Last Updated:August 25, 2025, 18:14 IST
MiG-21: दुनिया में ऐसा पहली बार हुआ था कोई फाइटर जेट की चोरी हुई थी. यह चोरी किया गया फाइटर कोई और नहीं बल्कि मिग-21 ही था. 60 के दशक में मिग की धमक ऐसी थी कि सभी देश उसकी तकनीक चाहते थे, खास तौर पर अमेरिका और...और पढ़ें

MiG-21: फाइटर जेट को नहीं पता होता कि उसे चीफ उड़ा रहा है या कोई और पायलट. यह मशीन सभी के लिए एक समान होती है. जिस फाइटर को 1985 में पहली बार मौजूदा भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए पी सिंह ने उड़ाया था, 40 साल बाद फिर से उसी मिग को उड़ाने से पहले उन्हें फिर से ट्रेनिंग लेनी पड़ी. मिग-21 की विदाई से ठीक एक महीने पहले वायुसेना प्रमुख ने आखिरी बार उसे उड़ाया. पिछले हफ्ते ही नाल एयरबेस पर चीफ ने मिग-21 की सोलो सॉर्टी ली. एक महीने बाद 60 के दशक का दुनिया का सबसे बेहतरीन फाइटर जेट मिग-21 बाइसन हमेशा के लिए भारतीय वायुसेना से रिटायर हो जाएगा. 26 सितंबर को चंडीगढ़ में आखिरी बार आधिकारिक तौर पर उड़ान भरेंगे मिग-21 बाइसन.
मिग-21 से चीफ ने खूब की हवा से बात
वायुसेना में सामान्य फ्लाइंग कोर्स करने के बाद स्पेशलिस्ट फ्लाइंग के लिए भी खास ट्रेनिंग की जरूरत होती है. दो दिन के अपने नाल एयरबेस के दौरे के दौरान पहले दिन बाकायदा उन्हें ट्विन सीटर मिग-21 पर ट्रेनिंग दी गई. उसके बाद अगले दिन एयर चीफ ने सोलो फ्लाइंग की. हर फ्लाइंग 40 मिनट की थी. रेगुलर फॉर्मेशन सॉर्टी में मिग-21 को चीफ ने उड़ाया, उस फॉर्मेशन को एक महिला फाइटर पायलट स्क्वॉड्रन लीडर प्रिया लीड कर रही थीं. चीफ ने 40-40 मिनट की 3 से 4 सोलो सॉर्टी की. फ्लाइंग के बाद चीफ ने कहा कि ‘पहली बार 1985 में तेजपुर में उन्होंने मिग-21 टाइप 77 को उड़ाया था’. उन्होंने यह भी कहा कि ‘मुझे लगता है कि यह एक ऐसा विमान होगा जिसे उड़ाने वाले लोग ज़रूर याद करेंगे. अब हमें आगे बढ़ना होगा क्योंकि यह तकनीक पुरानी हो चुकी है. अब इस तकनीक को बनाए रखना बहुत मुश्किल है. इसलिए हमने इस विमान को बंद करने का फैसला किया है और नए प्लेटफॉर्म जैसे तेजस, तेजस MK2, राफेल, Su-30 प्लेटफॉर्म इसकी जगह लेंगे जो कि पहले से ही उड़ान भर रहे हैं.
मिग-21 के साथ जुड़ाव
एक समय था जब भारतीय वायुसेना ने 1200 के करीब अलग-अलग वेरिएंट्स के मिग एयरक्राफ्ट को ऑपरेट किया था. 19 स्क्वाड्रन भारतीय वायुसेना के पास थे. उस वक्त के लगभग सभी फाइटर पायलट ने मिग उड़ाया होगा. उनमें से कई भारतीय वायुसेना के चीफ तक बने और अपने रिटायरमेंट से पहले मिग को भी उड़ाया. पूर्व वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने अपने रिटायरमेंट से पहले सितंबर 2019 में मिग-21 के ट्विन सीटर एयरक्राफ्ट को उड़ाया था. उनके को-पायलट के तौर पर विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान कॉकपिट में मौजूद थे. एयर चीफ मार्शल धनोआ ने 1999 के करगिल युद्ध में फ्रंटलाइन ग्राउंड अटैक स्क्वाड्रन की कमान संभाली थी. पूर्व एयरफोर्स चीफ एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने भी अपने रिटायरमेंट से ठीक 15 दिन पहले 13 सितंबर 2021 को मिग-21 में उड़ान भरी थी.
मिग-21 रही है भारतीय वायुसेना की रीढ़
भारतीय वायुसेना ने मिग के कई वेरिएंट्स का इस्तेमाल किया जिसमें मिग-21 टाइप 77, मिग-21 बिज (टाइप 75), मिग-21 टाइप 96, मिग-25, मिग-21 बिज, मिग-21 बाइसन और मिग-29 शामिल हैं. मिग-21 टाइप 69 (ट्रेनर), मिग-21 बाइसन और मिग-29 भारतीय वायुसेना के बेड़े में अब भी ऑपरेट कर रहे हैं. मिग-21 बाइसन के रिटायरमेंट के लिए वायुसेना ने हरी झंडी दे दी है, जबकि मिग-29 को हाल ही में अपग्रेड किया गया है और यह 2030 के बाद तक अपनी सेवाएं वायुसेना में देता रहेगा. फिलहाल भारतीय वायुसेना के पास मिग-21 के दो स्क्वाड्रन में कुल 31 एयरक्राफ्ट ऑपरेट कर रहे हैं. हालांकि 1970 के दशक से अब तक 400 से ज्यादा मिग क्रैश हुए और पायलटों की जान गई, इसी के चलते इसे फ्लाइंग कॉफिन के नाम से बदनाम भी हुआ लेकिन इसके मारक क्षमता पर आज तक किसी ने सवाल नहीं उठाया.
मिग-21 ने बदली कई जंग की सूरत
भारत मिग का दुनिया में सबसे बड़ा ऑपरेटर रहा है. साल 1961 में पाकिस्तान को ध्यान में रखते हुए इसे खरीदने का प्लान बना और साल 1964 में भारतीय वायुसेना में पहले सुपरसोनिक फाइटर जेट के तौर पर शामिल हुआ. मिग-21 का इस्तेमाल 1965 की जंग में बहुत कम हुआ लेकिन 1971 की जंग में इसने ईस्ट पाकिस्तान पर ऐसी मौत बरसाई कि जंग ही खत्म हो गई. ढाका के गवर्नर हाउस पर 14 दिसंबर 1971 में भारतीय वायुसेना के चार मिग-21 ने गुवाहाटी के एयर बेस से उड़ान भरी और ढाका में गवर्नर हाउस को अटैक कर के जमींदोज़ कर दिया. और यह 1971 की जंग का एक सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट था. कारगिल की जंग में भी मिग-21 ने अपना खूब जोहर दिखाया. एक मिग-21 भी भारतीय वायुसेना ने खोया, लेकिन कारगिल की चोटियों में आ घुसे पाकिस्तानियों को मार भगाया. इसके बाद बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद जब पाकिस्तानी एयरफोर्स ने अपने F-16 और JF-17 के साथ भारतीय इलाके में घुसने की कोशिश की तो विंग कमांडर अभिनंदन ने अपने मिग-21 बाइसन से ही दुनिया के सबसे ताकतवर माने जाने वाले एक पाकिस्तानी F-16 को मार गिराया था.
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First Published :
August 25, 2025, 18:14 IST