Last Updated:October 30, 2025, 14:47 IST
Delhi IGI Airport Expansion: 2029-30 तक दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट एयरपोर्ट की क्षमता में करीब 20% बढ़ोत्तरी की जाएगी. इस बढ़ोत्तरी के लिए ना ही कोई नया टर्मिनल बनेगा और ना ही टर्मिनल टूटेगा. फिर कैसे होगा यह संभव, जानने के लिए पढ़ें आगे...
Delhi IGI Airport Expansion: पैसेंजर्स की सहूलियत को देखते हुए इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर बड़ा अपग्रेड ोने वाला है. जी हां, पैसेंजर्स की लगातार बढ़ रही संख्या को देखते हुए आईजीआई एयरपोर्ट की क्षमता को बढ़ाने का फैसला किया गया है. इस फैसले के तहत, साल 2029-30 तक एयरपोर्ट की क्षमता में करीब 20 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की जाएगी. यहां जानने वाली बात यह है कि इस विस्तार के लिए ना ही टर्मिनल-2 (T-2) को तोड़ा जाएगा और ना ही कोई नया टर्मिनल बनाया जाएगा.
दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) सूत्रों के अनुसार, फिलहाल आईजीआई एयरपोर्ट की सालाना पैसेंजर कैपेसिटी 10.5 करोड़ (105 मिलियन) है. आने वाले पांचच सालों में आईजीआई एयरपोर्ट की इस कैपेसिटी को 12.5 करोड़ (125 मिलियन) पैसेंजर तक पहुंचाने की योजना है. इस कैपेसिटी की बढ़ोत्तरी के लिए डायल ने नए कंस्ट्रक्शन की बजाया टर्मिनल 1 और टर्मिनल 3 के एक्सपेंशन का प्लान तैयार किया है. डायल का प्लान नया टर्मिनल बनाने के बजाय मौजूदा स्ट्रक्चर को बेहतर करने की है.
डायल सूत्रों के अनुसार, यह एक्सपेंशन तीन स्टेज में पूरा होगा. पहले स्टेज में टर्मिनल 3 में नया पियर-ई (Pier- E) बनाना जाएगा. दूसरे स्टेज में टर्मिनल 1 में भीड़ कम की जाएगी. वहीं तीसरे स्टेज में T3 पर एडिशिनल एयरक्राफ्ट पार्किंग स्टैंड तैयार किए जाएंगे. पियर-ई के बन जाने से हर साल 1 से 1.2 करोड़ (10–12 मिलियन) अतिरिक्त पैसेंजर्स को फैसिलिटेट किया जा सकेगा. इसके लिए, डायल एक बार फिर अपना नया मास्टर प्लान बना रहा है, जिसको अंतिम रूप देने की प्रक्रिया जारी हैं.
अगले दो से तीन साल में तैयार होने वाले पियर-ई को लेकर जल्द यह तय हो जाएगा कि इसका इस्तेमाल घरेलू उड़ानों के लिए होगा या अंतरराष्ट्रीय के लिए. आपको बता दें कि इस समय टर्मिनल 3 में कुल चार पियर हैं, जिसमें दो डोमेस्टिक और दो इंटरनेशनल फ्लाइट्स के लिए इस्तेमाल किए जाएंगे. इस सर्दी से एक डोमेस्टिक पियर को इंटरनेशनल फ्लाइट ऑपरेशन के लिए शिफ्ट कर दिया जाएगा, जिसके बाद इंटरनेशनल ऑपरेशन के लिए तीन पियर और डोमेस्टिक के लिए पियर उपलब्ध रहेगा.
वहीं, अगले तीन सालों में तैयार होने वाले पियर ई का इस्तेमाल जरूरत के हिसाब से इंटरनेशनल और डोमेस्टिक फ्लाइट के लिए किया जा सकेगा. हालांकि एयरपोर्ट के मास्टर प्लान में अब भी पुराने टर्मिनल 2 को बदलने की योजना शामिल है. यह टर्मिनल 1986 में बना था और फिलहाल करीब 1.5 करोड़ यात्रियों को सालाना संभालता है. मगर, फिलहाल इस योजना को आगे नहीं बढ़ाया जा रहा. डायल ने साफ किया है कि टर्मिनल 2 का इस्तेमाल भविष्य में भी किया जाएगा.
Anoop Kumar MishraAssistant Editor
Anoop Kumar Mishra is associated with News18 Digital for the last 6 years and is working on the post of Assistant Editor. He writes on Health, aviation and Defence sector. He also covers development related to ...और पढ़ें
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First Published :
October 30, 2025, 14:47 IST

8 hours ago
