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Last Updated:September 21, 2025, 07:25 IST
Today Live: देशभर में नवरात्रि का त्योहार 22 सितंबर 2025 से शुरू हो रहा है. माता के श्रद्धालुओं में जहां उत्साह है, वहीं इससे जुड़ी कुछ मांग को लेकर संग्राम जैसा माहौल बन गया है.

गरबा पंडालों में गैर हिन्दुओं के प्रवेश को रोकने की मांग की गई है. (फाइल फोटो/PTI)
Today Live: सोमवार से नवरात्रि का त्योहार शुरू हो रहा है. माता रानी का यह उत्सव 10 दिनों तक चलेगा. देश की राजधानी दिल्ली में इस मौके पर मीट की दुकानों को बंद करने की मांग बढ़ने लगी है. दिल्ली के जंगपुरा से विधायक तरविंदर सिंह मारवाह ने इस बाबत मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को पत्र लिखा है. उन्होंने कहा कि नवरात्रि के दौरान पूरी दिल्ली में मीट की दुकानें बंद होनी चाहिए. वहीं, दिल्ली के शकूर बस्ती के BJP विधायक करनैल सिंह ने MCD, KFC और DOMINOS को पत्र लिखकर नवरात्रि के दौरान मांसाहारी भोजन न बेचने की मांग की है. उन्होंने यह चिट्ठी दिल्ली की CM, दिल्ली के पुलिस कमिश्नर और दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा को भी फॉरवर्ड किया है. अलीगढ़ में भी नवरात्रि में मीट की दुकानों पर सख्ती की गई है. दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री ठाकुर रघुराज सिंह ने डीएम-एसएसपी से इस मसले पर बातचीत की है. वहीं, मध्य प्रदेश के दमोह से सांसद राहुल सिंह ने गरबा पंडालों में गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर रोक लगाने की मांग का समर्थन किया है.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बिहार इकाई ने प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी को धोखाधड़ी पर आधारित एक राजनीतिक स्टार्टअप बताया और पूर्व चुनाव रणनीतिकार पर फर्जी कंपनियों के माध्यम से सैकड़ों करोड़ रुपये जुटाने का आरोप लगाया है. इससे एक दिन पहले किशोर ने भाजपा के वरिष्ठ नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की शैक्षणिक योग्यता पर सवाल उठाया था. भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी दानिश इकबाल ने किशोर पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेतृत्व वाले महागठबंधन की अप्रत्यक्ष रूप से मदद करने का आरोप लगाया और पूछा कि उनकी पार्टी अब भी विपक्षी गठबंधन इंडिया में शामिल पार्टियों द्वारा शासित राज्यों से धन क्यों प्राप्त कर रही है? इकबाल ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल से 370 करोड़ रुपये से अधिक आए हैं, जहां उन्होंने साल 2021 के विधानसभा चुनावों में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस के लिए काम किया था.
कर्नाटक में जाति सर्वेक्षण पर सुगबुगाहट
कर्नाटक में सामाजिक-आर्थिक और शैक्षिक सर्वेक्षण (जाति जनगणना) से कुछ दिन पहले विभिन्न जातियों के संतों ने भागीदारी और सर्वेक्षण प्रक्रियाओं की रणनीति बनाने के लिए शनिवार को राजनीतिक दलों के नेताओं तथा सामाजिक संगठनों के साथ विचार-विमर्श किया. भाजपा और अन्य दक्षिणपंथी संगठनों द्वारा वोक्कालिगा क्रिश्चियन, लिंगायत क्रिश्चियन, कुरुबा क्रिश्चियन सहित नयी उप-जातियों को शामिल किए जाने पर चिंता जताए जाने के बाद, विभिन्न मठों के महंतों ने इस ओर ध्यान आकर्षित किया है. भाजपा ने इस पूरी कवायद को राजनीतिक लाभ के लिए हिंदू समाज को बांटने का प्रयास बताया है, जबकि सत्तारूढ़ कांग्रेस का कहना है कि इसका उद्देश्य दलित समुदायों को सामाजिक न्याय प्रदान करना है.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
September 21, 2025, 07:25 IST