Last Updated:October 23, 2025, 12:07 IST
Varanasi-Kolkata Expressway : यूपी से बंगाल तक बन रहा एक्सप्रेसवे साल 2028 तक तैयार होने का अनुमान है. इसके तैयार होने के बाद दोनों राज्यों के बीच सफर में अभी लगने वाला 14 घंटे का समय घटकर महज 6 घंटे का रह जाएगा.

नई दिल्ली. पश्चिम बंगाल की हुगली नदी पर बना हावड़ा ब्रिज अब काफी पुराना हो चुका है. अब इसके बगल में ही एक नया ब्रिज बनाने की तैयारी है. पश्चिम बंगाल के पीडब्ल्यूडी अधिकारियों का कहना है कि वाराणसी से कोलकाता तक बन रहे एक्सप्रेसवे के लिए नया ब्रिज बनाया जाएगा. नया ब्रिज तैयार होने के बाद हावड़ा के बगनान इलाके को दक्षिण 24 परगना जिले के पुजाली से जोड़ा जा सकेगा. नया एक्सप्रेसवे 4 लेन का बनाया जा रहा है, जिससे दोनों राज्यों के बीच का सफर काफी आसान हो जाएगा.
अधिकारियों के अनुसार, प्रस्तावित ब्रिज हुगली नदी पर बनने वाला चौथा पुल होगा. अभी तक कोलकाता में तीन पुल हुगली नदी पर बनाए जा चुके हैं. इसमें आजादी के पहले बना हावड़ा ब्रिज, विद्यासागर सेतु और निवेदिता सेतु प्रमुख हैं. पीडब्ल्यूडी के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पहले योजना थी कि वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे को पुरुलिया जिले की ओर से बगनान तक बॉम्बे रोड से जोड़ा जाए. लेकिन, अब इस योजना में बदलाव किया जा रहा है और हुगली नदी पर एक और पुल बनाकर इस एक्सप्रेसवे को पुजाली के रास्ते जोड़ा जाए.
कहां तक पहुंचा काम
पिछले दिनों संसद में एक सवाल के जवाब में केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि पुरुलिया, बांकुरा और हावड़ा जिले में जमीन अधिग्रहण का काम चल रहा है. इस प्रोजेक्ट में देरी की वजह राज्य सरकार की ओर से अपने फैसलों में देरी और प्रोजेक्ट में बदलाव करना रहा है. यह एक्सप्रेसवे यूपी, बिहार और झारखंड को पार करते हुए पश्चिम बंगाल में एंट्री करेगा, लेकिन सबसे ज्यादा दिक्कत पश्चिम बंगाल में भूमि अधिग्रहण को लेकर आई है. हालांकि, इसकी डीपीआर पहले ही बनाकर राज्य सरकार को सौंपी जा चुकी थी.
14 के बजाय 6 घंटे का रह जाएगा रास्ता
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की मानें तो करीब 620 किलोमीटर के इस एक्सप्रेसवे को तैयार करने में 35 हजार करोड़ रुपये का खर्चा आएगा. इसके बनने के बाद वाराणसी से कोलकाता तक जाने में अभी लगने वाला समय 14 घंटे से घटकर महज 6 घंटे का रह जाएगा. फिलहाल भूमि अधिग्रहण को लेकर मामला अटका हुआ है, जो पश्चिम बंगाल सरकार की जिम्मेदारी है. यह एक्सप्रेसवे दिल्ली को भी सीधे कोलकाता से जोड़ेगा और जीटी रोड के भारी ट्रैफिक को कम करने में मदद मिलेगी.
कब तक शुरू होगा एक्सप्रेसवे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल फरवरी में इस प्रोजेक्ट की नींव रखी थी और कयास लगाए जा रहे हैं कि यह मार्च, 2028 तक बनकर तैयार हो जाएगा. हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि जिस हिसाब से जमीन अधिग्रहण को लेकर पश्चिम बंगाल में लेटलतीफी चल रही है, प्रोजेक्ट को पूरा होने में एक और साल का समय लग सकता है. ऐसा होने से इस प्रोजेक्ट की लागत भी बढ़ सकती है.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...
और पढ़ें
न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
October 23, 2025, 12:07 IST