Bihar Sir: आबादी से अधिक आधार कार्ड कैसे बन गए, क्या है इसके पीछे का असल खेल?

7 hours ago

Last Updated:July 15, 2025, 12:22 IST

Bihar Sir News: सीमांचल में जनसंख्या से अधिक आधार कार्ड बनाए जाने का मामला इन दिनों काफी सुर्खियों है. चुनाव आयोग के मतदाता विशेष गहण पुनरीक्षण में यह भी जानकारी आ रही है कि बांग्लादेशी, नेपाली समेत कई विदेशियो...और पढ़ें

 आबादी से अधिक आधार कार्ड कैसे बन गए, क्या है इसके पीछे का असल खेल?

बिहार में आधार केंद्रों पर विशेष समुदाय की भीड़ अधिक देखी जा रही है.

हाइलाइट्स

सीमांचल में 100 लोगों पर 120-126 आधार कार्ड, पूर्णिया में 121% आधार सैचुरेशन. बांग्लादेशी और नेपाली घुसपैठिए फर्जी दस्तावेजों के जरिए बिहार में आधार बनवा रहे. वर्ष 2022 से पहले बने बिना दस्तावेज बनाए गए आधार कार्ड जांच का विषय बने हुए हैं.

पूर्णिया. बिहार के सीमांचल क्षेत्र में जनसंख्या से अधिक आधार कार्ड बनाए जाने का मामला राष्ट्रीय सुरक्षा और चुनावी पारदर्शिता पर सवाल उठा रहा है. पूर्णिया के श्रीनायक कैंपस, बिहार का चौथा सबसे बड़ा आधार केंद्र में भारी भीड़ और एक समुदाय विशेष की मौजूदगी ने संदेह को गहरा किया है. न्यूज 18 की तहकीकात में खुलासा हुआ कि बांग्लादेशी और नेपाली घुसपैठियों ने कथित तौर पर फर्जी दस्तावेजों के जरिए आधार कार्ड हासिल किए हैं, जिससे सरकारी योजनाओं का दुरुपयोग और मतदाता सूची में गड़बड़ी की आशंका बढ़ गई है. स्थानीय लोग दावा करते हैं कि घुसपैठिए सरकारी योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं और जमीन खरीदकर बस रहे हैं. सीमांचल में जनसंख्या से अधिक आधार कार्ड बनाए जाने का मामला राष्ट्रीय सुरक्षा और चुनावी पारदर्शिता पर सवाल उठा रहा है.

पूर्णिया के श्रीनायक कैंपस में बिहार का चौथा सबसे बड़ा आधार सेंटर है, जहां लोग दूर-दूर से आकर आधार कार्ड बनवाते हैं और आधार कार्ड अपडेट करवाते हैं. यहां अक्सर काफी भीड़ देखी जाती है जिसमें एक समुदाय विशेष के लोगों की संख्या अधिक देखी जा रही है. जब इस बाबत हमने नायक कैंपस के मालिक और पत्रकार पंकज नायक से बात की तो उन्होंने कहा कि यह सच है कि कहीं ना कहीं आधार कार्ड जनसंख्या से अधिक बना है. इस इलाके में चूंकि विदेशी घुसपैठिये भी पहले से ही बड़ी संख्या में है और वे लोग भी किसी न किसी तरीके से आधार कार्ड बनवा लिए हैं. उन्होंने कहा कि खासकर ग्रामीण इलाकों में आधार सेंटर में इस तरह की गड़बड़ियां होती हैं. वहां से ये लोग पैसे का लालच देकर निवास प्रमाण पत्र या जन्म प्रमाण पत्र या कोई अन्य डॉक्यूमेंट बनवा लेते हैं. इसके आधार पर यहां आकर आधार कार्ड बनवाते हैं. उन्होंने कहा कि सीमांचल के इलाके में लाखों की संख्या में बांग्लादेशी हैं. इसमें अधिकांश लोगों के पास आधार कार्ड समेत कई डॉक्यूमेंट भी हैं और ये लोग यहां जमीन खरीद कर बस भी गए हैं.

