Last Updated:September 11, 2025, 06:57 IST

Election Commission Meeting: भारत निर्वाचन आयोग ने नई दिल्ली में इंडिया इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर डेमोक्रेसी एंड इलेक्टोरल मैनेजमेंट (IIIDEM) में इस वर्ष का तीसरा मुख्य निर्वाचन अधिकारियों (CEOs) का सम्मेलन आयोजित किया. इस सम्मेलन में राष्ट्रीय स्तर पर विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (SIR) अभ्यास की तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की गई. सम्मेलन का उद्घाटन मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने किया, जिसमें निर्वाचन आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधू और डॉ. विवेक जोशी भी उपस्थित रहे. सम्मेलन में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य चुनाव अधिकारियों (CEO) ने अपने-अपने क्षेत्रों में SIR की तैयारियों, रणनीतियों और चुनौतियों पर विस्तृत प्रस्तुति दी. बिहार के CEO ने विशेष रूप से SIR की रणनीतियों और चुनौतियों पर एक प्रजेंटेशन प्रस्तुत किया, जिसमें मतदाता सूची के प्रबंधन और अद्यतन की प्रक्रिया पर जोर दिया गया.
सभी CEOs ने अपने राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में मतदाताओं की संख्या, अंतिम SIR की योग्यता तिथि, मतदाता सूची की स्थिति, और पिछले SIR के बाद मतदाता सूची के डिजिटलीकरण और वेबसाइट पर अपलोड की प्रगति पर विस्तृत जानकारी साझा की. इसके अतिरिक्त, वर्तमान मतदाताओं को पिछले SIR के अनुसार मिलान की स्थिति भी प्रस्तुत की गई. चुनाव आयोग ने यह सुनिश्चित करने के लिए कि किसी भी मतदान केंद्र पर 1200 से अधिक मतदाता न हों, मतदान केंद्रों के युक्तिकरण की प्रक्रिया की समीक्षा की. इस पहल का उद्देश्य मतदान प्रक्रिया को सुगम और प्रभावी बनाना है, ताकि मतदाताओं को किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े.
इसके लिए मतदान केंद्रों की संख्या और उनके प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया गया. सम्मेलन में CEOs ने मतदाता सूची की शुद्धता और समावेशिता सुनिश्चित करने के लिए उपयोग किए जाने वाले दस्तावेजों पर सुझाव दिए. इन सुझावों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि कोई भी पात्र नागरिक मतदाता सूची से वंचित न रहे और कोई अपात्र व्यक्ति सूची में शामिल न हो. साथ ही, पात्र नागरिकों के लिए दस्तावेज जमा करने की प्रक्रिया को सरल और सुलभ बनाने पर बल दिया गया.
इस दिशा में तकनीकी नवाचारों और डिजिटल प्लेटफार्मों का उपयोग बढ़ाने पर भी चर्चा हुई. आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारियों (DEOs), निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों (EROs), सहायक EROs, बूथ स्तर के अधिकारियों (BLOs) और बूथ स्तर के एजेंटों (BLAs) की नियुक्ति और प्रशिक्षण की स्थिति की भी समीक्षा की. इन अधिकारियों और एजेंटों की भूमिका मतदाता सूची के प्रबंधन और मतदान प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने में महत्वपूर्ण है. उनके प्रशिक्षण पर विशेष जोर दिया गया ताकि वे अपनी जिम्मेदारियों को प्रभावी ढंग से निभा सकें. आयोग ने सभी CEOs को निर्देश दिए कि वे अपने राज्यों में SIR अभ्यास को समयबद्ध और पारदर्शी तरीके से पूरा करें, ताकि आगामी चुनावों में मतदाताओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो.
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First Published :
September 11, 2025, 06:57 IST