स्कूल टीचर बनने का था सपना, बन गया आसमान का राजा, ₹76,000 करोड़ का मालिक

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Last Updated:December 05, 2025, 15:25 IST

Rahul bhatia indigo: यह कहानी एक ऐसे लड़के की है, जो स्कूल टीचर बनने का सपना देखता था, लेकिन एक समय ऐसा आया जब वह आसमान का राजा बन गया. ₹76,000 करोड़ रुपये का नेट वर्थ हो गया और भारत का 38वां सबसे अमीर शख्स बन गया.

स्कूल टीचर बनने का था सपना, बन गया आसमान का राजा, ₹76,000 करोड़ का मालिकIndigo Airlines, indigo flight, Success Story, Rahul bhatia story: इंडिगो के मालिक राहुल भाटिया की कहानी.

Rahul Bhatia indigo Story: यह कहानी किसी और की नहीं बल्कि इंडिगो के मालिक राहुल भाटिया की है. जी हां, वही इंडिगो एयरलाइंस जो इनदिनों सुर्खियों में है.भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो जो रोजाना हजारों यात्रियों को आसमान में उड़ाती है आज उसी आसमान में उलझ गई है.पिछले दो दिनों में 950 से ज्यादा उड़ानें रद्द हो गई हैं और लाखों पैसेंजर परेशान है.ऐसे में आइए आपको बताते हैं इंडिगो के मालिक राहुल भाटिया की कहानी…

indigo owner Rahul Bhatia ki kahani:  कनाडा से इंजीनियरिंग की डिग्री करने वाले राहुल कभी बिजनेस में नहीं आना चाहते थे,लेकिन फैमिली प्रेशर की वजह से उन्‍हें बिजनेस आना पड़ा और उन्‍होंने आसमान छू लिया.राहुल भाटिया ने 37,000 डॉलर से एयरलाइंस का करोबार शुरू करके आज 434 प्लेन वाली इंडिगो एम्पायर खड़ा कर दिया. रोजाना 2,700 उड़ानों से 3 लाख से ज्यादा यात्रियों को उड़ाने वाली ये एयरलाइन 137 डेस्टिनेशंस को जोड़ती है.यह आज $10 बिलियन यानी करीब 83,000 करोड़ रुपये नेट वर्थ के मालिक राहुल के दिमाग की देन है, लेकिन दिसंबर 2025 का ये महीना चुनौतियों भरा है.

दिल्‍ली के रहने वाले हैं राहुल भाटिया

18 दिसंबर 1955 को दिल्ली में जन्मे राहुल भाटिया का बचपन बिजनेस फैमिली में बीता लेकिन उनका मन कभी ट्रैवल या एविएशन में नहीं लगा. पिता कपिल भाटिया ने 1964 में नौ पार्टनर्स के साथ मिलकर ‘दिल्ली एक्सप्रेस’नाम की एयरलाइन एजेंसी शुरू की. ये इंटरग्लोब एंटरप्राइजेज की नींव थी. राहुल ने बचपन में पढ़ाई पर फोकस किया.भारत से कनाडा पहुंच गए.उन्‍होंने वहां की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी ऑफ वॉटरलू से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री ली.कोर्स पूरा होने के बाद वर्ष 1980 के दशक में IBM में दो साल काम भी किया. उनका सपना था भारत लौटकर नॉर्टेल के साथ टेलीकॉम वेंचर शुरू करना और डिजिटल टेलीफोन एक्सचेंज बनाना, लेकिन सरकार की विदेशी टेक्नोलॉजी पॉलिसी के कारण उनका यह सपना पूरा नहीं हो पाया और प्रोजेक्ट कभी शुरू ही नहीं हुआ.