गैर भारतीयों को आधार कार्ड कैसे जारी हुए?

वहीं, यहां आधार कार्ड बनवाने आए कई लोगों से जब हमने बात की तो उसमें कुछ ऐसे भी लोग हैं, जिनका कहना है कि उन्हें नहीं पता कि उनके पूर्वज कहां के थे, लेकिन वे लोग वर्षों से आकर यहां बसे हैं. कोई मुर्शिदाबाद बंगाल से आधार कार्ड बनवाने के लिए पूर्णिया पहुंचे हैं. इस बाबत हमने आधार कार्ड बनवाने आए मकसूद, समेला खातून, मुर्शिदाबाद निवासी जहीर और इकबाल से बात की तो उन लोगों ने कहा कि वे लोग आधार कार्ड अपडेट करवाने के लिए यहां आए हैं. दरअसल, उनको सरकारी योजनाओं के लाभ में इसकी जरूरत होती है और साथ ही अभी मतदाता पुनरीक्षण का काम चल रहा है, इसके लिए भी आधार कार्ड जरूरी है.

सीमांचल में बड़ी संख्या में घुसपैठियों का दावा

वहीं, पूर्णिया के मुस्लिम बहुल इलाके चिमनी बाजार में मतदाता पुनरीक्षण का काम कर रहे बीएलओ संजीव कुमार ने कहा कि वे लोग लोगों से आवेदन ले रहे हैं. लेकिन, इसमें कई ऐसे लोग हैं जिनका नाम छटने की भी संभावना है. किसी का दो जगह नाम है तो किसी की मृत्यु हो गई है.कई ऐसे लोग हैं जिनके पास सही दस्तावेज भी नहीं हैं. फिलहाल वे लोग सभी का आवेदन ले रहे हैं और उसके आधार पर जांच की जा रही है. वहीं, पूर्णिया के नायक कैंपस स्थित आधार केंद्र के ऑपरेशन मैनेजर मोहम्मद जफरुद्दीन ने कहा कि 2017 से ही आधार कार्ड का निर्माण किया जा रहा है, लेकिन 2017 से 2022 तक बिना किसी डॉक्यूमेंट के आधार कार्ड बनता था. इस कारण कई लोगों ने दो-तीन आधार कार्ड बनवा लिये हैं. लेकिन अब 2022 के बाद से जो भी आधार कार्ड बनता है या अपडेट किया जा रहा है, उसमें वैध दस्तावेज देने पड़ते हैं. वे लोग उस दस्तावेज का स्कैन कर उसकी सत्यता को प्रमाणित करने के बाद ही आधार कार्ड बनाते हैं.

जनसंख्या से अधिक बन गए हैं आधार कार्ड

जानकारी के अनुसार, सीमांचल में 100 लोगों पर 120-126 आधार कार्ड बने हुए हैं. वहीं, पूर्णिया में 121% आधार सैचुरेशन है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या 2022 के पहले घुसपैठिए भी आधार कार्ड बनवा लिए हैं? क्या इसके आधार पर बाहरी भी ले रहे हैं सरकारी योजनाओं का लाभ? अगर इसमें सच्चाई है तो इसकी जांच की जरूरत है.वहीx, पूर्णिया के पूर्व सांसद और जदयू नेता संतोष कुशवाहा ने कहा कि आधार कार्ड में गड़बड़ी की जो बात सामने आ रही है, यह काफी गंभीर मामला है. वह कमिश्नर और डीएम से मिलकर इसकी जांच करने का आग्रह करेंगे. जबकि, इस बाबत जब हमने डीएम अंशुल कुमार से पूछा तो उन्होंने कहा कि इसकी जांच कराई जाएगी और उसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है.

Vijay jha

पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट...और पढ़ें

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