Last Updated:December 24, 2025, 16:23 IST
MBBS in Bangladesh: भारतीय छात्रों के लिए विदेश जाकर मेडिकल पढ़ाई करने के लिए बांग्लादेश उनकी पहली पसंद है. पढ़ाई की कम लागत, उच्च गुणवत्ता, NMC और WHO की मान्यता, सांस्कृतिक समानता और आसान एडमिशन की वजह से बांग्लादेश में 9000 से ज्यादा छात्र एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं.
बांग्लादेश मेडिकल कॉलेज (बीएमएसआरआई).MBBS in Bangladesh: बांग्लादेश में पिछले साल जुलाई से ही अशांति फैली हुई है. हाल ही में युवा नेता शरीफ उस्मान हादी की ढाका में अज्ञात हमलावरों द्वारा गोली मारकर हत्या के बाद पूरे देश में हालात तेजी से बिगड़ गए. हादी की मौत की खबर फैलते ही कई इलाकों में भारत के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए और हिंसा भड़क उठी. इस दौरान दंगाइयों ने एक भारतीय दीपू चंद्र दास की हत्या कर दी. इस अशांति ने स्थानीय लोगों. भारतीयों सहित वहां रह रहे तमाम विदेशी नागरिकों को मुश्किल में डाल दिया है. पिछले साल जुलाई में हिंसा के चलते हजारों भारतीय छात्र बांग्लादेश छोड़कर चले गए थे. एक बार फिर वहां पर उसी तरह के हालात बन रहे हैं. यह स्थिति एक महत्वपूर्ण सवाल खड़ा करती है कि इतने सारे भारतीय छात्र बांग्लादेश में पढ़ाई करना क्यों पसंद करते हैं?
भारत में चुनौतीपूर्ण है डॉक्टर बनना
भारत में डॉक्टर-जनसंख्या अनुपात विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मानक के करीब पहुंच रहा है, फिर भी डॉक्टर बनने का रास्ता चुनौतियों से भरा है. प्रतिवर्ष लगभग 83,000 NEET सीटों के लिए 15 लाख से अधिक छात्र प्रतिस्पर्धा करते हैं, जिनमें से आधे से भी कम सीटें सरकारी कॉलेजों में उपलब्ध हैं. कई सीटें विभिन्न कोटा के तहत आरक्षित हैं, जिससे कई योग्य उम्मीदवारों को सीट नहीं मिल पाती. भारत में 600 से अधिक मेडिकल कॉलेज होने के बावजूद प्रतिस्पर्धा बेहद कड़ी है.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
December 24, 2025, 16:22 IST
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