॉरपोरेट कानून के अनुसार, अगर किसी कंपनी में व्यक्गित हिस्सेदारी 10 फीसदी से हो जाती है तो उन्हें बतौर प्रमोटर शामिल कर लिया जाता है. साल 2021 में पीयूष की हिस्सेदारी लेंसकार्ट में सिर्फ 5.7 फीसदी थी, जो अब बढ़कर 10.28 फीसदी हो चुकी है. इसका मतलब है कि बंसल अब लेंसकार्ट के प्रमोटर बन चुके हैं. हालांकि, उनका यह कदम बहुत चौंकाने वाला माना जा रहा है, क्योंकि आजकल के फाउंडर्स कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने में ज्यादा यकीन नहीं रखते हैं.
किन निवेशकों से खरीदी हिस्सेदारी
पीयूष बंसल ने लेंसकार्ट में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए कई निवेशकों के शेयर खरीद लिए हैं. इसके लिए उन्होंने सॉफ्टबैंक, केदारा, प्रेमजी इनवेस्ट, टेमासेक, किरेट वेंचर्स और अन्य निवेशकों से स्टॉक को बेहद कम वैल्यूएशन पर खरीदा है. बंसल को यह स्टॉक 80 से 90 फीसदी डिस्काउंट पर मिला है, जबकि कंपनी की तैयारी है कि वह लेंसकार्ट के आईपीओ को 9 से 10 अरब डॉलर के वैल्यूएशन पर उतारेगी. जाहिर है कि इससे बंसल को तगड़ा मुनाफा भी होने वाला है. इससे पहले स्विगी, जोमैटो और Delhivery जैसी कंपनियों के को-फाउंडर्स ने आईपीओ लाने से पहले खुद को प्रमोटर के टैग से दूर ही रखा था.
प्रमोटर बनने से क्या फायदा
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
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