हर चौसर पर भारत की चाल... ईरान-इजरायल जंग के बीच पूर्व डिप्टी NSA ने क्यों कहा

9 hours ago

Last Updated:June 15, 2025, 15:38 IST

पंकज सरन ने कहा कि भारत के बिना दुनिया की बड़ी समस्याएं हल नहीं हो सकतीं. भारत अब 'विक्टिम' नहीं, 'एक्शन लीडर' है. G7 में भारत की भूमिका निर्णायक है. ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के खिलाफ था.

हर चौसर पर भारत की चाल... ईरान-इजरायल जंग के बीच पूर्व डिप्टी NSA ने क्यों कहा

पूर्व डिप्‍टी एनएसए पंकज सरन.

हाइलाइट्स

भारत के बिना दुनिया की बड़ी समस्याएं हल नहीं हो सकतीं.भारत अब 'विक्टिम' नहीं, 'एक्शन लीडर' है.G7 में भारत की भूमिका निर्णायक है.

देश के पूर्व डिप्टी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (Deputy NSA) पंकज सरन ने रव‍िवार को बड़ा बयान द‍िया. उन्‍होंने कहा क‍ि भारत के बिना आज दुनिया की कोई भी बड़ी समस्‍या हल नहीं हो सकती. भारत हर चौसर पर अपनी चाल चल रहा है और वो चाल निर्णायक साबित हो रही है. यह बयान ऐसे समय आया है जब ईरान और इजरायल के बीच तनाव चरम पर है. रूस-यूक्रेन जंग थमने का नाम नहीं ले रही और वैश्विक अर्थव्‍यवस्‍था भी उथल-पुथल से गुजर रही है. पंकज सरन का यह बयान सिर्फ एक कूटनीतिक लाइन नहीं, बल्कि भारत की बढ़ती वैश्विक भूमिका को दिखाता है. उन्होंने कहा कि आज के समय में भारत को अब दुनिया एक ‘समस्या’ नहीं, बल्कि ‘समाधान’ का हिस्सा मानती है. यही वजह है कि भारत को G7 जैसे बड़े मंचों पर बुलाया जाता है, भले ही कुछ देशों से रिश्तों में खटास हो.

G7 दुनिया के सबसे ताकतवर और अमीर देशों का समूह है, जिसमें अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, इटली, कनाडा और जापान शामिल हैं. ये देश मिलकर वैश्विक मुद्दों पर फैसले लेते हैं। हाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को G7 की बैठक में आमंत्रित किया गया. इस पर सरन ने कहा, ये आमंत्रण कोई औपचारिकता नहीं, बल्कि एक अंतरराष्ट्रीय मान्यता है कि भारत के बिना कोई समाधान संभव नहीं है. सरन ने यह भी बताया कि भारत को G7 में बुलाने की परंपरा मोदी युग से पहले की है, लेकिन मोदी सरकार ने भारत की भूमिका को और मजबूती से दुनिया के सामने रखा है. अब भारत सिर्फ श्रोता नहीं, बल्कि निर्णायक भूमिका में है.

ईरान-इजरायल तनाव और भारत की भूमिका
ईरान-इजरायल सिर्फ दो देशों की लड़ाई नहीं, बल्कि इसका असर पूरे मिडिल ईस्ट और वैश्विक ऊर्जा बाजार पर पड़ रहा है. ऐसे में दुनिया को एक संतुलित, भरोसेमंद और शांतिदूत की जरूरत है और यहां भारत की भूमिका उभरकर सामने आती है. भारत के ईरान और इजरायल दोनों से रिश्ते हैंः भारत इजरायल से डिफेंस टेक्नोलॉजी लेता है, वहीं ईरान से तेल और रणनीतिक सहयोग लेता है. ऐसे में भारत इन दोनों देशों के बीच संतुलन बनाने की ताकत रखता है. यही कारण है कि वैश्विक मंचों पर भारत को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.

आतंकवाद के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर की चर्चा
पंकज सरन ने यह भी साफ किया कि भारत अब किसी भी आतंकवादी हमले के जवाब में चुप नहीं बैठेगा. उन्होंने हाल में हुए ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र किया, जिसे भारत ने पाकिस्तान की सीमा के पास आतंकी ठिकानों पर किया था. सरन ने कहा, ऑपरेशन सिंदूर पाकिस्तान के खिलाफ नहीं, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ था. अगर आतंकी ढांचे पाकिस्तान की जमीन पर हैं, तो यह दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन भारत अब चुप नहीं रहेगा. उन्होंने कहा कि भारत लंबे समय से पाकिस्तान से कह रहा है, या तो तुम खुद आतंकवाद को खत्म करो, नहीं तो कोई और करेगा. ऑपरेशन सिंदूर इसी चेतावनी का एक उदाहरण है.

भारत को अब ‘विक्टिम’ नहीं, ‘एक्‍शन लीडर’
पहले जब दुनिया में आतंकवाद या युद्ध की चर्चा होती थी, तो भारत को एक ‘पीड़‍ित’ यानी विक्टिम देश की तरह देखा जाता था. लेकिन अब हालात बदल गए हैं, भारत अब खुद निर्णायक कदम उठाता है, दुनिया को अपनी बात समझाता है और जरूरत पड़े तो सीधी कार्रवाई भी करता है. सरन ने यह भी कहा कि पाकिस्तान में सेना और आतंकी संगठनों का गठजोड़ बहुत पुराना है. वहां आतंकवाद राज्य की नीति का हिस्सा बन चुका है, लेकिन अब भारत ने यह तय कर लिया है कि चाहे वो किसी भी देश में छिपा हो, आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई जरूर होगी.

Gyanendra Mishra

Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.news18.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for 'Hindustan Times Group...और पढ़ें

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