Last Updated:September 21, 2025, 08:26 IST
लोकसभा चुनाव के दौरान आरके सिंह ने भोजपुरी एक्टर पवन सिंह को लेकर कई कड़े बयान दिए थे जिससे दोनों के बीच दूरी बढ़ गई थी. लेकिन, ऐसा लगता है कि अब दोनों दिग्गजों के बीच अब सबकुछ ठीक हो गया है. बताया जा रहा है कि हाल ही में दोनों के बीच लगातार बैठकें हुईं, जिसमें वे अपनी पुरानी नाराजगी भूलकर आगे बढ़ने को तैयार हो गए हैं. बात कुछ ऐसी बनी है कि अब आरके सिंह खुद ही पवन सिंह को भाजपा में लाने की वकालत करने लगे हैं. आइए जानते हैं आखिर क्या हुआ ऐसा कि पूरा गेम ही पलटता दिख रहा है.

आरा/चंदन कुमार. पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह और भोजपुरी पावर स्टार पवन सिंह के बीच लंबे समय से चली आ रही राजनीतिक नाराजगी अब खत्म होती प्रतीत हो रही है. माना जा रहा है कि दोनों की आपसी बातचीत और समझौते के बाद रिश्ते सामान्य हो गए हैं. हाल ही में दोनों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं जो इस रिश्ते की नई शुरुआत का सबूत हैं. अब भाजपा के लिए यह बड़ा संकेत माना जा रहा है कि पवन सिंह फिर से पार्टी के साथ जुड़ सकते हैं.बता दें कि बीते लोकसभा चुनाव के दौरान आरके सिंह ने पवन सिंह को लेकर कई सख्त बयान दिए थे, लेकिन अब उन्होंने पवन सिंह को लेकर सकारात्मक बातें कही हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि पवन सिंह और आरके सिंह के बीच मतभेद अब समाप्त हो गए हैं और दोनों के रिश्ते सामान्य हो गए हैं.
पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह और भोजपुरी के पावर स्टार पवन सिंह की साथ की तस्वीरें हाल ही में सोशल मीडिया में खूब वायरल हुईं. माना जा रहा है कि इस मुलाकात के बाद आरके सिंह और पवन सिंह के बीच लगातार बातचीत हुई और बैठकों के दौर चले. अब आरके सिंह का रुख बदल गया है और ऐसा लगता है कि पवन सिंह से आपसी सियासी अदावत दूर हो गई है और वह खुद ही कह रहे हैं कि पवन सिंह को भाजपा में वापस ले लिया जाए. आरके सिंह ने खुद ही यह भी बताया कि पवन सिंह की भाजपा से नाराजगी के कारण थे और उस स्थिति में कोई भी व्यक्ति वैसा ही करता जैसा पवन सिंह ने किया था.
शाहाबाद के राजनीतिक समीकरणों में नया मोड़
दरअसल, आरके सिंह ने पवन सिंह को लेकर कहा कि भोजपुरी अभिनेता ने मुझे अपने साथ हुई घटनाओं के बारे में बताया कि उन्हें पहले बीजेपी से टिकट दिया गया था, फिर चुनाव लड़ने से मना कर दिया गया, और किसी अन्य सीट से भी टिकट नहीं मिला. यह सुनकर थोड़ा दर्द हुआ था और वे असहज हो गए जिसके फलस्वरूप भाजपा के विरोध में चले गए. आरके सिंह ने कहा कि इसलिए मेरा मानना है कि पवन सिंह को फिर से भाजपा में शामिल हो जाना चाहिए. साफ है कि आरके सिंह का पवन सिंह को लेकर दिया गया बयान पार्टी में पवन सिंह की वापसी की उम्मीद जगाता है.
पवन सिंह ने आरके सिंह से मुलाकात कर अपना पक्ष रखा था.
पवन सिंह की तरफ से भी मिले सकारात्मक संकेत
बता दें कि पवन सिंह ने भी बातचीत के दौरान सकारात्मक रवैया दिखाया है. उनके समर्थक भी इस समझौते से खुश हैं और मानते हैं कि इससे भाजपा को राजनीतिक मजबूती मिलेगी. पवन सिंह की वापसी से भाजपा के लिए भोजपुरी क्षेत्र में वोट बैंक मजबूत होगा.राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि इस मेल-मिलाप से भाजपा को बिहार में और खासकर भोजपुरी क्षेत्र में फायदा होगा. पवन सिंह जैसे लोकप्रिय चेहरे का साथ पार्टी को मजबूती मिलेगी. यह भी साफ है कि चुनाव के मद्देनजर भाजपा इस रिश्ते को और मजबूती देना चाहती है.
आरा में आरके सिंह का जोरदार स्वागत किया गया
बहरहाल, पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह के इस रुख से स्पष्ट हो रहा है कि भोजपुरी पावर स्टार पवन सिंह के बीच लंबे समय से चली आ रही राजनीतिक दूरियां अब खत्म हो गई हैं और दोनों के रिश्ते सामान्य हो गए हैं. उम्मीद की जा रही है कि अब जल्दी ही पवन सिंह भाजपा में वापसी कर सकते हैं. बता दें कि शनिवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री और आरा के पूर्व सांसद आरके सिंह चंद्रवंशी जिला सम्मेलन में शामिल होने आरा के नागरी प्रचारणी सभागार पहुंचे थे. छह महीने बाद आरा पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. कार्यक्रम में आरके सिंह ने भाजपा की उपलब्धियों का उल्लेख किया और विपक्ष पर भी निशाना साधा.
पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट...और पढ़ें
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First Published :
September 21, 2025, 08:26 IST