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हाथ में बंधा कलावा किस दिन नहीं खोलना चाहिए? 99% लोग कर बैठते हैं गलती, जीवन पर पड़ता है गलत प्रभाव, जानें नियम
Kalawa Rules: हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य, पूजा-पाठ आदि को करने के दौरान हाथों में कलावा बांधा जाता है. इसको बांधना बेहद शुभ माना जाता है. दरअसल, कलावा सूती धागे का बना होता है, इसलिए कुछ दिनों के बाद यह थोड़ा बदरंग और ढीला हो जाता है. ऐसे में लोग बिना सोचे-समझे इसे हाथों से उतारकर कहीं भी रख देते हैं. जबकि, ज्योतिष शास्त्र में कलावे को बेवक्त खोलना और यहां-वहां कहीं भी रख देना बिल्कुल भी शुभ नहीं माना गया है. ऐसे में जरूरी है कि कलावा से जुड़े नियमों को अपनाएं. आइए उन्नाव के ज्योतिषी एवं पंडित ऋषिकांत मिश्र शास्त्री से जानते हैं कलावा से जुड़े नियमों के बारे में-
News18 हिंदीLast Updated :March 2, 2024, 09:38 ISTWritten byLalit Kumar
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क्यों पहनते हैं कलावा: पंडित ऋषिकांत मिश्र बताते हैं कि, कलावा बांधने से त्रिदेवों के साथ तीनों देवियों मां लक्ष्मी, पार्वती और सरस्वती का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इससे जो भी कार्य करने जा रहे हैं, वह बिना किसी बाधा के पूर्ण होते हैं. मौली और कलावा को रक्षा सूत्र भी कहते हैं, जो हमारे बुरे समय में रक्षा करता है, इससे घर में सुख-समृद्धि भी बनी रहती है. साथ ही कलावा बांधने से व्यक्ति का स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है. (Image- Canva)
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किस हाथ में कलावा बांधें: ज्योतिषाचार्य के मुताबिक, कलावा बांधने से पहले इससे जुड़े नियमों की जानकारी होना बेहद जरूरी है. बता दें कि, विवाहित महिलाओं को कलावा अपने बाएं हाथ में और कुंवारी लड़कियों को दाहिने हाथ में कलावा बंधवाना शुभ रहता है. वहीं, पुरुषों को भी दाहिने हाथ में कलावा बंधवाना मंगलकारी माना गया है. (Image- Canva)
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कलावा बांधने का तरीका: शास्त्रों के अनुसार, जिस हाथ में आप कलावा बांध रहे हैं तो उस हाथ में सिक्का या रुपया लेकर मुट्ठी बंद कर लें. उसके बाद दूसरे हाथ को सिर पर रखें. हाथ में 3, 5 या 7 बार कलावा लपेटना चाहिए. कलावा बंध जाने के बाद हाथ में रखी दक्षिणा उस व्यक्ति को भेंट में दें, जिसने आपके हाथ में कलावा बांधा है. (Image- Canva)
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कलावा बांधने का मंत्र: कलावा को हमेशा किसी योग्य कर्मकांडी ब्राह्मण या अपने से बड़े व्यक्ति से बंधवाना चाहिए. ऐसा करने से आपके साथ होनी वाली अनहोनी से बचा जा सकता है. इसके अलावा, कलावा बांधने समय "येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबल:। तेन त्वामनुबध्नामि रक्षे मा चल मा चल।।" मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए. (Image- Canva)
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उतरे कलावे का क्या करें: ज्योतिषाचार्य की मानें तो हाथ में बांधा हुआ कलावा मंगलवार और शनिवार के दिन ही खोलना चाहिए. इसको खोलने के बाद पूजा घर में ही बैठकर दूसरा कलावा बधवाएं. इसके बाद हाथ से कलावा उतारने के बाद इसे पीपल के पेड़ के नीचे रख दें या फिर बहते पानी में प्रवाहित कर दें. (Image- Canva)