Last Updated:October 30, 2025, 20:54 IST
सीजेआई बीआर गवई के साथ जस्टिस सूर्यकांत. (पीटीआई)नई दिल्ली. जस्टिस सूर्यकांत भारत के 53वें चीफ जस्टिस बनने जा रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट वेबसाइट पर जारी उनकी एसेट्स डिटेल के मुताबिक, जस्टिस सूर्यकांत के पास देशभर में कई मकान, जमीनें, फिक्स्ड डिपॉजिट और गहनों के रूप में करोड़ों की संपत्ति है. चंडीगढ़ से गुरुग्राम और हिसार तक उनका रियल एस्टेट फैला हुआ है. इतना ही नहीं, उनके और परिवार के नाम पर बैंक एफडी, गोल्ड और व्हीकल्स भी दर्ज हैं. छोटे शहर हिसार से निकलकर देश की सर्वोच्च न्यायिक कुर्सी तक पहुंचे सूर्यकांत अब ऐसे समय में CJI बने हैं जब पारदर्शिता को लेकर न्यायपालिका पर लगातार नजरें हैं.
चंडीगढ़ से गुरुग्राम तक, करोड़ों का रियल एस्टेट नेटवर्क
सुप्रीम कोर्ट वेबसाइट पर दी गई डिटेल के अनुसार जस्टिस सूर्यकांत के पास एक नहीं बल्कि कई इमूवेबल प्रॉपर्टीज हैं. चंडीगढ़ के सेक्टर 10 में उनका एक कनाल हाउस है जो उन्होंने परिवार के साथ जॉइंटली खरीदा है. इसके अलावा, पंचकूला जिले के गांव गोलपुरा में 13.5 एकड़ कृषि भूमि, गुरुग्राम के सुषांत लोक और डीएलएफ फेज-2 में दो मकान, और सेक्टर 18C में एक और हाउस शामिल है. हिसार में भी उनके नाम कृषि भूमि और विरासत में मिली प्रॉपर्टी है. उनकी पत्नी के नाम पर नई चंडीगढ़ की इको-सिटी में 500 वर्ग गज का प्लॉट है. यानी दिल्ली-एनसीआर से लेकर हरियाणा के गांवों तक उनका प्रॉपर्टी नेटवर्क फैला हुआ है.
लाखों की एफडी और जीपीएफ
एसेट्स स्टेटमेंट के मुताबिक जस्टिस सूर्यकांत के पास 16 फिक्स्ड डिपॉजिट्स हैं जिनकी कुल राशि 41 लाख रुपये से ज्यादा है. इसके अलावा, उनके पास पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ब्रांच में जीपीएफ (General Provident Fund) में 3.74 लाख रुपये दर्ज हैं. पत्नी के नाम पर लगभग 20 लाख रुपये की एफडी और 49 हजार का पीपीएफ अकाउंट है. दोनों बेटियों के नाम पर भी एफडी और पीपीएफ हैं, जिनकी वैल्यू लगभग 80 लाख रुपये तक पहुंचती है. साफ है कि उनकी इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजी रिस्क-फ्री और सरकारी स्कीम्स पर आधारित रही है. वे न तो बिजनेस इन्वेस्टमेंट में उतरे, न ही प्राइवेट फंड्स में पैसे लगाए.
गोल्ड, ज्वेलरी और व्हीकल्स, सादगी भरा पर्सनल पोर्टफोलियो
जस्टिस सूर्यकांत और उनके परिवार के पास कुल मिलाकर लगभग 300 ग्राम सोना, 6 किलो चांदी और कुछ कीमती सामान दर्ज हैं. वाहनों में उनके पास एक वैगनआर कार है – जो उनके ‘सिंपल लिविंग’ वाले व्यक्तित्व को दिखाती है. कोई लग्जरी व्हीकल, फार्महाउस या विदेशी निवेश का जिक्र उनके एसेट्स में नहीं है.
हिसार से सुप्रीम कोर्ट तक, फैसलों से गढ़ी पहचान
1962 में हरियाणा के हिसार जिले में जन्मे जस्टिस सूर्यकांत ने गांव के स्कूल से पढ़ाई शुरू की. कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से लॉ में मास्टर्स में ‘फर्स्ट क्लास फर्स्ट’ आने के बाद वे पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में वकील बने. 2018 में वे हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस बने और 2019 में सुप्रीम कोर्ट पहुंचे. अनुच्छेद-370, राजद्रोह कानून, पेगासस जासूसी केस, Election Roll, लैंगिक समानता और भ्रष्टाचार के खिलाफ कई ऐतिहासिक फैसलों में उनकी सक्रिय भूमिका रही.
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...और पढ़ें
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
October 30, 2025, 20:54 IST

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