लाल किला बम ब्लास्ट का चीनी कनेक्शन आया सामने, आतंकी उमर का ऑपरेशन अमीर डिकोड

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Last Updated:November 24, 2025, 11:08 IST

Delhi Lal Quila Blast: दिल्ली में लाल किले के पास हुए कार बम धमाके की जांच में आतंकियों के चीनी प्लान का खुलासा हुआ है. सुरक्षा एजेंसियों ने इसके साथ ही आतंकी डॉक्टर उमर नबी के ऑपरेशन अमीर को डिकोड किया है.

लाल किला बम ब्लास्ट का चीनी कनेक्शन आया सामने, आतंकी उमर का ऑपरेशन अमीर डिकोडदिल्ली में लाल किले के पास हुए कार बम धमाके की जांच में बड़ा पर्दाफाश हुआ है.

दिल्ली में लाल किले के पास हुए कार बम धमाके की जांच में बड़ा पर्दाफाश हुआ है. सुरक्षा एजेंसियों की जांच में अब पता चला है कि लाल किले के पास हुआ धमाका आधे तैयार IED टाइमर मैकेनिज्म डिवाइस के ज़रिये किया गया था. इस विस्फोटक को तैयार करने के लिए एसीटोन यानी नेल पॉलिश रिमूवर और पिसी हुई चीनी जैसी आम चीजों का इस्तेमाल किया गया था.

जांच के दौरान बरामद विस्फोटक की तुलना करने के बाद तय हो गया है कि फरीदाबाद में मिले बम और लाल किला ब्लास्ट में इस्तेमाल बम एक जैसे थे और इस पूरी साजिश का मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि डॉक्टर उमर मोहम्मद था, जिसकी मौत हो चुकी है.

लाल किला ब्लास्ट का चीनी कनेक्शन

इस बम धमाके की जांच में सबसे चौंकाने वाली बात यह सामने आई है कि यह आतंकी मॉड्यूल अपने बीच बातचीत के लिए चीनी भाषा का इस्तेमाल करता था. गिरफ्तार आतंकियों के कबूलनामे के मुताबिक उमर ने सिर्फ छह महीने में चाइनीज भाषा सीख ली थी और उसने एक गुप्त ग्रुप बनाया था जिसमें बातचीत और ग्रुप का नाम दोनों चीनी भाषा में थे. इस ग्रुप का एडमिन खुद उमर था और मॉड्यूल के बाकी सदस्य भी उसी भाषा में उससे बातचीत करते थे.

आतंकी उमर का ऑपरेशन ‘अमीर’

डॉक्टर उमर खुद को ‘अमीर’ यानी शासक, सेनापति या राजकुमार कहता था. उसे नौ से ज्यादा भाषाएं आती थीं, जिनमें हिंदी, उर्दू, अंग्रेज़ी, पर्सियन, अरबी, चाइनीज़ और फ़्रेंच शामिल हैं. गिरफ्तार आतंकी मुज्जमिल के मुताबिक उमर बेहद तेज दिमाग वाला इंसान था और चाहता तो न्यूक्लियर साइंटिस्ट बन सकता था, लेकिन उसकी सोच कट्टरपंथी हो चुकी थी.

आतंकी उमर धर्म के नाम पर अपने साथियों को कंट्रोल करता था, अपनी बातों में फैक्ट्स और रिसर्च जोड़ता था और हमेशा कहता था, ‘दीन का काम है, यह सवाल मुनासिब नहीं.’ जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद उसके मन में सुरक्षा बलों के प्रति गहरी नफरत पैदा हो गई थी और इसी नफरत ने उसे बड़े आतंकी हमले की साजिश रचने की तरफ धकेला.

बम बनाने के सामान से भरा रहता था सूटकेस

पुलिस जांच के मुताबिक जुलाई 2023 के नूंह हिंसा और नासिर-जुनैद भिवानी हत्याकांड की घटनाओं ने उमर को और उकसाया, जिसके बाद उसने एक बड़े हमले की योजना बनानी शुरू की. पूछताछ में यह भी सामने आया कि 2022 में श्रीनगर में उमर, मुज्जमिल, डॉक्टर अदील, डॉक्टर शाहीन और मुफ्ती इरफान पहली बार मिले और वहीं से इस आतंकी मॉड्यूल की शुरुआत हुई. उमर और उसके साथी नूंह-मेवात इलाके से फर्टिलाइज़र और अन्य रसायनों की खरीद कर रहे थे जिन्हें अल फलाह यूनिवर्सिटी के कमरों और अन्य ठिकानों में जमा किया जाता था. चूंकि सभी डॉक्टर थे इसलिए किसी ने उन पर शक नहीं किया. उमर अपने कमरे में खुद बम की टेस्टिंग करता था और उसका सूटकेस हमेशा बम बनाने के सामान से भरा रहता था.

पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ है कि इस मॉड्यूल का फंडिंग नेटवर्क भी तैयार था. डॉक्टर शाहीन के खाते से करीब 25 लाख रुपये आतंकी गतिविधियों में खर्च हुए. उमर और मुज्जमिल अफगानिस्तान या सीरिया में शिफ्ट होने की तैयारी कर रहे थे. इससे पहले उमर तुर्की भी गया था जहां उसने ट्रेनिंग ली और कुछ हैंडलर्स से मिला, जिनके असली नाम उसे भी नहीं पता थे.

कैसे खुली फरीदाबाद डॉक्टर मॉड्यूल की पोल?

पूरी योजना के मुताबिक विस्फोटकों की बड़ी खेप जम्मू-कश्मीर ले जानी थी और सुरक्षा बलों पर हमले की तैयारी थी. लेकिन जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 15 अक्टूबर के आसपास पोस्टर लगाने वाले दो युवकों और एक प्रिंटिंग प्रेस कर्मचारी को गिरफ्तार किया. पूछताछ में जब मुफ्ती इरफान का नाम सामने आया और 18 अक्टूबर को उसकी गिरफ्तारी हुई तो पूरे मॉड्यूल की पोल खुल गई. मोबाइल और चैट रिकॉर्ड मिलने के बाद फरीदाबाद से गिरफ्तारी की कार्रवाई शुरू हुई और सारी साजिश एक-एक कर सामने आती गई.

एजेंसियों के मुताबिक अब तक की जांच स्पष्ट बताती है कि लाल किला ब्लास्ट और फरीदाबाद में बरामद विस्फोटक एक ही नेटवर्क का हिस्सा थे और इस मॉड्यूल का दिमाग, कमांडर और मास्टरमाइंड डॉक्टर उमर मोहम्मद ही था. ऑपरेशन ‘अमीर’ के तहत सुरक्षा एजेंसियां इस मॉड्यूल से जुड़े हर संपर्क की पहचान करने में जुटी हैं ताकि नेटवर्क को पूरी तरह खत्म किया जा सके.

Saad Omar

An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...और पढ़ें

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Location :

New Delhi,Delhi

First Published :

November 24, 2025, 11:08 IST

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