Bangladesh Violence: बांग्लादेश में एक बार फिर हिंसा भड़क उठी है. बीते दो दिनों से यहां पर भारत विरोधी प्रदर्शन जारी हैं. इन प्रदर्शनों के बीच बांग्लादेश की सरकारी संपत्तियों को भी काफी नुकसान पहुंचा है. राजधानी ढाका में बड़े पैमाने पर कट्टरपंथी प्रोटेस्ट करते हुए दिखाई दिए हैं. महज दो दिनों में 4 भारतीय राजनयिकों पर हमला हो चुका है. कई शहरों से पथराव और आगजनी की खबरें भी आ रही हैं. इन प्रदर्शनों में हुई हिंसा के पीछे छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी की हत्या को भी जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. हादी की मौत के बाद कट्टरपंथियों की हिंसा और तेजी से भड़क उठी.
छात्र नेता की मौत के बाद भड़की हिंसा के बीच कट्टरपंथियों ने एक हिन्दू युवक की कथित तौर पर ईशनिंदा के आरोप में पीट-पीटकर हत्या कर दी और उसके शरीर को पेड़ से लटकाकर आग लगा दी. इस घटना के बाद से बांग्लादेश के अल्पसंख्यक समुदाय में दहशत का माहौल है. वहीं इस घटना के बाद बांग्लादेश की अंतरिम यूनुस सरकार ने कहा कि 'नए बांग्लादेश में ऐसी हिंसा की कोई जगह नहीं है.' इसके साथ ही यूनुस सरकार ने ये वादा भी किया कि इस अपराध में शामिल किसी भी शख्स को बख्शा नहीं जाएगा.
बीते 48 घंटों में भारत के 4 राजनयिकों पर हमला
कट्टरपंथियों ने चट्टोग्राम में भारत के सहायक उच्चायुक्त के घर पर भी हमला किया जिससे राजनयिक परिसरों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा हो गई हैं. इतना ही नहीं बीते 48 घंटों के दौरान कट्टरपंथियों ने 4 भारतीय राजनयिकों के घर हमला किया है. छात्र नेता हादी की मौत के बाद पूरे बांग्लादेश में प्रोटेस्ट के साथ-साथ भारत विरोधी नारे लगाए जा रहे हैं. इसी बीच चटगांव स्थित भारतीय मिशन पर भीड़ ने पत्थरबाजी की. इसके अलावा कट्टरपंथियों ने बांग्लादेश के डेली स्टार और प्रथम आलो जैसे मीडिया हाउसों पर भी हमला किया. कट्टरपंथियों का आरोप था के ये मीडिया हाउस शेख हसीना और भारत के समर्थक हैं. डेली स्टार पर हमले के दौरान तो करीब 25 पत्रकार फंस गए थे. इन पत्रकारों को किसी तरह से दफ्तर से बाहर निकाला गया.
अराजकता की गिरफ्त में बांग्लादेश
गुरुवार (18 दिसंबर) रात को कट्टरपंथियों की हिंसा के आगे बांग्लादेश में हालात पूरी तरह बेकाबू हो गए. भारत विरोधी नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद पूरे बांग्लादेश में हिंसा भड़क उठी थी. कट्टरपंथियों ने बांग्लादेश के मीडिया हाउसों, सांस्कृतिक केंद्रों और यहां तक कि बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान के आवास को भी आग के हवाले कर दिया. इसके पहले 12 दिसंबर को ढाका में बाइक सवार नकाबपोश हमलावरों ने उस्मान हादी पर फायरिंग की थी. इस हमले का मुख्य आरोपी का नाम फैसल करीम बताया जा रहा है. हादी की मौत के बाद से बांग्लादेश में हालात बेहद खराब हो गए हैं. फरवरी 2026 में प्रस्तावित चुनावों से पहले बांग्लादेश एक बार फिर से अराजकता की गिरफ्त में आ गया है.
आंदोलकारियों का आरोप, भारत में छिपा है हादी का हत्यारा
शरीफ उस्मान हादी के समर्थकों का आरोप है कि हादी का कथित हत्यारा फैसल करीम मसूद भारत में छिपा बैठा है. वहीं फैसल करीम के बांग्लादेश से बाहर भागने में उसकी मदद करने वाले दो आरोपियों सिब्योन दिउ और संजय चिशिम नाम के दो अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं ढाका के अडिशनल चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट जशिता इस्लाम ने इन दोनों आरोपियों को रिमांड पर भेजा है. उस्मान हादी निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे और वो इंकलाब मंच के प्रवक्ता भी थे. बीते शुक्रवार को जब वो एक रैली को संबोधित कर लौटते समय एक मस्जिद में गए और वहां से निकलते ही बाइक सवार बदमाशों ने हादी को गोली मार दी.
समुद्र में भी दिखा बांग्लादेश का भारत से तनाव
बांग्लादेश में जमीनी स्तर पर भारत विरोधी प्रदर्शन तो देखे जा रहे थे. इसी तरह से समुद्र में भी दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा है. बीते कुछ महीनों के दौरान भारत ने एक तरह के असामान्य पैटर्न को नोटिस किया है. बंगाल की खाड़ी में बड़ी संख्या में बांग्लादेश के मछुआरे भारतीय जलसीमा में घुसपैठ कर रहे हैं. बीते 15 दिसंबर को बांग्लादेशी नौसेना की एक गश्ती जहाज ने 16 मछुआरों को ले जा रहे एक भारतीय ट्रॉलर को टक्कर मारी जिसकी वजह से वो पलट गया. बांग्लादेश में फरवरी महीने में प्रस्तावित चुनाव होने हैं और ऐसे में चुनावों से पहले बांग्लादेश में भारत-विरोधी भावनाएं तेज हो गई हैं.
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