पिता की मौत के बाद संभाला बिजनेस

इसी बीच राहुल भाटिया के पिता की सेहत बिगड़ गई. राहुल जो टीचिंग में करियर बनाना चाहते थे, ने इमोशनल फैसला लिया. 1988 में फैमिली बिजनेस जॉइन कर लिया. 1991 के अंत में पार्टनर्स ने चुपके से ज्यादा स्टेक खरीद लिया और बिजनेस हथिया लिया.राहुल को बाहर का रास्ता दिखा दिया, लेकिन 28 साल के राहुल ने हार नही मानी.उस समय उन्‍होंने सिर्फ 15 लाख रुपये के सीड कैपिटल से ‘इंटरग्लोब’कंपनी शुरू की. शुरू में उनकी कंपनी IT सर्विसेज और BPO फर्म, ट्रैवल, ट्रांसपोर्टेशन, हॉस्पिटैलिटी पर फोकस करती थी.उस समय उनके साथ काफी दिक्‍कतें थी लेकिन पुरानी कंपनी के सभी एयरलाइन क्लाइंट्स उनकी कंपनी में शिफ्ट हो गए.इस तरह धीरे धीरे राहुल भाटिया का कारोबार फ‍िर से स्‍थापित हो गया.

IIT वाले राकेश गंगवाल का मिला साथ

राहुल की जिंदगी तब बदली जब उन्‍हें राकेश गंगवाल का साथ मिला.I IT कानपुर से इंजीनियरिंग और व्हार्टन से MBA करने वाले राकेश ने बोइंग, एयर फ्रांस, वर्ल्डस्पैन में कई अहम जिम्‍मेदारियां संभाली थीं.राहुल और राकेश की दोस्ती 2000 के दशक में हुई जिसके बाद राहुल ने अपने पिता की बंद एयरलाइन शुरू करने की बात की, लेकिन राकेश हिचकिचा रहे थे.इसके बाद भी राहुल उन्‍हें मनाने में कामयाब रहे.2004 में लाइसेंस लिया और 2006 में इंडिगो ने उड़ान भरी.इस कंपनी में राहुल की कंपनी इंटरग्लोब का 51.12% स्टेक और राकेश की कंपनी सीलम इन्वेस्टमेंट्स का 48% स्‍टेक था.इस तरह इंडिगो की शुरुआत हुई.हाल ही में राकेशन ने IIT कानपुर को 100 करोड़ का दान भी दिया.वह मियामी में रहते हैं.उनकी बेटी पारुल बिजनेसवुमन हैं.

Indigo Airlines Story: और ऐसे बन गई सबसे बड़ी एयरलाइंस

इस तरह राहुल भाटिया ने 2006 में एक लो-कॉस्ट एयरलाइन IndiGo शुरू की जो बाद में देश की सबसे बड़ी, सबसे प्रॉफिटेबल और सबसे पंक्चुअल एयरलाइन बन गई.हालांकि जब यह एयरलाइंस शुरू हुई थी उस समय भारतीय एविएशन सेक्टर में एक के बाद एक एयरलाइंस डूब रही थी.राहुल भाटिया ने यूनाइटेड एयरलाइंस के पूर्व एग्जीक्यूटिव राकेश गंगवाल के साथ मिलकर IndiGo की शुरुआत की थी.उनका फॉर्मूला था कि कम किराया, हाई पंक्चुअलिटी.राहुल की कंपनी ने अपना पहला ऑर्डर 100 एयरक्राफ्ट का दिया था.उस समय यह भारत का सबसे बड़ा ऑर्डर था.इसके कुछ समय बाद वर्ष 2011 में इंडिगो ने 180 और प्‍लेन उतारे. यही नहीं वर्ष 2015 में 250 और प्लेन का ऑर्डर दिया.इस तरह कुल 530 विमानों का ऑर्डर देकर इंडिगो सुर्खियों में आ गई.बाद में राहुल और गंगवाल के साथ मतभेद भी हुए और 2021-22 में विवाद भी सामने आया लेकिन इसके बाद भी इंडिगो की ग्रोथ नहीं रुकी.राहुल भाटिया के गुरुग्राम में तीन होटल हैं.उनके दो बच्चे बेटी अवंतिका और बेटा अरुणांशु हैं.

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Dhiraj Raiअसिस्टेंट एडिटर

न्यूज़18 हिंदी (Network 18) डिजिटल में असिस्टेंट एडिटर के तौर पर कार्यरत. करीब 13 वर्ष से अधिक समय से मीडिया में सक्रिय. हिन्दुस्तान, दैनिक भास्कर के प्रिंट व डिजिटल संस्करण के अलावा कई अन्य संस्थानों में कार्य...और पढ़ें

First Published :

December 05, 2025, 15:23 IST

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